कुछ समय पूर्व "रेडियो सहायता शो" नामक सांस्कृतिक समारोह चाइना रेडियो इन्टरनैशनल और अखिल चीन परोपकार संघ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुआ । चाइना रेडियो इन्टरनैशनल या सी.आर आई. पूर्वी, दक्षिण-पूर्वी और दक्षिणी एशिया के देशों समेत विश्व के सभी देशों के लिए43 भाषाओं में कार्यक्रम प्रसारण करता है।
शायद आप श्रोता दोस्त जानना चाहें कि इस सांस्कृतिक समारोह को क्यों " रेडियो सहायता शो " नाम दिया गया? "रेडियो सहायता शो " का यह नाम वर्ष 1985 में यूरोपीय व अमरीकी संगीत दलों द्वारा इथियोपियाई शरणार्थियों के लिए चंदा जुटाने के लिए किये गये "जीवन सहायता शो" नामक सांस्कृतिक समारोह से आया। " जीवन सहायता शो " सांस्कृतिक समारोह को एक लाख 70 हज़ार दर्शकों ने देखा और वह बहुत सफल रहा। " रेडियो सहायता शो " सांस्कृतिक समारोह के आयोजकों ने जानकारी दी कि यह समारोह भी पेशेवर था और इसमें चंदा जुटाने का तरीका बहुत कड़ा था । समारोह में सभी गायकों-गायिकाओं व संगीत दलों ने मुफ्त प्रस्तुति दी। समारोह को व्यक्तियों व उद्योगों से प्राप्त सारा धन अखिल चीन परोपकार संघ के जरिए हिंद महासागर के सूनामीग्रस्त क्षेत्रों को पहुंचाया जाएगा।
सुनिए गायिका ये फेइ का गाया एक गीत। नाम है "सुखमय क्षण"
इस सांस्कृतिक समारोह में भाग लेने के लिए ये फेइ दक्षिणी चीन के शांग हाई शहर से राजधानी पेइचिंग आईं । हमारे संवाददाता के साथ साक्षात्कार में ये फेइ ने कहा
"वास्तव में इस समारोह की तैयारी के दिनों में मैं बहुत थक गई थी। लेकिन मुझे लगा कि इस गतिविधि में भाग लेना एक अच्छी बात है। इस से ज्यादा से ज्यादा चीनी लोगों की नज़र सूनामीग्रस्त देशों की जनता की ओर खींचना हमारा मकसद था। हमारा रोज़गार समाज में बड़ा चमकदार माना जाता है। सूनामी की भीषण प्राकृतिक विपदा के सामने हम मानव बहुत कमज़ोर हैं । ऐसे में हमें एक-दूसरे की सहायता की जरूरत है । हम जैसे गायक ऐसी गतिविधि में भाग लेकर और ज्यादा चीनी नागरिकों को अपने प्रभाव से आकर्षित कर सकते हैं।"
" रेडियो सहायता शो " नामक सांस्कृतिक समारोह में दर्शकों ने सक्रिय रूप से चंदा जुटाया । इसे देख कर दी वर्स नामक संगीत दल के प्रमुख गायक ह्वांग बो को बहुत खुशी हुई । ह्वांग बो ने कहा
"मुझे आज बहुत खुशी है। मैं अधिक से अधिक चंदा जुटाना चाहता हूँ । मेरा विचार है कि संगीत जगत के सदस्यों के प्रभाव में आकर ज्यादा से ज्यादा लोग इस गतिविधि में भाग लेंगे। संगीत कई बार पैसे से बड़ी भूमिका अदा करता है। मेरा विचार है कि ऐसी गतिविधि में भाग लेना हम सभी संगीतकर्मियों का दायित्व है। मेरी आशा है कि आज रात हमारे दर्शक आनंदित होंगे और ज्यादा से ज्यादा चंदा देंगे।"
चीनी संगीत दल दी वर्स मुख्यभूमि का एक प्रभावशाली संगीत दल है। सुनिए इस संगीत दल का गाया गीत "वसंत"
हिंद महासागर में उत्पन्न सूनामी संकट से मानव जाति को भारी क्षति पहुंची। इस से हमें महसूस हुआ कि समुद्र के सामने मानव कितना कमज़ोर है और प्राकृतिक विपदा को रोकने की शक्ति हमारे पास नहीं है। लेकिन हम मानवों में एक-दूसरे के प्रति प्यार है और यह प्यार एक ऐसी जबरबस्त शक्ति बन सकता है, जिससे पृथ्वी में विपदाएं को कम किया जा सकता है। इसलिए हमें एक साथ जुटकर पृथ्वी के पुनर्निर्माण के लिए एक-दूसरे की सहायता करनी चाहिए। विश्वास है कि हमारी मदद से विपदाग्रस्त क्षेत्रों की जनता महसूस कर सकेगी कि प्यार विश्व के हर कोने में है।
सुनिए लोंग ख्वान च्यो तुआन नामक संगीत दल का गाया "कोमल"नामक गीत । इसे गाते समय लोंग ख्वान च्यो तुआन ने कहा
"नमस्कार दोस्तो, हमारी आशा है कि हर किसी जरूरतमंद व्यक्ति को शीघ्र सहायता प्राप्त हो सकेगी । आशा है कि विपदाग्रस्त लोग शीघ्र ही उसकी बुरी छाया से बाहर निकल आएंगे। हमारा विचार है कि हमें विपदाओं को दूर करने की कोशिश करनी चाहिए और एक-दूसरे को सहायता देनी चाहिए। "
गीत---"कोमल"
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