पहले के दो सालों में पड़ोसियों की मदद से सुश्री ली ने 300 से अधिक हैक्टर जमीन में अंगूर के पौधे लगाए। अंगूर की फसल से पहले वह विशेष रूप से फ्रांस के अंगूर वाइन प्रोसेसिंग का निरीक्षण करने गई। बहुत से फ्रांस व्यापारियों ने भी पाया कि सुश्री ली के पास अंगूर की प्रचुर आपूर्ति का एक बढ़िया बगान है, उन्होने जल्द ही सुश्री ली के साथ अंगूर की वाइन बनाने में सहयोग करने की आशा जतायी। मई 2002 में ली रूए छिन शेयर नियंत्रण चीन-फ्रांस कम्पनी की स्थापना हुई , सुश्री ली ने अपनी वाइन कम्पनी का नां श्यांग तू वाइन उद्योग रखा। श्यांग तू का मतलब -- अंगूर का गांव, व सौन्दर्य वाइन का घर-- है।
सितम्बर 2002 में फ्रांस के विशेषज्ञों के निर्देशन में , सुश्री ली की कम्पनी श्यांग तू उद्योग की पहली बोतल वाइन का जन्म हुआ। चीन के अंगूर वाइन निगरानी व जांच परीक्षण केन्द्र की जांच ने बताया कि श्यांग तू अंगूर वाइन में मानव के शरीर के लिए 10 से अधिक अमीनो एसिड व भारी मात्रा में वाइटामिन व ट्रेस एलामेन्ट उपलब्द्ध हैं , किसी तरह की कृषि किटाणु नाशक दवा के बचे खुचे तत्वों का कोई निशान नहीं है, वह एकदम ग्रीन पारिस्थीतिकी अंगूर वाइन है।
सुश्री ली रूए छिन ने श्यांग तू ब्रांड अंगूर वाइन को उच्च कोटि गुणवत्ता की उंचाई में रखकर शुरू से ही बाजार में अपनी वाइन की प्रतिष्ठा बनाये रखा। हालांकि उनकी वाइन का दाम आम घरेलु अंगूर वाइन से कहीं उंचा है , तो भी श्यांग तू अंगूर वाइन बाजार में डालते ही तुरन्त पेइचिंग, शांगहाए आदि शहरों के उपभोक्ताओं की पसंदीदा वाइन बन गई, उधर फ्रांस, जापान आदि देशों के व्यापारियों ने सुश्री ली रूए छिन के साथ श्यांग तू ब्रांड की अंगूर वाइन के अनुबन्ध संपन्न करने की कतार लगी दी।
श्यांग तू अंगूर वाइन के लगातार रौशन होने से , उनका अंगूर बगान की खेती का क्षेत्रफल 1000 हैक्टर तक जा पहुंचा, तत्कालीन छोटे छोटे तम्बूओं को उखाड़ कर 3000 य्वेन धनराशि डालकर आधुनिक तकनीक वर्कशाप, सुन्दर वाइन आंगन व वाइन गोदाम का निर्माण कर लिया गया है ।
वर्तमान सुश्री ली रूए छिन के दो बेटे व एक बेटी भी श्यांग तू अंगूर वाइन की लाइन में जुट गए हैं। बड़ा बेटा श्यांग तू अंगूर वाइन का मेनेजर है, छोटा बेटा फ्रांस में वाइन प्रोसेसिंग तकनीक सीख रहा है। छोटी बेटी विश्वविद्यालय से स्नातक होने के बाद अपनी एक अच्छी नौकरी त्याग कर अपनी मां की श्यांग तू अंगूर वाइन कम्पनी में शामिल हो गई है।
सुश्री ली रूए छिन ने अपनी वाइन का सौदा समझौता संपन्न करने फिर से जापान जाने से पहले हमारे संवाददाता को बताया कि अंगूर वाइन के अलावा वह अंगूर के छिलकों, अंगूर के पत्तों , अंगूर के बचे खुचे तत्वों से मानव स्वस्थ को बेहतर बनाने की पोष्टिक टोनिक का विकास करने और फ्रांस की तरह अंगूर वाइन उद्योग का संपूर्ण विकास कर श्यांग तू अंगूर वाइन मशहूर ब्रांड को विश्व में चीन का मशहूर ब्रांड बनाने की योजना निर्धारित कर ली है।
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