• हिन्दी सेवा• चाइना रेडियो इंटरनेशनल
China Radio International
चीन की खबरें
विश्व समाचार
  आर्थिक समाचार
  संस्कृति
  विज्ञान व तकनीक
  खेल
  समाज

कारोबार-व्यापार

खेल और खिलाडी

चीन की अल्पसंख्यक जाति

विज्ञान, शिक्षा व स्वास्थ्य

सांस्कृतिक जीवन
(GMT+08:00) 2005-02-21 14:44:38    
चीन की विभिन्न स्तरीय सरकारों के नेता मुसीबतों में फंसे लोगों की कुशल क्षेम पूछते हैं

cri

वसंत त्यौहार चीन का परम्परागत त्यौहार है। खुशियों का यह त्यौहार चीनी जनता का सब से महत्वूपर्ण त्यौहार है। हर वर्ष इस त्यौहार के आगमन पर लोग खाने पहनने की चीजें खरीदते हैं और मज़े से छुट्टियां बिताते हैं। घर से दूर रहने वाले लोग इस मौके पर परिजनों से मिलने के लिए लंबी लंबी दूनिया तय कर वापस लौटते हैं। वसंतोत्सव की पूर्वबेला में चीन की विभिन्न स्तरीय सरकारों के नेता मुसीबतों में फंसे लोगों की कुशल क्षेम पूछते हैं औऱ उन्हें संवेदना देते हैं। चीनी लोग उस की इस कार्यवाई को "गर्माहर बांटना " कहते हैं।

बीस वर्षों से भी ज्यादा समय के सुधार के बाद चीन के अर्थतंत्र ने उल्लेखनीय उपलब्धियां प्राप्त की हैं। फिर भी अनेक चीनी किसान अब तक गरीबी से छुटकारा नहीं पा सके हैं। और इधर के वर्षों में चीन के आर्थिक ढांचे के नये बन्दोबस्त की वजह से भी शहरों के कुछ नागरिकों के जीवन में अस्थायी तौर पर मुसीबतें आयी हैं।

चीन सरकार हमेशा से मुसीबतों का सामना करने वाले लोगों के जीवन में सुधार को बड़ा महत्व देती रही है। गत वर्ष के अंत में, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नये नेतृत्व के प्रथम महत्वूपर्ण सम्मेलन में भी मुख्य रुप से शहरी गरीबों की कठिनाइयां दूर करने पर विचार विमर्श किया गया ।

कुछ समय पहले, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नव निर्वाचित महा सचिव श्री हू चिन थाओ ने उत्तरी चीन के भीतरी मंगोलिया का विशेष दौरा किया। वहां जाड़ों में बहुत सर्दी पड़ती है, औऱ न्यूनतम तापमान शून्य के नीचे 35 डिग्री तक तला जाता है। श्री हू चिन थाओ क्षेत्र के गरीब मजदूरों और किसानों के घर गए , उन का हालचाल पूछा और उन्हें आर्थिक सहायता भी दी। पर यहां श्री हू चिन थाओ को एक चरवाहे का नव निर्मित मकान भी देखने को मिला। जिस से उन्हें बड़ी खुशी हुई। उन्होंने स्थानीय लोगों को संबोधित कर कहा, कई वर्ष पहले तक तुम्हारे घरों को बर्फीली हवाएं थपेड़े देगी थी, पर अब मैं देख रहा हूं कि तुम्हारे नये मकान बन गये हैं, औऱ जीवन में सुधार आया है। मैं आशा करता हूं कि तुम जल्द ही जल्द समृद्ध हो सकोगे।

श्री हू चिन थाओ ने स्थानीय सरकार से क्षेत्र की गरीब जनता की दैनदिन समस्याओं का हल रणेजने की मांग की, और विशेषकर उन के भर पेट खाने के बुनियादी सवाल का निपटारा करने को कहा।

चीन की विभिन्न स्थानीय सरकारों के अधिकारी भी अकसर गरीब जनता का हालचाल पूछते रहते हैं।

पश्चिमी पेइचिंग के वे शो मार्ग पर स्थित सरकारी कार्यालय ने चालीस हजार परिवारों के नागरिकों का प्रबंध किया , उन में से 300 बेरोजगारी और बीमारी से ग्रस्त थे। यहां के केवल सात प्रतिशत नागरिक गरीब हैं, पर उन की मुसीबतों का इस कार्यालय के अधिकारियों को बड़ा ख्याल रहता है।

कार्यालय में कार्यरत सुश्री वू श्याओ यिंग एवं उन की सहायक इस वसंत त्यौहार के दौरान लगभग हर दिन इन नागरिकों की उन के घर जाकर पूछताछ करते रहे औऱ उन्हें सदभावना स्वरुप धन व अन्य सामग्री प्रदान की। उन के अनुसार, इधर के दो हफ्ते हम हर दिन इलाके के गरीबों के घर जाकर उन का हाल चाल मालूम करने में लगे रहे। म्युनिसिपल एवं डिस्ट्रिकट स्तरों की सरकारों द्वारा दी गई पैसों की मदद के अलावा, हमारे कार्यालय ने भी स्वयं दस हजार य्वान की धन राशि उन लोगों के लिए अनाज , आटा एवं तेल को खरीदते में लगाई और उन्हें त्यौहार भत्ता भी दिया।

चालीस वर्षीय ल्यू छांग ई पहले पेइचिंग की एक वास्तु कंपनी के मजदूर थे। एक वर्ष पहले कंपनी ने कर्मचारियों की छंटनी की तो वे बेरोजगार हो गये। तब से उन्हें प्रति माह कंपनी से मात्र तीन सौ य्वान मिलता है। श्री ल्यू की पत्नी भी बेरोजगार हैं, पर उन का बच्चा स्कूल में पढ रहा है। कार्यालय को उन के घर की स्थिति पता चली तो उस ने उस के लिए पेइचिंग सरकार से न्यूनतम जीवन निर्वाह भत्ते का आवेदन किया । फलस्वरुप उन के परिवार के हर व्यक्ति को हर महीने 290 य्वान का

पेइचिंग का शहरी न्यूनतम जीवन भत्ता मिलने लगा। अब यह परिवार हर एक महीने एक हजार य्वान का भत्ता पा रहा है। इस से उस का बुनियादी जीवन सुनिश्चित हो पाया।

वसंत त्यौहार पर कार्यालय ने श्री ल्यू छांग ई को छै सौ य्वान भी दिये। श्री ल्यू को इस से बहुत खुशी हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें नहीं भूली है। उन का कहना है, मुझे सरकार पर निर्भर नहीं रहना चाहिए है। अब मैं एक प्रशिक्षण कक्षा में भाग ले रहा हूं। और इस के बाद एक नये काम की खोज में लागूंगा। सरकार ने मुझे भारी मदद दी है, और मुझे भी सरकार का बोझ कम करना चाहिए।

ग्रामीण क्षेत्रों की ठोस स्थिति के मद्देनजर , चीन सरकार ने संस्कृति, विज्ञान व तकनीक एवं स्वास्थ्य क्षेत्रों में रग्माहर बांटने का अभियान चलाया। हाल ही में चीन के दक्षिण पश्चिमी प्रांत क्वेई च्यो में आयोजित इस अभियान का स्थानीय किसानों ने हार्दिक स्वागत किया।

इन दिनों क्वेई च्यो प्रांत के सांस्कृतिक संगठन का एक दल प्रांत के गांव गांव में किसानों के लिए रंग बिरंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर रहा है। इन कार्यक्रमों को स्थानीय किसानों की वाहवाही मिली है। एक स्थानीय महिला सुश्री वू क्वेई ह्वा ने कहा, हम ने काफी लम्बे समय से ऐसे रंगारंग कार्यक्रम नहीं देखे थे। मैं आशा करती हूं कि वे अकसर हमारे गांव आकर ऐसे प्रोग्राम पेश करते रहेंगे। इन प्रोग्रामों में हम किसानों की छवि अच्छी तरह प्रतिबिंबित हुई हैं।

वसंत त्यौहार जैसे उत्सवों के अवसर पर मुसीबत झेल रहे लोगों को सदभावना पहुंचाने के अलावा, सरकार ने गरीबों को मदद देने की व्यवस्था भी की है। चीनी नागरिक मामला विभाग के अनुसार, इधर के वर्षों में सरकार द्वारा गरीबों को देय न्यूनतम जीवन गारंटी भत्ते में संख्यात्मक बढोतरी भी हुई है, और गत वर्ष के अंत तक यह दो करोड़ लोगों को लाभ पहुंचा रहा था।

इस के साथ ही चीन सरकार ने समाज की विभिन्न शक्तियों को एकत्र कर सामान्य चंदा दान व्यवस्था भी स्थापित की है। चीनी नागरिक मामला मंत्रालय के अधिकारी श्री चओ मीन ने बताया,

इस समय देश में ऐसे अठारह हजार केंद्र हैं। वर्ष दो हजार दो में उन्होंने कुल मिलाकर अस्सी करोड़ य्वान का चंदा जुटाया , जिस से 2 करोड़ लोगों को लाभ पहुंचा।

अखिल चीन मजदूर संघ, अखिल चीन महिला संघ आदि संगठनों ने भी देश के गरीबों को सहायता देने में अहम भूमिका अदा की है।