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(GMT+08:00) 2004-11-22 08:45:51    
चीन के तिब्बत स्वायत प्रदेश से मिली खबरियां

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मित्रो हाल ही में चीन के तिब्बत स्वायत प्रदेश से एक के बाद एक अनेक खबरियां मिली हैं।अब हम आप के सामने प्रस्तुत कर रहे हैं । आशा है कि आप को चीन के तिब्बत स्वायत प्रदेश की नयी जानकारियां प्राप्त होगीं ।

चीन के तिब्बत स्यायत्त प्रदेश के प्रमुख अधिकारियों ने 14 तारीख को ल्हासा में आयोजित धार्मिक गतिविधि में आये ग्यारहवें पंचन लामा एल्डनी च्येचीजेपू से भेंट की ।भेंट के दौरान ग्यारहवें पंचन लामा ने तिब्बत के विकास पर संतोष प्रकट किया ।ग्यारहवें पंचन लामान ने कहा कि इधर कुछ सालों में तिब्बत के निरंतर आर्थिक विकास और जन-जीवन के स्तर की उन्नति के साथ साथ तिब्बती बौर्द्ध धर्म के विभिन्न मठों व धार्मिक स्थलों को अच्छी तरह सुरक्षित किया गया और व्यापक जनता को धार्मिक विश्वास की स्वतंत्रता है ।इस पर मुझे बडी खुशी हुई है ।

11वें पंचन लामा का अपना नाम च्येन्जांनोपू है ।29 नवंबर 1995 को तिब्बती बौद्ध धर्म के नियमों और निश्चित एतिहासिक प्रथा के मुताबिक ल्हासा के चुला खां मंदिर की बुद्ध मुर्ति के सामने परंपरागत तरीके से उसे दसवें पंचन लामा का अवतार चुना गया ,जिस की चीनी राज्य परिषद ने पुष्टि की है ।हाल में 11वें पंचन लामा ने चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की राजधानी ल्हासा के केंद्र में स्थित प्राचीन बौद्ध चुला खां मठ में शाक्यमुनि की पूजा की।रिपोर्टों के अनुसार, इस मठ में शाक्यमुनि की यह मूर्ति थांग राजवंश की राजकुमारी वन छन ने स्थापिक की थी, औऱ उसे तिब्बती बौद्ध धर्म की विभिन्न शाखाओं का सम्मान प्राप्त है। पिछले कोई 1300 वर्षों में चुला खां तिब्बती बौद्ध धर्म की विभिन्न शाखाओं के लिए पवित्र मठ बना रहा है। अब तक हुए सभी पंचन लामा या जीवित बुद्ध ल्हासा पहुंचने पर चुला खां मठ के दर्शन करते रहे हैं।रविवार को 11वें पंचन लामा ने चुला खां मठ में भिक्षुओं के साथ भी पूजा पाठ किया।

इधर के सालों में चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश ने अपनी तिब्बती चिकित्सा व औषधि के विकास को स्वास्थ्य कार्यों में एक महत्वपूर्ण कार्य बनाया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, वर्तमान तिब्बत के कुल 22 तिब्बती औषधि उत्पादन उपक्रमों में कोई 360 किस्मों के तिब्बती औषधियां तैयार की जाती हैं और उसका वार्षिक मूल्य 27 करोड़ य्वेन तक पहुंचता है।तिब्बती औषधि के वैज्ञानिक अनुसंधान में पिछले कुछ सालों में कोई 30 से अधिक तिब्बती औषधियों से संबंधित अनुसंधान विषय देश व संबंधित मंत्रालयों के महत्वपूर्ण अनुसंधान मुददों की सूची में शामिल किए जा चुके हैं और उनमें भारी सफलता प्राप्त हुई है, इस के अलावा इस पर बहुत सी विशेष पुस्तकें भी प्रकाशित की जा चुकी हैं।

चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की प्रथम एयर लाइनस यानी नेशनल एयर लाइनस की तिब्बती शाखा कम्पनी रविवार को ल्हासा में स्थापित हुई। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की सरकार का मानना है कि इस से तिब्बत की वायु परिवहन व यातायात जाल और अधिक पूरिपूर्ण होगा और वह तिब्बत के सर्वोतोमुखी विकास व निर्माण को और आगे बढ़ाने में सकारत्मक भूमिका अदा करेगी ।सूत्रों के अनुसार, वर्ष 2004 के अन्त तक नेशनल एयर लाइनस की तिब्बती शाखा कम्पनी के पास अपने सात समुन्नत यात्री विमान होंगे , वर्तमान में ल्हासा से चीन के भीतरे इलाके छङतू, पेइचिंग व नेपाल के काठमांडू शहरों समेत हांगकांग विशेष प्रशासनिक क्षेत्र व छांगतू प्रिफेक्चर आदि तक 10 से अधिक हवाई मार्ग खोले जा चुके हैं और तिब्बती एयर कम्पनी ने ल्हासा और छांगतू हवाई अड्डों और तिब्बत के लिंग चे, आ ली आदि में निमार्नधीन हवाई अड्डों के बीच हवाई मार्ग जल्द खोलने की योजना भी बनाई है , ताकि तिब्बत में जल्द ही एक पूर्ण हवाई मार्ग जाल की स्थापना की जा सके।

चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की सरकार ने हाल ही में ल्हासा में ऐलान किया कि समुद्र की सतह से बहुत ऊंचाई पर स्थित तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में प्राकृतिक स्थिति विषम होने के कारण विशाल भूमि होने के बादजूद जनसंख्या खासी कम है। उसकी एक वर्ग किलोमीटर भूमि पर औसतन तीन लोग रहते हैं। इन कारणों से तिब्बत में दूर संचार का व्यापक जाल फैलाना मुश्किल रहा है।पर इधर के सालों में चीनी दूर संचार विभाग तथा तिब्बत के संबंधित विभागों ने तिब्बत में एक अरब, पचास करोड़ य्वान की राशि लगा कर ओप्टिकल केबल व्यवस्था तथा उपग्रह संचार व्यवस्था का जोरदार विकास किया। इस तरह वहां की तमाम काउंटियों में केबल बिछाये गए और सभी टाउनशिपों को टेलीफोन की सेवा उपलब्ध करायी जा सकी। इस समय तिब्बत में टेलीफोन उपभोक्ताओं की संख्या छै लाख है।