पिछले कुछ सालों में जब विश्व अर्थतंत्र के पुनरूत्थान की गति धीमी रही थी , तो उस समय चीन का अर्थतंत्र निरंतर तेजी से विकसित रहा है। इस साल के पूर्वार्द्ध में सार्स के कुप्रभाव के बावजूद भी , चीन ने आर्थिक विकास का अच्छा रूझान बरकरार रखा ।
उत्तरी चीन के तालीएन शहर में आयोजित पांच वीं एशिया-यूरोप अर्थ मंत्रियों की बैठक में एशियाई व यूरोपीय के जाने माने अर्थ शास्त्रियों ने एशिया व यूरोप के आर्थिक व व्यापार सहयोग सवालों पर व्यापक रूप से गहन विचार विमर्श किया । बैठक में उपस्थित चीनी वाणिज्य मंत्री ल्वी फू य्वेन ने हमारे संवाददाता के साथ साक्षात्कार में कहा
हालांकि इस साल चीन पर सार्स जैसे कुछ कारकों का बुरा प्रभाव पड़ा था, तो भी चीन की संपूर्ण आर्थिक वृद्धि का उम्दा रूझान बरकरार रहा।
आंकड़ो के अनुसार, पिछले छह महीनों में चीन के कुल घरेलु उत्पादन मूल्य में गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में आठ दशमलव दो प्रतिशत की वृद्धि हुई थी, आयात निर्यात की कुल रकम व विदेशी पूंजी का वास्तविक प्रयोग भी पिछले साल की समान अवधि की तुलना में तीस प्रतिशत अधिक रहा। चीनी प्रधान मंत्री वन च्या पाओ और उप प्रधान मंत्री सुश्री उ ई आदि सर्वोच्च राष्ट्रीय नेताओं ने अलग अलग जगहों में कहा था कि चीन पर सार्स का प्रभाव अस्थायी व न्यून्तम स्तर पर ही रहा था , उसने चीन के आर्थिक वृद्धि के संपूर्ण रूझान को नहीं बदला है। उन्होने इस साल कुल घरेलु उत्पादन मूल्य में अनुमानित सात प्रतिशत वृद्धि के पूर्व निर्धारित लक्ष्य के पूरा होने पर प्रबल विश्वास व्यक्त किया।
जुलाई के प्रारम्भ में जब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन को सार्स की पंक्ति से हटा लेने का एलान किया था तो सार्स से बुरी तरह प्रभावित चन्द कोरोबारों ने जल्द ही भावनापूर्वक उत्पादन की बहाली पर बल दिया और बाजार में अपने खोये स्थान को फिर से हासिल करने का हौसला बुलन्द किया । चीनी उपप्रधान मंत्री सुश्रा उ ई ने एशियाई व यूरोपीय अर्थ मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि चीन सरकार अपनी आर्थिक की स्थिरता व स्वस्थ विकास को प्रेरित करने के साथ साथ सुधार व खुलेपन की नीति को और आगे बढ़ाने का प्रयास जारी रखेगा और विश्व व्यापार संगठन को दिए अपने वचनों का कड़ाई से पालन करेगा, चीन विश्व के विभिन्न देशों के चौतरफा, बहुक्षेत्रीय व गहन सहयोग को सुदृढ़ कर दुनिया के सभी देशों के साथ समृद्धशाली व सौन्दर्य भविष्य का उजागर करेगा।
विश्व व्यापार संगठन के सदस्य देश बनने के बाद बीते एक साल में चीन सरकार ने सर्वोतोमुखी से अपने वचनों का पालन किया और आयात चुंगी कर वसूली में भारी कटौती की, सेवा व निवेश बाजार में प्रवेश की सीमित में ढील दी और अन्तरराष्ट्रीय प्रचलित नियमों से मेल बिठाने के साथ चीन की वास्तविक स्थिति के अनुरूप आर्थिक व व्यापारिक प्रबंध व्यवस्था की स्थापना की । नतीजातन चीन की आर्थिक व व्यापारिक नीति की पारदर्शिता बढ़ी है तथा बाजार के खुलेपन का दायरा विस्तार हुआ।
वर्तमान चीन की समाजवादी बाजार अर्ततंत्र व्यवस्था का निरंतर स्वस्थ विकास हुआ है और पूंजी निवेश का पर्यावरण अधिकाधिक बेहतर होता जा रहा है। एशियाई व यूरोपीय अर्थ मंत्रियों की बैठक में भाग ले रहे थाएलैंड के व्यापार मंत्रलाय के वैदेशिक व्यापार विभाग के निदेशक श्री रेछने पोटजानासुनटोन ने चीन की उल्लेखनीय आर्थिक विकास के तथ्यों पर टिप्पणी करते हुए कहा चीन ने पिछले सालों में व्यापारिक नियमों की पारदर्शिता को बहुत अच्छी तरह प्रर्दर्शित किया है, इस तरह विदेशी व्यापारियों को चीन के साथ व्यापार चलाने में अत्यन्त सुविधा मिलेगी । मै चीन के बुहत से शहरों की यात्रा कर चुका हूं और मैने देखा कि हरेक शहरों की आर्थिक वृद्धि दर बहुत ही ऊंची है और वहां की पूंजी निवेश पर्यावरण भी बेहतरीन है।
श्री रेछने पोटजानासुनटोन ने यह भी कहा कि थाए सरकार अपने देश के उद्यमों को चीन में निवेश करने का समर्थन करती है। उन्होने कहा कि हालांकि थाएलैंड के उद्यमों को निवेश में कुछ एसी वैसी समस्याओं से निपटना पड़ता है , फिर भी उन्होने आशा जातायी कि इन समस्याओं के हल होने की कोई बड़ी बाधा नहीं है।
यूरोपीय संघ में एशिया व यूरोपीय सहयोग मामला की अधिकारी सुश्री सेन्ड्रा कैलन्कन ने हमारे संवाददाता के साथ साक्षात्कार में कहा कि चीन के आर्थिक विकास ने चीन को द्विपक्षीय व बहुपक्षीय सहयोग के सुनहरे अवसर प्रदान किए है। उन्होने विशेषकर चीन और यूरोपीय संघ के सहयोग पर अपना विचार प्रकट करते हुए कहा मेरे ख्याल में सभी लोगों ने जरूर महसूस किया है कि आज चीन एक शक्तिशाली व अधिकाधिक महत्वपूर्ण देश बनता जा रहा है। निस्देंह यूरोपीय संघ के साथ सहयोग में चीन एक बहुत बड़ा व बहुत महत्वपूर्ण साझेदारी देश है। यह सचमुच हमारी अभिलाषा है जिसे हम देखने की उम्मीद बांधे हुए है , हम चाहते है कि हमारे चीन के साथ सहयोग लगातार बढ़ता जाए।
चीन का आर्थिक विकास विश्व आर्थिक के साथ का संबंध भी इस बैठक एक ध्यानाकर्षक मुददा रहा था। बैठक में उपस्थित कुछ प्रतिनिधियों ने कहा कि चीन का आर्थिक विकास दुनिया की आर्थिक में सक्रिय भूमिका अदा करेगा , इसे एक सुअवसर की दृष्टि से देखना चाहिए । चीन की सामाजिक विज्ञान आकादमी के विश्व अर्थतंत्र व राजनितिक अनुसंधान प्रतिष्ठान के डाक्टर श्री ह फान ने कहा संपूर्ण रूप से देखा जाए , हम यह कहा सकते है कि चीन का विकास दुनिया के अर्थतंत्र को खींचने की भूमिका निभा सकता है । एक तरफ चीन के उजागर से विकसित देशों के अपने उद्योग ढांचे में समायोजन करने और उन्हे बेहतरीन निवेश स्थानें प्रदान करने में मदद मिलेगी तो दूसरी तरफ चीन का उजागर आसपास विकासशील देशों को अधिकाधिक सार्थक सुअवसर भी प्रदान करेगा।
श्रोताओ, आगामी बीस वर्ष चीन की आर्थिक विकास के सुनहरे बीस साल होगा, वर्ष दो हजार बीसमें चीन के कुल घरेलु उत्पादन मूल्य में वर्ष दो हजार की तुलना में चार गुने की वृद्धि होगी और चालीस खरब अमरीकी डालर तक पहुंचने की उम्मीद है , इस के अतिरिक्त आयात निर्यात की रकम में भी चार गुने की बढ़ोतरी होने की संभावना है। इन लक्ष्यों को यदि पूरा कर लिया जाए तो न केवल चीन के दसेक अरब चीनी जनता इस का लाभ उपभोग कर सकेगे , बल्कि दुनिया के आर्थिक विकास के लिए भी एक सकारत्मक योगदान होगा।
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