एक छोटी मधुमक्खी अपने मित्रों से जुदा हो कर गुमराह हुई , जब रास्ते में भटक रही थी , अचानक मुसलाधार बारिश हुई , इस तरह उस से उड़ा नहीं जा सका , सो वह फुलों की क्यारी के बांस के बाड़े पर सांस लेने उतरी । थोड़ी देर में बारिश थम गई , लेकिन नन्हीं मधुमक्खि को घर जाने के लिए कुछ ताकत नहीं रही । वह थकान से मरने जा रही थी । उस का जी पराग और फुल का रस के लिए बेतरह तड़प हो रहा था , तेज भूख -प्यास से वह फुट फुट कर रोने लगी ।
बांस के बाड़े के नीचे एक मॉनिंग गलोरी का फूल खिला था , मधुमक्खि का केन्द्रन सुन कर उस ने सोचा कि बेचारी मधुमक्खि जरूर भूख प्यास से बुरी पीड़ित हो रही है , मुझे उस की मदद करना चाहिए । परंतु मधुमक्खि पास निकट तो नहीं है , तो मैं किस तरह ऊपर चढ़ कर उस की मदद करूं । हां , पास एक रस्सी लटकी जरूर है , पर मॉनिंग गलोरी इतना ताकतवर नहीं था कि वह रस्सी को पकड़ कर ऊपर चढ़ सके ।
इसी असंमजश के समय एक छोटा वाला आकर मॉनिगं गलोरी से कहा, मैं शक्ति बढ़ाने वाला हारमोन हूं । मैं तुम्महारी मदद के लिए आया हूं । कहते ही वह मॉनिंग गलोरी के तने के अन्दर घूस गया ।
हारमॉन मॉनिंग गलोरी के शरीर में जहां भी पहुंचा , वहां तना तेजी के साथ बढ़ने लगा , हारमॉन मॉनिंग गलोरी के तने के उपरी भाग में गया , ऊपर का भाग तुरंत बढ़ कर लम्बा तगड़ा हो गया और तना नीचे की ओर झुका , फिर हारमॉन मानिंग गलोरी के तने में ऊपर नीचे और बाईं दाईं दौड़ता फिरा , जिस से तना रस्सी को लपेटे और रस्सी के सहारे ऊपर चढ़ने लगा । अंत में वह मधुमक्खि के पास पहुंच ही गया ।
मॉनिंग गलोरी के तने पर सुन्दर बैंगनी रंग का फुल खिला , उस ने मधुमक्खि के आगे पेश कर अनुरोध कियाः
लो , मधुमक्खि बेटा , शहद पीओ ।
मधुमक्खि ने बड़े चाव से मॉनिंग गलोरी के फुल का रस पीया , उस के शरीर में ताकत का संचार हुआ । वह मॉनिंग गलोरी से शुक्रिया अदा करके घर की ओर उड़ने लगी ।

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