चीनी आर्थिक जगत के जाने माने लोगों ने हाल में हमारे संवाददाताओं के साथ साक्षात्कार में कहा कि वर्तमान चीन के तेज आर्थिक विकास के दौर में ग्रामीण बस्तियों के शहरीकरण की गति तेज होती जा रही है। चीन के निर्माण मंत्री श्री वांग क्वांग थाओ और चीनी प्रसिद्ध अर्थशास्त्रियों ने इस नवीन विकास पर भारी संतोष व्यक्त किया । चीनी सामाजिक अकादमी के राष्ट्रीय स्थिति अनुसंधान केन्द्र के निदेशक डाक्टर हु आन कांग ने हमारे संवाददाता से कहा चीन के आर्थिक विकास को खींचने की महत्वपूर्ण शक्ति, घरेलु आवश्यकता का विस्तार पर निर्भर करता है , जबकि बस्तियों का शहरीकरण घरेलु आवश्यकता को खींचने का अत्यंत जरूरी प्रक्रिया है । साठ प्रतिशत ग्रामीण आबादी की आय को उन्नत करना इन लक्ष्यों को पाने की एक कुंजी है और आय में उन्नति श्रमिक उत्पादन अनुपात की उन्नति पर निर्भर रहता है । उत्पादन दर की उन्नति ग्रामीण इलाके की बस्तियों के शहरीकरण के माध्यम से ही साकार हो सकता है।
डाक्टर हु आन कांग ने दावा किया कि शहरीकरण का निर्माण आगामी बीस सालों में चीनी आर्थिक वृद्धि को बरकरार रखने की प्रमुख शक्ति होगी। ग्रामीण लोगों को शहरीनिवासी का दर्जा देने से आर्थिक विकास को कई पहलुओं में लाभ मिलेगा । उदाहरण लीजिए, गांव में खेतीबाडी करने वाली श्रमिक शक्तियां शहरो के सेवा उद्योग व उत्पादन उद्योग में शरीक होगी , तो श्रम शक्ति दर का भारी इजाफा जरूर होगा। दूसरी तरफ अच्छी शिक्षा प्राप्त श्रमशक्तियां , शहरों में ग्रामीण से अपना हुनहार का कहीं बेहतर प्रदर्शन करने में कामयाब हो सकती है , इस के अलावा , ग्रामीण आबादी के शहर में प्रवेश करने के बाद , उपभोक्ता खर्चे में वृद्धि होगी , इस तरह शहरीकरण की प्रक्रिया व उत्पादन दर में तेजी आएगी और ग्रामीण लोगों की आय में भी तरक्की होगी, जहां ग्रामीण की उपभोक्ता शक्ति बढी , वहां आर्थिक गति को अवश्य बढावा मिलेगा। डाक्टर हु ने कहा कि ग्रामीणवासियों के शहरों में प्रवेश करने से शहर के पानी, बिजली , यातायात व दूर संचार जैसे आधारभूत संस्थापनो की आवश्यकता बढेगी, इस प्रकार निवेशकों को पूंजी निवेशकों को बेहतरीन अवसर प्राप्त होने की संभावनाए भी बढेगी।
सुधार व खुलेपन के बाद, चीन सरकार हमेशा से बस्तियों के शहरीकरण विकास को भारी महत्व देती आयी है। इन सालों में बस्तियों के शहरीकरण से आर्थिक विकास को जो बढावा मिला है , उस पर चीन सरकार का विशेष ध्यान गया है । चीन के निर्माण मंत्री वांग क्वांग थाओ ने हाल ही में बस्ती के शहरीकरण को गति देने पर बल देते हुए कहा चीन को धीरे धीरे बस्तियों के शहरीकरण के स्तर को उन्नत करना चाहिए ताकि वे बडे व मझौले शहरों के विकास के साथ मेल बिठा सके और ग्रामीण श्रम शक्तियों का युक्तिसंगत रूप से प्रचलन हो सके।
जानकारी के अनुसार, वर्तमान में चीन के बस्तियों का शहरीकरण का तेजी से विकास हो रहा है, अनुमान है कि भावी बीस सालों में चीन के बस्तियों का शहरीकरण स्तर , मौजूदा चालीस प्रतिशत से साठ प्रतिशत की प्रगति करेगा। इस प्रगति से शहरों की जन संख्या में वृद्धि तो होगी , क्षेत्रीय आर्थिक व बस्तियों के विकास को भी गति भी मिलेगी । वर्तमान में चीन के बडे शहरों व प्रांतीय राजधानियों के प्रमुख नेतृत्व में विभिन्न क्षेत्रों के बीच आर्थिक समन्वय विकास की बेहतरीन स्थिति उभर रही है।
लेकिन बस्तियों के शहरीकरण की संख्या व उसके विस्तार से चीन के शहरीकरण के दौरान पर्यावरण प्रदूषण, संसाधन का अभाव, यातायात में भीड तथा मनमानी रूप से भूमि पर कब्जा करना जैसी समस्यांए सामने आयी हैं। इस पर चीन के निर्माण मंत्री वांग क्वो थाओ ने कहा कि चीन को पर्यावरण संरक्षण , आर्थिक संरचना व सामाजिक संरचना की दृष्टि से बस्तियों के शहरी करण प्रक्रिया को देखना चाहिए , यानी आर्थिक लाभ के साथ साथ पर्यावरण लाभ व सामाजिक लाभ को भी महत्व देना चाहिए। उन्होने कहा हमे अपने देश की वास्तविकता के अनुसार, बस्तियों के शहरीकरण के तेज विकास के दौरान , भूमि संसाधन, जल संसाधन व उर्जा की कमी जैसे सवालों को अच्छी तरह सुलझा कर अनवरत विकास के रास्ते पर चलना चाहिए। उन्होने आगे कहा कि गावों की अतिरिक्त श्रम शक्तियों को शहर में प्रवेश करने का भारी महत्व है, वे चीन के आर्थिक विकास की महत्वपूर्ण शक्ति है। पिछले सदी के सत्तर वें दशक से चीन ने सुधार व खुलेपन की नीति अपनाने के बाद , अनेक शहरों ने ग्रामीण श्रमिक शक्तियों को भारी संख्या में रोजगारी प्रदान की थी और गावों की जन संख्या को शहरों में प्रवेश करने का सुअवसर भी प्रदान किया था। भविष्य में चीन के विभिन्न बडे व मझौले शहरों में निर्माण व सेवा उद्योग के क्षेत्रों में बहुमत रोजगारी के अवसर समाने आएगें। इसलिए गावों की भरपूर अतिरिक्त श्रम शक्तियों को आकृष्ट कर बस्तियों के शहरीकरण के विकास में डालना न केवल स्वंय शहरों के विकास के लिए बल्कि चीन के सर्वागीण आर्थिक विकास के लिए भी हितकारी होगा।
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