चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता श्री खुन छ्वेन ने 28 तारीख को पेइचिंग में एक संवाददाता सम्मेलन में जताया कि हाल में चीन ने थ्येछ्वान 2004 फौजी अभ्यास किया. इस का अहम महत्व यह है कि इस से चीन की पड़ोसी देशों को सुरक्षित व संपन्न करने वाली वैदेशिक नीति सिद्ध होती है।
श्री खुन ने कहा कि यह एक ऐसा फौजी अभ्यास है, जो चीनी सेना के इतिहास में खुलेआम प्रदर्शित
सब से बड़े पैमाने वाला फौजी अभ्यास है, साथ ही विदेशों के साथ सैन्य आदानप्रदान में बड़े पैमाने वाली कार्रवाई भी। उन्होंने जताया कि वर्तमान में चीन पारस्परिक लाभ व आपसी विश्वास और समान सहयोग पर आधारित नये सुरक्षा दृष्टिकोण को महत्व देता है , ताकि विश्व शांति व स्थायित्व की रक्षा की जा सके। इसी आधार पर चीन पड़ोसी देशों के साथ और घनिष्ठ सैन्य आदानप्रदान करने को तैयार है।
चीनी जन मुक्ति सेना की अमूक टुकड़ी ने गत 25 तारीख को मध्य चीन के हनान प्रांत में थ्येछ्वान 2004 फौजी अभ्यास किया। 16 देशों के 60 फौजी अफसरों, सैन्य प्रेक्षकों व चीन स्थित दूतावासों के फौजी अटेचियों ने इस के दर्शन किये।
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