चीन ने इस साल अपने छांगजङ राकेटों से आठ अंतरिक्ष प्रक्षेपन किए थे , जिन से कुल दस उपग्रहों को पूर्व निश्चित अंतरिक्ष कक्षाओं में स्थापित किया गया है । चीनी अंतरिक्ष विज्ञान तकनीक समूह के प्रेस प्रवक्ता श्री ल्यू लिनचुंग ने 15 तारीख को संवाददाता के साथ बातचीत में कहा कि इस साल चीन ने पिछले सालों में सब से अधिक अंतरिक्ष प्रक्षेपन किए है और अगले साल भी ज्यादा प्रक्षेपण करेगा , जिन में शनचो छै समानव अंतरिक्ष यान शामिल होगा । सुनिए विस्तार से ।
इस साल चीन ने जो अंतरिक्ष यान छोड़े थे , उन की संख्या अब तक चीन के अंतरिक्ष सर्वेक्षण इतिहास में सब से ज्यादा है । चीन के स्वनिर्मित छांगजङ श्रृंखला के राकेटों ने आठ बार प्रक्षेपन किए थे , जो इस क्षेत्र में सब से ज्यादा भी है । इस तरह अब तक चीन के छांगजङ वाहक राकेटों से कुल 83 प्रक्षेपण किए गए थे , जिस की सफलाता दर 93 प्रतिशत तक जा पहुंची है । चीनी अंतरिक्ष विज्ञान तकनीक समूह के प्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इस प्रकार के ऊंचे स्तर और अधित संख्या में उपग्रह छोड़े जाने से जाहिर है कि चीन के वाहक राकेटों की गुणवता और संबंधित प्रबंध का स्तर ऊंचा उन्नत हो गया है । वे कहते हैः
इस साल का प्रक्षेपन काम मुख्यतः साल के उत्तरार्द्ध में किया गया था , 25 जुलाई से 18 नवम्बर तक के चार महीनों से कम समय में ही चीन ने 7 प्रक्षेपण किए थे , हर बार का प्रक्षेपन योजना तथा पूर्व निर्धारित समय पर किया गया था , इस तरह की सफलता अच्छी तरह बनायी गई योजना तथा प्रक्षेपन प्रक्रिया के डिजाइन व जांच तकनीक की उन्नति से जुड़ी हुई है । यह इस का प्रतीक भी है कि चीन के वाहक राकेट का गुणवत्ता और इंजिनियरिंग प्रबंध का स्तर बहुत ऊंचा उन्नत हो गया ।
वर्तमान में चीन की छांगजङ श्रृंखला वाहक राकेटों की कुल 12 किस्में हैं , जो किसी भी अंतरिक्ष कक्षा में किसी भी किस्म का अंतरिक्ष यान ले जा सकते हैं । अब नई पीढ़ी के वाहक राकेट के अनुसंधान व निर्माण में भी भारी प्रगति प्राप्त हुई है और उस की कुंजीभूत तकनीकों के विकास में भी सफलता हासिल हुई है ।
इस साल उपग्रह छोड़े जाने में चार किस्मों के विभिन्न प्रकार के राकेटों का प्रयोग किया गया है , जिन में से छांगजङ नम्बर दो की तृतीय श्रृंखला के राकेटों से पिछले साल के दिसम्बर माह से इस साल के नवम्बर तक तीन बार प्रक्षेपन केन्द्रों से पांच सफल प्रक्षेपन किए गए और छै उपग्रह अंतरिक्ष में छोड़े गए , यह कामयाबी चीन के अंतरिक्ष इतिहास में अभूतपूर्व मानी जाती है ।
इस साल चीन द्वारा प्रक्षेपित उपग्रहों की किस्में और संख्या सब से अधिक है और उन का परिक्रमा काम भी सब से अच्छा है । उपग्रहों में संसाधन उपग्रह , वापसी उपग्रह , वैज्ञानिक परीक्षण उपग्रह , वैज्ञानिक सर्वेक्षण उपग्रह तथा लघु उपग्रह शामिल हैं । इन उपग्रहों ने चीन के आर्थिक निर्माण तथा वैज्ञानिक अनुसंधान काम में अच्छी भूमिका अदा की है ।
सूत्रों के अनुसार अगले साल भी चीन अनेक उपग्रह छोड़ेगा , जिन में से शनचो छै समानव अंतरिक्ष यान सब से अधिक ध्यानाकर्षक होगा । चीनी अंतरिक्ष तकनीक अनुसंधान व विकास प्रतिष्ठान के प्रभारी श्री चुन चाच्यन ने कहा कि पिछले साल शनचो पांच के सफल प्रक्षेपण से यह सिद्ध हुआ है कि शनचो श्रृंखला अंतरिक्ष यान का समूचा डिजाइन युक्तिसंगत और सुरक्षित है । शनचो छै दो अंतरिक्ष यात्रियों को पांच दिन की यात्रा के लिए ले जाएगा , इस की सफलता के लिए और अधिक कड़ी परीक्षा की आवश्यकता है । वे कहते हैः
दो यात्रियों को ले कर पांच दिन की अंतरिक्ष यात्रा के लिए शनचो समानव अंतरिक्ष यान की पर्यावरण व्यवस्था तथा जीवन सुरक्षा व्यवस्था की कड़ी परीक्षा की जाती है , इस परीक्षा पर खरा उतरने की गारंटी के लिए चीनी अंतरिक्ष यान अनुसंधान व विकास संस्थान को इस मिशन की विशेषता का बारीकी विश्लेषण कर सभी तैयारियों को बेहतर करने की कोशिश करना चाहिए ।
श्री युन चाच्यन ने कहा कि वर्तमान स्थिति की दृष्टि से अगले साल के शरद में शनचो छै समानव अंतरिक्ष यान छोड़ने का काम सुगम चल रहा है ।
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