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केसिंग उड़ीसा के सुरेश अग्रवाल ने हमें लिखे पत्र में कहा कि अभी दो दिन पूर्व ही मैं ने आप को एक पत्र लिखा , जिस में रिप्लाय पेड लिफाफा तथा श्रोता वाटिका का ताजा अंक भिजवाने का आग्रह किया गया है । आश्चर्य है कि मुझे एक दिन बाद ही आप का सामग्री भरा लिफाफा मिल गया । श्रोता वाटिका का मार्च 2004 का अंक तो इतना आकर्षक लगा कि उसे एक ही सांस में पढ़ गया ।
पेइचिंग का तिब्बती मिडिल स्कूल , छिंगहाई तिब्बत रेल मार्ग , तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में गरीबी उन्मूलन और पर्यावरण संरक्षण की सफलता पर लेख काफी महत्वपूर्ण लगे । तिब्बत के संबंध में चीन पर भ्रान्त धारणाओं के बारे में इन से अब स्पष्ट जानकारी हासिल हुई । इस के अलावा पत्रों के उद्धरण तथा कविताएं भी श्रोता वाटिका के इस अंक को पठनीय और संग्रहनीय बनाते हैं ।
बांका बिहार के मोहम्मद बारिक अहमद ने अपने पत्र में कहा कि आप के द्वारा भेजी गई सामग्री प्राप्त हुई , सामग्री पा कर हमें व हमारे क्लब के सदस्यों को बहुत खुशी हुई कि आप ने हमारे पत्र पढ़ कर हमें सामग्री भेजी है , इस के लिए एक बार फिर हमारा धन्यावाद ।
श्रोता वाटिका पा कर हमें बहुत खुशी हुई , अभी तक हमें सभी चारों अंक प्राप्त हो गए हैं । मेरा भेजा हुआ फोटो और कविताएं श्रोता वाटिका में जरूर प्रकाशित करेंगे , इस से आप से और अधिक संपर्क और अच्छा संबंध रहेगा ।
हमारा क्लब अपनी पसंदीदा कार्यक्रम आप का पत्र मिला नियमित रूप से सुनता है , लेकिन क्लब का नाम या पत्र नहीं पढ़ा जाता है , आशा है कि इस बार पत्र जरूर शामिल करेंगे ।
औरेया उत्तर प्रदेश के भरत कुमार वर्मा ने हमें लिखे पत्र में चीन के बंदर साल की यो चर्चा की है कि इस साल को बंदर का साल कहा गया है , चीनी कलेंडर में 12 प्राणी हैं और ज्योतिष के अनुसार प्रत्येक साल इन में से किसी एक के नाम पर समर्पित किया जाता है । 12 सालों का यह चक्र क्रमशः इस प्रकार है , चूहा , सांड , बाघ , खरगोश , ड्रेगन , सांप , घोड़ा , भेड़ , बंदर , मुर्गा , कुत्ता और जंगली सुअर । चीनी कलेंडर जूलियन कैलेंडर से लगभग 2697 साल पुराना है और इस की गणना सूर्य, चन्द्रमा तथा सितारों की स्थिति से संयुक्त रूप से की जाती है ।
श्री भरत कुमार वर्मा ने कहा कि आप का पत्र प्राप्त कर अत्यधिक प्रसन्नता हुई , आप की वेबसाइट और ई-मैल के बारे में जानकर खुशी हुई । यह प्रयास प्रशंसनीय है । हम सभी आप के कार्यक्रमों के हिन्दी प्रसारण को नियमित सुन रहे हैं । वेबसाइट से भी जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करते हैं । जानकारी पहुचाने वाला माध्यम और भी विकसित होते जा रहे है , यह एक अच्छा प्रयास है ।
औरेया उत्तर प्रदेश के काल्क प्रसाद कीर्ति प्रिया ने हमें लिख कर कहा कि सी .आर .आई के हिन्दी विभाग द्वारा भेजी पत्रिकाएं पसंद आई , उन्हों ने पेइचिंग रिवो आदि पत्रिकाओं में छपे लेखों और संदर्भ फोटो पर अपनी प्रतिक्रिया भी की और उसे बहुत सुन्दर पत्रिका बतायी । पत्रिकाओं के बाद श्री काल्का प्रसाद कीर्ति ने सी .आर .आई के हिन्दी प्रसारण की चर्चा करते हुए कहा कि दिनांक 16 जून के सवाल जवाब में चीन की आठ राजनीतिक पार्टियों की जानकारी ज्ञानवर्धक लगी , प्रसारण के लिए धन्यावाद । दिनांक 17 जून को आप का पत्र मिला प्रोग्राम में मेरे चीनी भाषा में लिखे पत्र को सुनाया गया , धन्यावाद । दिनांक 18 जून को चीनी कहानी दो बाघों वाली सुनी , समय पर ही वार करना चाहिए , दो बाघ बैल का शिकार करने में स्वयं लड़े , जिस में एक की मृत्यु और दूसरा घायल और अंत में आक्रमण करने पर बाघ भी मरा । 19 जून को फिल्मी गीना कटी पतंग का सुना और दिनांक 20 जून को तिब्बत के बारे में रिपोर्ट सुना । ये प्राग्राम बहुत पसंद आये ।
काल्क प्रसाद कीर्ति प्रिय को धन्यवाद है कि आप इस तरह रोज सी.आर .आई के हमारे हिन्दी कार्यक्रम सुनते हैं और उन के बारे में ब्यौरे से रिपोर्ट देते हैं । आप ने पत्र के साथ चीनी भाषा में एक रिपोर्ट का एक भाग भी भेजा । देखने से यो लगता है कि आप की चीनी लिखावट में काफी प्रगति हुई है । आप को बधाई हो , और कामना है कि आप और अच्छी तरह चीनी भाषा सीख लें ।
नारनोल हरियाणा के उमेश कुमार ने हमें लिख कर कहा कि आज के चीन का भ्रमण कार्यक्रम में बौध महाचार्य ह्वेनसान की भारत के बौध स्थलों के भ्रमण के विषय में जानकारी पाई , महात्सुअंग मंदिर के विषय में भी जाना , जानकारी बहुत ज्ञानप्रद रही । आप से मिले में चाओ ह्वा जी से बातचीत का दूसरा भाग सुना और भारतीय व्यापारी विनोद कुमार जी से दोनों देशों के मध्य व्यापार के संबंध में भी जानकारी मिली । श्री उमेश कुमार ने यह भी कहा कि विश्व के प्रसारणों में सी .आर .आई का प्रसारण अपनी विशिष्ट पहचान बनाए हुए है . यहां से प्रसारित समाचार और टीका टिप्पणी निष्पक्ष एवं नवीनतम होती है । सी . आर .आई की प्रस्तुति शुद्ध और मनभावन है । विभिन्न साप्ताहिक कार्यक्रमों के द्वारा चीन के विषय में विविधतापूर्ण रोचक एवं ज्ञानप्रद जानकारी हमें नित्य मिलती है । यह थोड़ा अखरता है कि आप के द्वारा एशिया की संस्कृति पर आधारित कोई कार्यक्रम नहीं होता है । हां , चीन के विषय में लगभग सभी पहलुओं पर जानकारी मिल जाती है ।
सिवान बिहार के राम बाबु गुप्ता ने हमें लिखे पत्र में कहा कि आप का पत्र आज प्राप्त हुआ , पत्र पढ़ कर बहुत प्रसन्नता हुई । पत्र के साथ एक खूबसूरत कलाकृति , तीन खूबसूरत फोटोग्राफ तथा श्रोता वाटिका पत्रिका के साथ प्राप्त हुआ । आशा है कि आप ऐसे ही निरंतर हमारे पास अपना पत्र भेज कर हमें उत्साहित करते रहेंगे ।
आप से अनुरोध है कि आप के पास चीन के इतिहास पर आधारित कोई पुस्तक हो , तो भेजने का कष्ट कीजिएगा , साथ ही संक्षेप में प्रोग्राम में इतिहास के बारे में जानकारी , रहन सहन , खान पान तथा पहनावा के बारे में बताने का कष्ट कीजिएगा , आप के पत्र की मुझे बेसब्री से प्रतीक्षा रहेगी ।
राम बाबु गुप्ता जी , हमें बड़ी खुशी है कि आप हमारे द्वारा भेजी गए सामग्री और श्रोता वाटिका पसंद आया है । आप चीन के इतिहास के बारे में पुस्तक मांग रहे हैं , दरअसल हमारे पास ऐसी कोई हिन्दी पुस्तक नहीं है , इसलिए आप की मदद नहीं कर सकेंगे , इस के लिए माफी चाहते हैं । हां , हमारा साप्ताहिक कार्यकर्म चीन का संक्षिप्त इतिहास है , जो हर सोमवार को प्रसारित होता है . आप उसे नियमित रूप से सुनें , तो चीन के इतिहास के बारे में संक्षेप में जानकारी पाएंगे । साथ ही चीन की अल्पसंख्यक जातियों के कार्यक्रम में चीन की विभिन्न जातियों के रहन सहन , खान पान तथा वस्त्र आभूषण के बारे में भी चर्चा होती है , आप इसे भी सुनें , तो आप को कुछ न कुछ जानकारी मिल सकेगी । आशा है कि आप हमारे कार्यक्रम नियमित रूप से सुनें और हमें पत्र लिखते रहें ।
तनहुं नेपाल के श्रोता कृष्ण कुमार श्रेष्ठ ने हमें भेजे हिन्दी पत्र में कहा कि मुझे सी .आर . आई के हिन्दी विभाग के सभी कार्यक्रम बहुत अच्छा एवं ज्ञानवर्धक लगता है । मुझे सब से अच्छा तो सवाल जवाब , आज का तिब्बत , चीन का भ्रमण लगा है । मैं सवाल जवाब कार्यक्रम बहुत ध्यान से सुन रहा हूं . इस कार्यक्रम में श्रोताओं द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दे कर सभी श्रोताओं को खुश किया जाता है । सवाल जवाब कार्यक्रम से बहुत से श्रोता बहुत ज्यादा लाभान्वित हुए है और बहुत से श्रोताओं की जीज्ञासा पूरी हो गई है । आप का पत्र मिला कार्यक्रम से तो बहुत सारे श्रोताओं का दिल खुश बनाता है , क्योंकि आप का पत्र मिला कार्यक्रम से श्रोता द्वारा भेजा पत्र का सभी ज्यों का त्यों पढ़ कर सुनाता है ।आप के हिन्दी विभाग के कार्यक्रम से चीनी बोलना सीखे कार्यक्रम प्रसारित करता है , यह कार्यक्रम सुनने को मुझे बहुत आनंद आता है , अफसोस की बात है कि मुझे चीनी शब्द नहीं समझ में आता है ।
नेपाली होने के नाते भी श्री कृष्ण कुमार श्रेष्ठ हमारा हिन्दी कार्यक्रम बहुत पसंद करते हैं और नियमित रूप से सुनते है , यह जान कर हमें बड़ी खुशी हुई है और प्रभावित भी हुए है । हम कृष्ण कुमार श्रेष्ठ को तहेदिल से धन्यावाद देते हैं और आशा भी करते हैं कि आप आगे लगातार हमारा कार्यक्रम सुनते रहेंगे और हमें पत्र लिखते रहेंगे । साथ ही हमारी आशा है कि आप हमारी वेबसाइट भी देखेंगे और इस में रेडियो प्रसारण से ज्यादा जानकारी आप को मिल सकती है ।
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