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(GMT+08:00) 2004-11-16 09:38:14    
 ई जाति का वेबसाइट 

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चीन की ई जाति ने इंटरनेट पर अपने वेब साइट का भी विकास किया है , तो आप को जिज्ञासा हुई होगी कि ई जाति का यह वेब साइट किस ने खोला और उस का हालत कैसा है , ई जाति के वेब साइट की संस्थापक हुगं फिन शान और उन की वेब साइट की कहानी ।

32 वर्षीय हुगं फिन शान कद में लम्बे नहीं है , पर तेजस्वी नजरें लोगों पर कुछ गहरी छाप छोड़ देती हैं । वह दक्षिण पश्चिम चीन के युन्नान प्रांत की ई जातीय स्वायत्त प्रदेश का निवासी है , अब वह पेइचिंग की एक पुस्तक कंपनी में काम करते है । इधर के सालों में चीन में इंटरनेट का तेज विकास हो रहा है , कम्प्युटर विज्ञान शिक्षा से स्नातक हुए इस ई जाति के युवा में अपनी जाति के लिए एक वेब साइट खोलने का सपना वर्षों से संजोए रहा था ,ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग देश की ई जाति के बारे में जानकारी पाएं । हमारे साथ बातचीत में उन्हों ने अपना अनुभव बताते हुए कहाः

उच्च शिक्षा से स्नातक होने के बाद मुझे नौकरी मिली और रोज नौकरी में व्यस्त रहा । हां , मेरी कमाई जरूर बढ़ी , किन्तु मैं इसी प्रकार जीवन गुजारना नहीं चाहता हूं , कुछ न कुछ सार्थक काम करने का जी चाहता है । आई .टी शिक्षा से स्नातक होने के कारण नेकवर्क तकनीक पर मेरी विशेष श्रेष्ठता है , इसलिए मैं ने अपनी जाति ई की जनता के लिए एक वेब साइट खोलने का निश्चय किया , ताकि लोग ई जाति के बारे में ज्यादा जानकारी पा सकें ।

श्री हुगं फिन शान ने अपने इस सपने को मुर्त रूप देना शुरू किया और अवकाश समय में ई जाति वेब साइट खोलने की कोशिश की , इस कोशिश से वह पहले से बहुत ही व्यस्त हो गया , पहले वह कंपनी से जब घर लौटा , तो आराम से टीवी देखता रहा या इंटरवेट पर अपने दिलचस्पी वाला बेज पढ़ता रहा । छुट्टी के दिन वह अपनी पत्नी के साथ दूकान घूमने जाता या सीनेमा देखने जाता या मित्रों के साथ खेलता रहा , उस समय उस का बहुत से अवकाश समय था , लेकिन वेब साइट खोलने के लिए उस का काम बहुत अधिक बढ़ गया , वह वेब साइट का ढांचा बनाने , दूसरों के साथ संपर्क करने , ई जाति के इतिहास व संस्कृति के संदर्भ में सामग्री जोटाने तथा मित्रों के साथ अनुभवों का आदान प्रदान करने में वह इतना डूब गया कि घर लौटने का समय भी बहुत कम हो गया , यो सप्ताहांत का समस्त समय तो वेब साइट के काम में लग जाता ।

श्री हुगं फिन शान की पत्नी हान जाति की है, पर उसे देश की अल्प संख्यक जातियों की संस्कृति के बारे में बड़ी कौतुहल है , ई जाति का वेब साइट खोला जाने के बाद वह हुगं का पक्का समर्थक बन गई । दोनों पति पत्नी वेब साइट पर ईजाति की संस्कृति , रिति रिवाज , एतिहासिक प्रथा तथा वेश भूषण का परिचय देते हैं । बड़ी संख्या में लोग उन की साइट पर क्लिक करते हैं । श्री हुगं के अनुसार ई जाति की संस्कृति वाकई रंगबिरंगी और आकर्षक होती है । वह चाहता है कि अधिक से अधिक लोग ई जाति के ज्ञाता बन जाएं । वह कहता हैः

वेब साइट खोलने का मेरा उद्देश्य ई जाति की संस्कृति को लोकप्रिय बनाना है , उस का जन साधारण में प्रसार प्रचार करना है और सर्वस्वीकृत बनाना है।

अपने अथक प्रयास का रंग आया , ई जाति वेबसाइट मशहूर हो गया , हुगं फिन शान को बहुत से समर्थन उपलब्ध हो गया । इस प्रकार वह ई जाति के एक युवक से परिचित भी हो गया , मोसेलारो नाम का यह ई युवक हुंग का दोस्त बन गया । उस ने हमें बतायाः

मैं ने अनजान से ई जाति वेब साइट पाया , मुझे बड़ी खुशी हुई कि ई जाति का वेबसाइट भी खुला है । उसे सुधारने के लिए मैं ने श्री हुंग के नाम ई-मैल भेजा और अपना विचार बताया ।

मोसेलारो ई जाति वेब साइट का मुख्य कार्यकर्ता बन गया , उस की मदद से वेब साइट के विषय विस्तृत हो गए , नए नए पेज जोड़े गए और साइट का विषय ढंग और ज्यादा आकर्षक हो गया ।