चीन के कुए चओ प्रांत के चालीस वर्षीय किसान वान छिन और उनकी पत्नी काओ मू लान रोजाना सुअर पालन व फूल उगाने के कामों में व्यस्त रहते हैं, अपनी मेहनत की कमाई को देखते वे हमेशा फूले नहीं समाते। वान छिन को जब भी सुअर पालन व फूलों की खेती पर बोलने को कहा जाए तो उनके शब्दों में हर्षोल्लास का रस भरा महसूस होता है , उन्होने कहा इस समय हम नए संकरण के सुअर पालन पर जोर दे रहे हैं, संकरण तकनीक से सुअर तेजी से पलबढ़ रहे हैं, एक सौ दिन में उनका वध किया जा सकता है।सुअर के पालन का तरीका, सुअर का बाड़ा का निर्माण तथा सुअर की रखवाली आदि ज्ञान हमने लांग डिस्टेनेस शिक्षा स्कूल में सीखा था। इस साल हमने दस से अधिक सुअर बाड़ों का निर्माण किया, फूल उगाने की तकनीक भी हमने इस स्कूल से सीखी थी, आजकल फूलों की मांग भी बढ़ती जा रही है।
इस से पहले कई सालों से वान छिन ने प्रांत से बाहर जाकर कोयले व वास्तु निर्माण की मजदूरी की, यहां तक कि छोटे मोटे धन्धे भी चलाए। वान छिन ने कहा कि स मजदूरी जोखिम काम तो है उसके साथ आमदनी स्थिर भी नहीं है। जबकि आज वह घर में अपना पशुपालन व फूलों की खेती कर इतमीनान से पैसा कमा लेते हैं। वान छिन पहले गुलाब की खेती की थी लेकिन उस समय तकनीक ज्ञान न पाने की वजह से सारे गुलाब मुरझा गए । आज उन्होने लांग डिस्टेन्स शिक्षा के सहारे फूलों को उगाने की तकनीकी ज्ञान प्राप्त कर लिया है उनका हौसला अधिकाधिक बढ़ता जा रहा है।
उधर वानछिन की पत्नी ने हमें बताया कि पशु पालन के अलावा वह धान की खेती भी करती हैं। हालांकि कृषि काम व पशु पालन से वह बहुत थक जाती हैं लेकिन जब से उन्होने तकनीकी ज्ञान से कृषि व पशु पालन करना शुरू किया है , उनकी क्रियाशीलता लगातार बढ़ती जा रही है। सुअर पालने , फूल व धान की खेती करने से हम बहुत थक तो जाते हैं , लेकिन अपने परिश्रम से हासिल पैसों को देखकर हमारे खुशी का ठिकाना नहीं रहता। हर एक सुअर के पालन से हम 1600 से 1800 य्वेन कमा लेते हैं। हर साल एजेलिया फूल के उगाने से हमे 10 से 20 हजार य्वेन कमाने में कोई मुश्किल नहीं होती है, गुलदाउदी फूल से हमें अलग 10 हजार की आमदनी हासिल हो सकती है।
वान छिन और उनकी पत्नी छिन सान गांव के एक मामूली किसान ही हैं, गांव के अन्य किसानों ने वान छिन की तरह लांग डिस्टेन्स शिक्षा के माध्यम से कृषि समुन्नत तकनीकी माहिर कर ली है। पहले इस गांव में धान जैसे खेतों की ही खेती की जाती थी। आज लांग डिस्टेन्स शिक्षा ने गांवासियों को मस्तसय पालन समेत पशु पालन के ज्ञान प्रदान किए हैं, किसानों ने वसंत प्याज , टमाटर व चैरी उगाने में उत्साह दिखाया है, इस के साथ गांववासियों ने फूलों के फलते फूलते बाजार को देखते हुए फूलों की खेती भी शुरू कर दी है, प्रारम्भिक अनुमान से पता चला है कि छिन सान गांव ने केवल फूल उगाने से 6 लाख य्वेन का आर्थिक मुनाफा कमाया है।
गांव के मुखिया यांग सू ली ने कहा कि लांग डिस्टेन्स शिक्षा से पहले गांववासियों की वैज्ञानिक तकनीकी अवधारणा इतनी प्रगाढ़ नहीं थी, आज हर परिवार ने तकनीक ज्ञान का मीठा स्वाद चखा है। उन्होने लांग डिस्टेन्स शिक्षा की खूबी और गांव में हुए परिवर्तन पर हर्षोल्लास से कहा लांग डिस्टेन्स शिक्षा से पहले हमारे गांव में केवल 20 फूलों के बाड़े थे , लांग डिस्टेन्स शिक्षा के शुरू होने के बाद आज 300 फूलों के बाड़े हैं। गांव में एक फूल खेती सोसाइटी की स्थापना की गई है, सोसाइटी किसानों को अपने अपने फूलों को बेचने में मदद दे सकती है। पिछले साल फूलो के उगाने से हर परिवार की आमदनी में 200 से 300 य्वेन की वृद्ध हुई थी।
कुए चओ प्रांत के छिन सान गांव में लांग डिस्टेन्स शिक्षा के सहारे किसानों के तकनीक माहिरता हासिल कर धनी होने के मिसाल ने अन्य प्रांतो के गांवो में भी समुन्न तकनीक का प्रसार करने का हौसला बढ़ाया है। कई गांवो में लांग डिस्टेन्स शिक्षा को अपने गांवो में चलाने का अनुरोध भी तेजी से बढ़ता जा रहा है। योजनानुसार 2010 तक लांग डिस्टेन्स शिक्षा नेट वर्क सात लाख प्राशासनिक गांवो में और 40 हजार बस्तियों में फैलाया जाएगा, ताकि व्यापक गावों के किसानों को तकनीकी शिक्षा से अपने भाग्य को चमकाने का अवसर हासिल हो सके।
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