चीन के सी छ्वान प्रांत के आ बा तिब्बती व छांग जाति प्रिफेक्चर का च्यो ज्येई गो विश्व का विशेष प्रकृति संरक्षण क्षेत्र माना जाता है। च्यो ज्येई गो एक चट्टान, दो झीलों, तीन घाटियों, चार जलप्रपातों और पांच अनूठे दृश्यों के लिए देश-विदेश में प्रसिद्ध है।
रोशन दुनिया और मानव का स्वर्ग माना जाने वाला च्यो ज्येई गो सी छ्वान प्रांत की राजधानी छन तु से लगभग 500 किलोमीटर दूर है। गाड़ी से छन तु से वहां आठ-नौ घंटों में पहुंचा जा सकता है। विमान से छन तु से च्यो ज्येई गो जाने में केवल एक घंटा लगता है। च्यो ज्येई गो वास्तव में कोई 40 किलोमीटर लम्बी घाटी है। इस घाटी में नौ तिब्बती गांव बये हुए हैं, इसीलिए इस का नाम च्यो ज्येई गो पड़ गया। चीनी भाषा में च्यो का अर्थ होता है नौ, जबकि ज्येई का गांव और गो का घाटी। च्यो ज्येई गो का कुल क्षेत्रफल लगभग 620 वर्गमीटर है। घाटी में बहुत कम लोग रहते हैं, इसलिए, यहां के प्राकृतिक दृश्य बहुत अच्छी तरह सुरक्षित हैं।
च्यो ज्येई गो में प्रवेश करते ही, आप को हरे-भरे पेड़, रंग-बिरंगा पानी, जंगल के बीच लट्ठों से बनाया गया रास्ता और आकाश में उड़ते बादल दिखेंगे। जल च्यो ज्येई गो की जैसे आत्मा है। चीन में एक कहावत है कि ह्वांग शेन पहाड़ की यात्रा करने के बाद कोई पहाड़ देखने का मन नहीं कराता औऱ च्यो ज्येई गो की यात्रा के बाद पानी देखने को जी नहीं चाहता। यह बात बिलकुल ठीक भी है। च्यो ज्येई गो में कई छोटी-बड़ी पठारी झील हैं। इनमें कुछ नीले रत्न की तरह लगती हैं, तो कुछ हरी हैं और कुछ नारंगी पीलापन लिये हैं। अनेक पेड़ों के पत्ते बड़ी शांति से इन झीलों के नीचे बिछे दिखते हैं। दक्षिण- पश्चिमी चीन के छुडं छिंग शहर से आये कोई 50 वर्षीय च्यो शी गांग ने च्यो ज्येई गो के पानी का वर्णन इस तरह किया। च्यो ज्येई गो का पानी सब से सुन्दर है- बहुत पारदर्शी और रंगीन। मुझे यहां के रंग-बिरंगे हाई ज़ बहुत पसंद हैं।
हाई ज च्यो ज्येई गो के तिब्बती लोगों द्वारा वहां की 100 से ज्यादा छोटी-बड़ी पठारी झीलों को दिया गया विशेष नाम है। यो हाई जी च्यो ज्येई गो का मौसम बदलने के साथ रंग बदलते दिखते हैं और च्यो ज्येई गो को एक रोशन दुनिया में तबदील करते हैं। यहां रहने वाली तिब्बती लड़की येन फंग ने बताया,यहां के लोग सागर देखना चाहते हैं, लेकिन, उन्हें उसे देखने का मौका नहीं मिल पाता। पठार पर अनगिनत झीलें देखकर उन्होंने उन्हें हाई जी जैसा सुन्दर नाम दिया, जिस का अर्थ है सागर की संतान।
इनका रंग-बिरंगा पानी कुछ समय के लिए पहाड़ों पर जमा रहता है और फिर पठार पर आकर तालाब में बदल जाता है। फिर यह पहाड़ों से नीचे जाता है और जलप्रपात बन जाता है। सब से अनोखी बात यह है कि वहां जलप्रपात ऊपर से नीचे एक साथ बहते हैं और च्यो ज्येई गो में इनसे असंख्य तालाब बन गये हैं। अनेक पर्यटक च्यो ज्येई गो का अनोखा पानी देखने के लिए ही आते हैं। वहां हमारी मुलाकात कनाडा से आयी पर्यटक सुश्री लींडा से हुई । उन्होंने भी कहा कि च्यो ज्येई गो का पानी बहुत अनोखा है, च्यो ज्येई गो बहुत ही सुन्दर जगह है। विशेष कर यहां का पानी बहुत अनोखा है। मुझे नहीं मालूम कि यहां का पानी ऐसा रंगीन क्यों है।
स्थानीय लोगों ने हमें च्यो ज्येई गो के पानी के रंगीन होने के कई कारण बताये। उन्होंने कहा कि इसका एक कारण यह है कि इस पानी में 200 से ज्यादा किस्मों के प्राकृतिक पौधे हैं। रंगीन पौधों की आभा से पानी भी रंगीन दिखता है। दूसरा कारण है, च्यो ज्येई गो के पानी में अनेक रासायनिक तत्व हैं। तीसरा कारण सब जानते हैं। वह यह कि सूर्य की रोशनी में पानी का रंग भी बदल जाता है।
दिन में अगर आप विभिन्न कोणों से अलग-अलग समय पर अलग-अलग स्थानों से च्यो ज्येई गो के पानी को देखें तो आपको च्यो ज्येई गो के पानी का रंग बदलता मालूम देगा। शायद इसी कारण च्यो ज्येई गो में चलते हुए लोग यह नहीं जान पाते कि वे पृथ्वी पर चल रहे हैं या किसी स्वर्ग में।
|