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(GMT+08:00) 2004-12-08 16:55:58    
दुनिया में भगवान बुद्ध का सब से विशाल थानखा चित्र

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दुनिया में भगवान बुद्ध का सब से विशाल थानखा चित्र चीन के तिब्बत स्वायत प्रदेश की राजधानी ल्हासा के पोताला महल में सुरक्षित है ।इस थानखा चित्र की लम्बाई 60 मीटर और चौड़ाई30 मीटर है और कुल क्षेत्रफल है 1800वर्ग मीटर।यह शानदार थानखा चित्र साल भर में केवल किसी एक शुभ दिन ही पोताला महल से बाहर निकाल कर प्रदर्शित किया जाता है ।

 

मित्रो, क्या आप ने कभी थानखा चित्र देखे हैं। थानखा चित्र बहुत सुन्दर होते हैं और विश्व की छत पर स्थित तिब्बत में बहुत लोकप्रिय हैं। थानखा तिब्बत में प्रचलित चित्र का नाम है। हाल ही में हमारी संवाददाता सुश्री ल्यू हवी को थानखाचित्र के विषयले कर सुश्री सोलानचौमा के साथ बातचीत करने का मौका मिला ।सुश्री सोलानचौमा का कहना है कि थानखा चित्र तिब्बत में बड़े प्रचलित हैं। इस प्रकार के चित्र कपड़े , कागज़ , बकरी की खाल और रेशम पर चित्रित होते हैं। सोने, हीरे, मोती और मूंगे जैसी दुर्लभ चीजें थानखा के रंग बनाने के काम आती हैं। जरा सोचिए, सोने, हीरे, मोती और मूंगे जैसी दुर्लभ चीजों से बने थानखा चित्र कितने शानदार होते होंगे।सोने, हीरे ,मोती और मूंगे जैसी दुर्लभ चीजों से बनाये गये थानखा चित्रों का रंग वर्षों तक सुरक्षित रहता है।

 

थानखा चित्रों का इतिहास हजार वर्ष पुराना माना जात है। विश्व की छत पर स्थित तिब्बत में बहुत से लोग बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं। उन के अनुरोध पर चित्रकारों ने थानखा चित्रों में भगवान बुद्ध को अंकित किया है। बहुत से तिब्बती लोग अपने घर में थानखा चित्र विशेष स्थान पर रखते हैं और रोज उस के सामने पूजा करते हैं ।वे उन के जीवन का एक अभिन्न भाग होते हैं। मित्रो क्या आप जानते हैं कि दुनिया में भगवान बुद्ध का सब से विशाल थानखा चित्र कहां सुरक्षित है।

 

सुश्री सोलानचौमा आप को बता रही हैं इस बारे में। सुश्री सोलानचौमा का कहना है कि दुनिया में भगवान बुद्ध का सब से विशाल थानखा चित्र अब चीन के तिब्बत स्वायत प्रदेश की राजधानी ल्हासा के पोताला महल में सुरक्षित है । इस थानखा चित्र की लम्बाई 60 मीटर और चौड़ाई30 मीटर है और कुल क्षेत्रफल है 1800वर्ग मीटर।यह साल भर में केवल किसी एक शुभ दिन ही पोताला महल से बाहर निकाल कर प्रदर्शित किया जाता है ।

 

बौद्ध धर्म के हजारों अनुयायी इस थानखा चित्र को उपहारस्वरूप इतने सफेद हाते अर्पित करते हैं कि वे इस चित्र के ऊपर उड़ते हजारों सफेद बादलों की तरह लगते हैं। हजारों लोग इस थानखा चित्र के सामने प्रार्थना और पूजा करते हैं और उन की भारी आवाज़ जब चारों ओर गूंजती है तो पठारी शहर ल्हासा त्यौहार की खुशी से ओतप्रोत हो जाता है। मित्रो आज हमारी तिब्बती बहन सुश्री सोलानचौमा ने हमें थानखा चित्र के बारे में बहुत अच्छी जानकारी दी। हम इसके लिए उन के आभारी हैं।

सुश्री सोलानचौमा आप से कहना चाहती हैं कि अगर आप को मौका मिला हम आप का तिब्बत स्वायत प्रदेश की यात्रा करने पर हार्दिक स्वागत करते हैं ।