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मऊ उत्तर प्रदेश के अफसर अली ने सी .आर .आई के हिन्दी विभाग को भेजे पत्र में कहा कि चीन एक महान देश है , यह विशाल है , यहां अनेक प्रकार की जन जाति के लोग निवास करते हैं , उसी विशाल देश में स्थित सी.आर .आई एक ऐसा रेडियो स्टेशन है , जिस की कृति पूरे विश्व में सर्वत्र फैली है । सी .आर .आई के लिए विश्व के प्रत्येक जगह से पत्र आते हैं , विश्व के कोने कोने में सी .आर .आई के श्रोता निवास करते हैं । सी .आर .आई अपनी अपनी रिपोर्टों एवं कार्यक्रमों से चीन की व्यवस्था , शिक्षा , व्यापार , चिकित्सा , इंजिनियरिंग आदि के विषय में सभी को ज्ञान देता है ।
वास्तव में चीन एक बहुत तेजी से विकास करता हुआ देश है , जो कुछ ही साल बाद एक विकसित देश होगा , यहां की आम जनता श्रमशील एवं ईमानदार है , चीन दुनिया में शांति का पैगाम फैला रहा है ।
दिलों में चीन है इस की शान ,
देता प्यार का यह पैगाम ।
सब को अपना मित्र बनाता,
सब को मित्रता व प्यार सिखाता ।
सब से मीठी है यहां की आवाज,
इस में है कुछ खास खास ।
हर चीनी की शान है ये ,
एशिया की तो जान है ये ।
जब भी यहां कोई परेशानी आये ,
भगवान उसे दूर जल्द भगाये ।
हम सब का है यही पैगाम,
गणतंत्र चीन बने महान ।
जीनेट आर , एल .सी के पी .ए ने हमें लिख कर कहा कि मैं आप का कार्यकम रोज सुनता हूं , आप का कार्यक्रम सभी स्टेशनों से अलग बातें बताता है । चीन का भ्रमण कार्यक्रम में चीन में सैर बहुत अच्छी लगती है । चीन में निर्माण व सुधार कार्यक्रम बहुत अच्छा लगता है । दिनांक 21 अक्तूबर को जीवन और समाज कार्यक्रम में रेडियो और टेलीविजन के बारे में एक विस्तार से चर्चा सुनने को मिली , बहुत पसंद आयी । सी .आर .आई एक इकना अच्छा स्टेशन है, जो श्रोताओं को सम्मान देता है । जब आप का कार्यक्रम प्रसारित होता है , तो मैं खुशी से झूम उठता हूं , क्योंकि आप के कार्यक्रम में सब से अलग बातें होती हैं , आप के कार्यक्रम में वाइस आफ अमरीका एवं रेडियो डायच वेले से अलग बातें बताई जाती है , जो बहुत ज्ञानवर्धक एवं मनोरंजक होती है ,आप की नई दिल्ली से रिपोर्ट भी बहुत बढ़िया लगती है । चीन के बारे में रिपोर्ट और चीनी गीत संगीत बहुत अच्छे कार्यक्रम है , आप के कार्यक्रम भी प्रसारित बहुत अच्छे ढंग से होते हैं । समाचार भी ताजे अच्छे और नये होते हैं , मैं आप से निवेदन करता है कि आप का पत्र मिला कार्यक्रम को हफ्ते में दो बार प्रसारित किजिए , क्यों कि हमारे एक भी पत्र शामिल नहीं हुआ है ।

आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के संजय कुमार अमन ने सी .आर .आई के हिन्दी प्रसारण के नाम लिखे पत्र में कहा कि हमें आप का भेजा हुआ पत्र मिला , सच जानिए कि आप के पत्रों के मिलने पर हमें अनिवर्चनीय आनंद की अनुभूति होती है । फिर तो हृद्य में केवल एक ही अभिलाषा उत्पन्न होती है कि या तो समय ही यहां एक जाए , या फिर ये सिलसिला ही खत्म न हो और लगातार दिनों , महीनों , सदियों तक सी .आर .आई की स्वरलहरियां हमारे कानों से हमारे हृद्य तक पहुंच कर हमारी हृद्य तंत्री को झंकत करती रहे । काश हम आप के संमुख बैठ कर आप को अपनी खुशियों से अवगत कराते , जो हमें सी .आर .आई से मिलती है । सी.आर.आई छात्र के लिए एक शिक्षक , भ्रमित के लिए उपदेशक , अज्ञान के लिए ज्ञान की भूमिका निभा कर चीन और भारत की सदियों पुरानी मित्रता को बरकरार रखे हुए है । यह सी .आर .आई के प्रयत्नों का ही एक फल है कि भारतीय ग्रामों के बच्चे भी चीन और चीनी समुदाय के बारे में ज्ञान रखते हैं । रविवार को तिब्बत के बारे में रिपोर्ट और चीनी गीत संगीत बहुत पसंद आया , वैसे खास कर चीनी बोलना सीखे मुझे हार्दिक पसंद है ।
कंचन रेडियो लिस्नर्स क्लब के शिव कंचन ने आप का पत्र मिला कार्यक्रम के नाम लिखे पत्र में कहा कि आप लोग खुद जानते हैं कि मैं आप का 15 साल पुराना श्रोता हूं । सी .आर .आई से लगाव ही इतना ज्यादा हो गया है कि इतने सालों से लगातार पत्र लिखता आ रहा हूं । हमारे 70 सदस्यों के क्लब में लगभग सभी इसे पसंद करते हैं । क्योंकि यहां से प्रसारित सभी कार्यक्रम इतने मनोरंजक और लुभावने होते हैं कि उसे सुने बिना चैन ही नहीं मिलता । जैसे आज का तिब्बत , आप की पसंद , चीनी बोलना सीखे , चीन का भ्रमम का तो जवाब ही नहीं । मेरे पास इसे सुन कर लगता है कि हम घर बैठे बैठे ही सारी चीन घूम कर आ गए । क्या बताऊं मैं तो अपने घर में तथा क्लबों में जा कर बोलता है कि चीन में इस प्रांत में वो लोग उस प्रांत और जगह ,शहर में ये लोग और फलां मंदिर है , तो वो लोग पूछ बैठता है कि क्या तुम वहां गए हो , तो मैं बड़ी विश्वास के साथ कहता हूं कि हां मैं वहां गया हूं । वैसे वे लोग मेरा विश्वास नहीं करते हैं , मगर ये सब चीन का भ्रमण कार्यक्रम का कमाल है । वैसे हाल के दिनों में जो आप ने समाचार प्रस्तुत करने का जो शैली प्रस्तुत किये हैं । वो काफी सराहनीय और लाभप्रद है ।
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