• हिन्दी सेवा• चाइना रेडियो इंटरनेशनल
China Radio International
चीन की खबरें
विश्व समाचार
  आर्थिक समाचार
  संस्कृति
  विज्ञान व तकनीक
  खेल
  समाज

कारोबार-व्यापार

खेल और खिलाडी

चीन की अल्पसंख्यक जाति

विज्ञान, शिक्षा व स्वास्थ्य

सांस्कृतिक जीवन
(GMT+08:00) 2004-09-24 17:32:00    
चीनी नागरियों में वैज्ञानिक गुणवत्ता की बढ़तरी

cri
चीन दुनिया में सब से बड़ी जनसंख्या वाला देश है । इधर के वर्षों में चीन सरकार ने नागरिकों की वैज्ञानिक गुणवत्ता को बढ़ाने का पूरा पूरा प्रयास कर दिया है । क्योंकि बड़ी आबादी आर्थिक विकास को बोझ भी हो सकता है , आर्थिक विकास की शक्ति भी हो सकती है । चीन सरकार की नीति है कि जनसंख्या की वैज्ञानिक गुणवत्ता को बढ़ाने से देश के अनवरत विकास की गारंटी की जाएगी । वैज्ञानिक गुणवत्ता के दायरे में , नागरिकों का वैज्ञानिक जानकारियां पाने का स्तर , नागरिकों का अपने कामकाज में वैज्ञानिक सिद्धांतों का इस्तेमाल करना तथा वैज्ञानिक सवालों का वैज्ञानिक माध्यम से समाधान करना आदि शामिल है । इधर के वर्षों में चीन सरकार हर साल नागरिकों की वैज्ञानिक गुणवत्ता की जांच करती रहती है । जांच के परीणाम से यह साबित है कि चीनी नागरिकों की वैज्ञानिक गुणवत्ता निरंतर बढ़ती जा रही है , पर विकसित देशों की तुलना में चीनी नागरिकों की वैज्ञानिक गुणवत्ता उतनी संतोषजनक नहीं है । इसलिये देश में विज्ञान प्रचार प्रसार अभियान जोरों से किया जाने की बड़ी जरूरत है । चीन सरकार के विज्ञान प्रचार प्रसार अभियान का देश में जगह जगह स्वागत किया जा रहा है । आज के इस कार्यक्रम में हम आप को चीन के शहरों व देहातों में रह रही विज्ञान प्रचार कार्यवाही से परिचित करा रहे हैं । आधुनिक समय में विज्ञान व तकनीक का किसी भी देश के लिये असीम महत्व है । किसी देश का वैज्ञानिक स्तर , न सिर्फ इस देश के वैज्ञानिक अनुसंधान कार्य , बल्कि उस की विज्ञान प्रचार कार्यवाहियों पर भी निर्भर करता है । इसीलिये चीन सरकार ने आम नागरिकों की वैज्ञानिक जानकारी को उन्नत करने , तथा उन में विज्ञान के प्रचार काम को विशेष महत्व दिया है । सुनिये चीनी विज्ञान अकादमी के अकादमिशियन , जाने माने वैज्ञानिक मा ची मींग ने हमारे संवाददाता के साथ बातचीत में यह विचार किया कि चीन सरकार न केवल चोटी की तकनीकों के विकास को , बल्कि आम लोगों के विज्ञान व तकनीक के स्तर को उन्नत करने से जुड़े कार्यों को भी महत्व देती है । चीन की विभिन्न जगहों में आम लोगों के लिये विश्व की चोटी की तकनीकों की प्रदर्शनी और संबंधित समारोह जैसी जो गतिविधियां चलायी जा रही है , उस का लक्ष्य आम लोगों को विज्ञान व तकनीक की नवीनतम जानकारियों से परिचित कराना है । इन गतिविधियों के दौरान आम लोग देश के जाने माने वैज्ञानिकों द्वारा संचालित संगोष्ठियों में भाग लेकर उन का विचार सुन सकते हैं , नयी तकनीकों पर आधारित प्रदर्शित वस्तुओं को देख सकते हैं , और उत्पादन व जीवन के लिये उपयोगी तकनीकी जानकारी भी पा सकते हैं । चीनी राजधानी पेइजिंग में आयोजित विज्ञान प्रचार सप्ताह 8 सालों से चलता आ रहा है , और पेइजिंग के नागरिकों में बहुत लोकप्रिय है । पेइजिंग विज्ञान प्रचार सप्ताह के सिवा एक राष्टीय विज्ञान प्रचार सप्ताह भी है । चीन सरकार भी इस गतिविधि को बहुत महत्व देती है , चीन के उप प्रधानमंत्री श्री वन च्या पौ ने ताजा विज्ञान प्रचार सप्ताह के दौरान कहा कि वर्ष दो हजार दो के राष्टीय विज्ञान प्रचार सप्ताह के आयोजन से विज्ञान व तकनीक सभी परिवारों तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा । हमें ऐसी गतिविधियों के जरिये समाज का विज्ञान की ओर ध्यान खींचना चाहिये और उस के भीतर विज्ञान प्रेम को जगाना चाहिये । इस साल के राष्टीय विज्ञान प्रचार सप्ताह में कुल चौर सौ आयोजन शामिल हैं , जो पर्यावरण संरक्षण , अनवरत विकास , कृषि तकनीक के प्रचार तथा युवाओं में वैज्ञानिक विचारों को मजबूती प्रदान करने से संबंधित हैं । श्री ल्यू श्याओ तुंग पेइजिंग विदेशी भाषा विश्वविद्यालय के छात्र हैं , उन की विज्ञान प्रचार रिपोर्टों में बड़ी दिलचस्पी है । उन्हों ने हमारे संवाददाता से बातचीत में कहा, मुझे चीन के अंतरिक्ष विज्ञान कार्यों पर बड़ी दिलचस्पी है । लेकिन पत्र पत्रिका में इस विषय पर लेख कम है । राष्टीय विज्ञान प्रचार सप्ताह में मुझे अंतरिक्ष वैज्ञानिकों से बातचीत करने का मौका मिला , जो बहुत प्रेरणाशाली है । राष्टीय विज्ञान प्रचार सप्ताह के अलावा चीन के विज्ञान व तकनीक भवन तथा संग्रहालय आदि भी विज्ञान प्रचार का मिशन चला रहे हैं । आर्थिक विकास के साथ साथ चीन ने इधर के वर्षों में अनेक आधुनिक विज्ञान प्रचार स्थलों का निर्माण किया । यों इस के अलावा चीन कुछ अन्य विशेष विज्ञान प्रचार गतिविधियां भी चलाता हैं , जैसे विशेष त्योहारों पर शहरों में सड़कों के किनारे विज्ञान प्रचार परामर्श करना , मध्यमिक व प्राइमरी स्कूलों में विज्ञान व तकनीक संबंधी संगोष्ठियों का आयोजन करना , और ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि तकनीकों का प्रचार करना । चीन ने आम लोगों में विज्ञान प्रचार की इन गतिविधियों से अनेक उपलब्धियां प्राप्त की हैं । ताजा आंकड़ों के अनुसार चीनी नागरिकों की वैज्ञानिक जानकारी का स्तर पांच सालों से पहले की तुलना में एक दश्मलव दो प्रतिशत बढ़ा है । चीन के विज्ञान प्रचार अभियान के साथ विज्ञान व तकनीक से संबंधित कुछ खबरों की जानकारी पाने की जरूरत है । चीनी राजकीय पसेंनल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हाल में हमारे संवाददाता को बताया कि चीन सरकार विदेशों में पढ़ रहे अपने छात्रों के स्वदेश लौटकर काम करने की सेवा को महत्व देती रहेगी । और इस संदर्भ में सिलसिलेवार नीतियां तैयार करेगी । इस अधिकारी के अनुसार चीन सरकार ने विदेशों में चीनी छात्रों के स्वदेश लौटाने के काम को देश के लिये प्रतिभा प्रशिक्षण रणीति में शामिल कराया । और उन छात्रों के मातृभूमि में अपना कार्य करने के लिये चीन सरकार उदार वातावरण तैयार करने का प्रयास करेगी । बीते बीस सालों में चीन के कुल तीन लाख अस्सी हजार छात्र पढ़ाई के लिये विदेश गये हैं , और उन में एक लाख तीस हजार लोग स्वदेश लौट चुके हैं । इस माह से चीनी विज्ञान व तकनीक मंत्रालय आदि द्वारा निर्मित चीन का प्रथम इंटरनेट तकनीक बाजार खोला गया है । इस वेब स्टेशन का पता है, तीन डाब्लू के बाद पांच एक जी आई एस एच यू डाट सी ओ एम होता है । इस के साथ चीन के दो सौ से अधिक कालेजों , वैज्ञानिक अनुसंधानशालाओं तथा अन्य मशहूर वेब साइटों से जुड़े हुए हैं । विभिन्न संस्थाएं इस इलेक्ट्रोनिक बाजार में बिक्री कर सकेंगी । आज उन्नत तकनीकें चीन के तकनीक बाजारों में प्रमुख भूमिका निभाती हैं । एक रिपोर्ट के अनुसार गत वर्ष चीन के घरेलू तकनीक व्यापार का नब्बे प्रतिशत इलेक्ट्रनिक्स सूचना , नयी दवा , और जैव तकनीक आदि से संबंधित था । इधर चीन के उद्योगधंधों ने उन्नत तकनीकों के जरिये अपने पुनःनिर्माण पर विशेष ध्यान दिया है और उन में उन्नत तकनीक पर आधारित उत्पादन का विचार भी मजबूत हुआ है , कुछ विदेशी उद्योगधंधों के चीन में प्रविष्ट होने से भी इस रूझान को बढ़ावा मिला है । चीनी विज्ञान व तकनीक मंत्रालय के एक अधिकारी ने हाल ही में यह जानकारी दी कि चीन , इलेक्ट्रोनिक गाड़ियों के अनुसंधान व निर्माण में अठासी करोड़ युवान की पूंजी लगाएगा । उन्हों ने कहा कि इलेक्ट्रोनिक गाड़ियों से न केवल तेल बचाया जा सकेगा, प्रदूषण में कमी लायी जा सकेगी , और चीन व विकसित देशों के बीच तकनालाजी के स्तर पर फर्क को भी कम किया जा सकेगा ।