गत शताब्दी के अस्सी वाले दशक से ही गायक थू होंग कांग चीनी संगीत मंच पर सक्रिय रहे , उस ने अपने बुलंद आवाज़ और पेइचिंग ऑपेरा की गायन शैली में गाए गीतों से चीनी संगीत मंच में अपनी अलग पहचान बनायी है ।
थू होंग कांग का जन्म राजधानी पेइचिंग में हुआ । 11 वर्ष की उम्र में उस ने चीनी ऑपेरा कोलेज में दाखिला पाया , और पेइचिंग ओपेरा सीखने लगा । वर्ष 1985 में उस ने श्रेष्ठ विद्यार्थी के रूप में चीनी ऑपेरा कालेज से स्नातक हुआ , लेकिन वह एक पेइचिंग ऑपेरा का अभिनेता नहीं बना , बल्कि चीनी रेलवे कला मंडली में दाखिला हुआ, और एक गायक बन गया ।
संगीत क्षेत्र में प्रवेश के शूरू में थू होंग कांग अपनी क्षमता से चीनी पोप म्युज़िक मंच में उभरा । पहले वह चीनी लोकगीत तथा चीन के थाईवान व हांगकांग के मशहूर गायकों के गीत गाने से देश में मशहूर हुआ , और विभिन्न किस्मों की संगीत प्रतियोगिताओं में पुरस्कार हासिल हुआ । वर्ष 1991 में थू होंग कांग संगीत मंच से विदा लेकर अमरीका में व्यापार करने चला गया । पांच वर्ष बाद यानी वर्ष 1996 में वह " रानी से वीर राजा की बिदाई" नामक गीत को ले कर चीनी संगीत मंच में वापस लौटा , इस वीरता की भावना से भरपूर गीत का तत्कालीन चीनी संगीत मंच पर जबरदस्त प्रभाव पड़ा और विभिन्न जगतों तथा दर्शकों की खूब प्रशंसा मिली।
वर्ष 2004 के फरवरी में थू होंग कांग ने अपना नया एलबम "मेरा प्यार" जारी किया । पहले के गीतों की राष्ट्रीय शैली की तुलना में इस एलबम में रोमान्टिक भावना ज्यादा व्यक्त हुई । गीग गाने से थू होंग कांग ने दर्शकों को अपनी सच्ची भावना दिखायी , और गीत गाने में उस की विविध शैली भी जाहिर हुई । अपनी गायन शैली के परिवर्तन की चर्चा में थू होंग कांग ने कहा
"पहले मैं ने चीनी राष्ट्रीय पृष्ठभूमि में लोकगीत गाया । इस दौरान गायक के रूप में मुझे इन गीतों की राष्ट्रीय सांस्कृतिक पृष्ठभूमि की अभिव्यक्ती करना है । मेरा विचार है कि यह मेरे असली जीवन से दूर है । इस लिए मैं ने अपने नए एलबम "मेरा प्यार" में कई गीत खुद बनाए , जिन में कई प्रेम गीत शामिल है । इन गीतों की भावना मेरे सचे जीवन से नज़दीक है, और गाते समय मैं अपनी सच्ची भावना अभिव्यक्त कर सकता हूँ ।"
गीत "मेरा प्यार"
गीत का भावार्थ कुछ इस प्रकार है
मेरी बेबी, मेरा प्यार
मैं तुम से विदा नहीं लेना चाहता हूँ
क्यों कि मैं तुम से सब से प्यार करता हूँ
मेरी बेबी, मेरी प्रेयसी,
तुम्हारा प्यार को मुल्यवान नहीं समझता था
जब खोया ,तभी समझ में आयाः
तुम्हारा प्यार इतना महत्वपूर्ण रहा ,
और किसी से मुझे नहीं दे सकता है .
तुम वहीं हो
मैं तुम्हारी वापसी चाहता हूँ
अब मैं समझता हूँ ,
जिंदगी प्यार के साथ रहेगी
तुम्हारे बिना मेरे आज और कल
जिस का रंग नहीं आएगा ,
वापस आओ, वापस आओ , मेरी प्रेमिका
मैं तुम से विदा नहीं लेना चाहता हूँ, मेरी बेबी
मेरे दिल में प्यार का फुल उगाया तुम ने
वह खिलता रहा अब
मैं तुम से विदा नहीं लेना चाहता हूँ, मेरी बेबी
वसंत में हो या शरद में
मेरा प्यार सदा से रहेगा तुम्हारे साथ
खिलता रहेगा चार ऋतुओं में मेरा प्यार
सदा नहीं बुझेगा मेरा प्यार
गीत "मेरा प्यार"की धुन ही नहीं, बोल भी थू होंग कांग ने खुद लिखे हैं , उस ने अपनी प्रेम की भावना से गीत गाया , और गीत में अपनी प्रेमिका की खोज करने वाले पुरूष के दिल की बातें सुनायी गयी । "तुम्हारा प्यार को मुल्यवान नहीं समझता था,जब खोया तो समझ में आया कि तुम्हारा प्यार इतना महत्वपूर्ण है"। सच्च है , हमें वर्तमान का सुखमय जीवन और प्रेम को मुल्यवान समझना चाहिए। वरना इसे खो कर पछतावा होगा ।
पोप संगीत के क्षेत्र में वर्षों से संगीत के प्रति थू होंग कांग की रूचि कभी कम नहीं हुई । उस ने गीत गाने के साथ साथ अपनी संगीत कंपनी भी खोली , थू होंग कांग की आशा है कि वह चीन के राष्ट्रीय संगीत को विश्व में प्रवेश करने की कोशिश करेगा । उन ने कहा
"अब मैं महज गायक की हैसियत से दर्शकों के सामने मौजूद नहीं हूँ । मेरी आशा है कि अपनी कोशिशों के जरिए चीनी संगीत क्षेत्र में कुछ न कुछ काम करूंगी , और वर्तमान स्थिति को बदलूंगी । मेरा विचार है कि हमारी पीढ़ी के लोग और ज्याद काम कर सकते हैं । इस लिए भविष्य में मैं चीनी संगीत क्षेत्र के लिए अपना ज्यादा योगदान करूंगा ।"
हम थू होंग कांग की कोशिशों के इन्तज़ार में हैं, और हमें आशा भी हैं कि वह चीनी संगीत क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा योगदान करेगा । अच्छा, इसी उम्मीद के साथ हमारा आज का चीनी गीत संगीत कार्यक्रम आप से भी विदा ले रहा है । इस से पूर्व आप सुनेंगे, थू होंग कांग का एक और गीत , नाम है "मैं धन्यवाद देता हूँ"। गीत में थू होंग कांग ने ग्रामीण संगीत शैली का प्रयोग कर अपने माता पीता , अपने अध्यापकों तथा दोस्तों के प्रति अपना धन्यवाद की भावना अभिव्यक्त की , तो सुनिए, गीत में थू होंग कांग के दिल की बातें
"मैं धन्यवाद देता हूँ"
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