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(GMT+08:00) 2004-11-12 15:03:18    
चीन गरीबी उन्मूलन के लिए कड़े कदम उठायेगा

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पिछले दो दशकों में गरीबी उन्मूलन के जरिये वर्तमान चीन में निर्धन ग्रामीणों की संख्या घटकर दो करोड़ 90 लाख रह गयी है। चीनी राज्य परिषद के गरीबी उन्मूलन व विकास नेतृत्वकारी दल कार्यालय के अधिकारी ने हाल ही में हमारे संवाददाता से बातचीत में जानकारी दी कि चीन आगामी 2010 तक निर्धन ग्रामीणों की संख्या शून्य के अंक पर लाने के लिए ठोस कदम उठा रहा है।

1970 वाले दशक के अंत से चीन ने ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर सुव्यवस्थित रूप से गरीबी उन्मूलन अभियान शुरू किया। पिछले बीसेक सालों के प्रयासों से वह 22 करोड़ निर्धन ग्रामीणों के भर पेट खाने और पर्याप्त कपड़े पहनने की समस्या का समाधान कर चुका है , जिस से दूर-दराज के गरीब क्षेत्रों में उत्पादन व जीवन यापन स्थिति में उल्लेखनीय सुधार आया है और संस्कृति , शिक्षा और स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में भी बड़ी प्रगति हुई है। वर्तमान में चीन की गरीब जनसंख्या पहले से घटकर दो करोड़, 90 लाख रह गयी है।

चीनी राज्य परिषद का गरीबी उन्मूलन व विकास नेतृत्वकारी दल कार्यालय गरीबी उन्मूलन को समर्पित विशेष संस्था है। इस संस्था के अधिकारी श्री ल्यू च्येन ने हमारे संवाददाता को बताया कि चीन सरकार की गरीबी उन्मूलन योजना के अनुसार आगामी 2010 तक चीन में ग्रामीणों के निर्धन रहने की स्थिति पूरी तरह समाप्त हो जायेगी। यों उन्हों ने यह भी कहा कि इस लक्ष्य को साकार करना अत्यंत कठोर कार्य है।

वर्तमान चीन में भर पेट भोजन और पर्याप्त गर्म कपड़ों से वंचित गरीबों की संख्या दो करोड़, 90 लाख है और उन का अधिकांश भाग देश के प्राकृतिक रूप से दुर्गम क्षेत्रों में फैला हुआ है जहां जाने व सूचना प्राप्त करने की कोई सुविधा तक उपलब्ध नहीं है। फिर ऐसे क्षेत्रों में बसे गरीबों का सांस्कृतिक स्तर, कार्यक्षमता और शारीरिक गुणवत्ता भी ऊंची नहीं है , इसलिये गरीबी उन्मूलन का नये दौर का कार्य अत्यधिक कठोर होगा।

उन्हों ने गरीबी उन्मूलन के तौर-तरीकों की चर्चा में कहा कि सरकार ने निर्धन क्षेत्रों की उत्पादन व जीवन यापन स्थिति को पूरी तरह बदलने के लिए विशेष अनुदान तो दिया ही, अत्यंत बुरे व उजड़े क्षेत्रों में बसे गरीब ग्रामीणों को खुशहाल क्षेत्रों में स्थानांतरित करने और गरीब क्षेत्रों में बुनियादी संस्थापनों के निर्माण पर जोर देने के कदम भी उठाये हैं।

गरीबी उन्मूलन में मौजूद सवालों के समाधान के लिए चीन आने वाले समय में तीन प्रमुख कदम उठाएगा। इसमें पहला कदम गरीबी उन्मूलन को समूचे ग्रामीण क्षेत्र पर केंद्रित कर गांव के यातायात, दूरसंचार,संस्कृति व स्वास्थ्य संस्थापनों को सुधारते हुए गांवों के विकास की क्षमता उन्नत करना है , जिस से गांव वालों को लाभ मिलेगा। दूसरा कदम ग्रामीण श्रमिकों के प्रशिक्षण को मजबूती देना होगा ताकि किसान बुनियादी मशीनरी, प्रोसेसिंग ,कम्प्यूटर व आवास निर्माण संबंधी तकनीक में कुशलता हासिल करें और शहर में काम करने का मौका प्राप्त कर पायें। तीसरा कदम उदार वित्तीय नीति से बड़े उद्यमों को गरीब इलाकों में पूंजी निवेश करने की प्रेरणा देने से जुड़ा होगा,जिससे वहां व्यवसायों के विकास से स्थानीय लोग गरीबी से छुटकारा पा सकें।

पिछले चार सालों में चीन के कुछ गरीब क्षेत्रों में इन तीन कदमों को प्रायोगिक रूप में लागू किया जा चुका है और इससे चालीस लाख से अधिक लोगों को गरीबी से छुटकारा मिला है।चीनी राज्य परिषद के गरीबी उन्मूलन कार्यकारी दल के अधिकारी ल्यू च्येन ने बताया कि चीन आगे भी इन कदमों पर अमल करता रहेगा। वे कहते हैं कि हम आर्थिक निर्माण को केंद्र में रख कर गरीब क्षेत्रों को मदद देकर स्थानीय संसाधनों व विशिष्ट व्यवसायों के विकास पर जोर देंगे और स्थानीय लोगों की विकास क्षमता उन्नत करेंगे। यह गरीबी उन्मूलन का एक महत्वपूर्ण कदम होगा।

उन के अनुसार चीन ने गरीबी उन्मूलन की ठोस योजना बनायी है। भविष्य में 1 लाख, 50 हजार गांवों में गरीबी उन्मूलन अभियान चलाया जाएगा ,जहां की आबादी चीन के कुल गरीबों का 80 प्रतिशत होगी । चीन ह नांन व हू पेइ समेत 11 प्रांतों के 1 करोड 30 लाख गरीब श्रमिकों को प्रशिक्षण भी देगा। इस के अलावा वह अधिक से अधिक उद्यमों को इस काम में शामिल कराने की कोशिश करेगा।