
दस से ज्यादा साल पूर्व फेई श्यांग नामक एक गायक चीन में बहुत मशहूर था , अमरीका में रह रहे चीन के थाईवानी गायक फ़ेई श्यांग द्वारा गाए गए गीत तत्काल चीन के संगीत क्षेत्र में अत्यन्त लोकप्रिय रहा था ।
"जन्मभूमि का बादल" नामक गीत फ़ेई श्यांग ने वर्ष 1987 में चीनी केंद्रीय टी.वी.स्टेशन द्वारा आयोजित वसंत त्योहार समारोह में प्रथम बार गाया । उन की भावोतेजक आवाज से करोड़ों चीनी लोग बेहद प्रभावित हो गए थे, इसी गीत गाने से फ़ेई श्यांग चीन में रातों रात मशहूर हो गए थे । "सर्दियों की आग" नामक गीत फ़ेई श्यांग के मशहूर गीतों में से एक है । गीत की धुन बहुत तेज़स्वी ही नहीं, जोशीली भी है ।
गीत का भावार्थ कुछ इस प्रकार है
तुम सर्दियों की आग जैसी हो
तुम्हारी रोशनी से मेरा दिल गर्मागर्म हुआ
जब तुम मेरे पास आ जाती हो,
आग की रोशनी से अंधेरा कायब हो गया ।
तुम्हारी बड़ी बड़ी आंखें
चमक रही हैं हर क्षण
आकाश के सितारों में
सब से तेज तारा सरीखा
तुम सर्दियों की आग जैसी हो
तुम्हारी रोशनी से मेरा दिल गर्मागर्म हुआ
तुम्हें पसंद करता हूँ
लेकिन तुन्हें नहीं बताया मैं ने
मैं जानता हूँ
तुम भी मुझे प्यार करती हो
तुम सर्दियों की आग जैसी हो
तुम्हारी रोशनी से मेरा दिल गर्मागर्म हो गया
वर्ष 1990 में फ़ेइ श्यांग पोप म्युज़िक मंच से विदा लेकर न्यूयार्क गया , जहां उस ने अपने पसंदीदा संगीत ऑपेरा सीखने लगा । वर्ष 1997 में मातृभूमि में हांगकांग की वापसी के लिए आयोजिक एक भव्य संगीत सभा में भाग लेने के लिए फ़ेइ श्यांग पेइचिंग वापल लौटा । दस साल पूर्व अपना "जन्मभूमि का बादल" फ़ेइ श्यांग ने एक बार फिर गाया , और दर्शकों ने तालियों की गड़हड़ाहट से उन का स्वागत किया । पेइचिंग की यात्रा से फ़ेइ श्यान के दिल में पोप संगीत क्षेत्र में वापस लौटने का विचार आया । इस लिए वर्ष 2000 में फ़ेइ श्यांग ने चीनी पोप संगीत मंच में वापस लौटा , जिस से उस ने 14 साल तक विदा लिया था । इस दौरान फ़ेइ श्यांग ने "तुम से प्यार " और "जंगली फूल" आदि दो एलबम जारी किए , जिन का श्रोताओं में अच्छी मान्यता प्राप्त हुई । सुनिए फ़ेइ श्यांग के नया एलबम "जंगली फूल" का एक गीत , नाम है "तुम्हारे प्यार से दूर "
गीत के बोल इस प्रकार है
मैं अपने कानों को बंद करता हूँ
नहीं चाहता ,तुमहारी आवाज़ सुनना
मैं अपनी आंखों को मूंद करता हूँ
नहीं चाहता ,तुम्हारा चेहरा देखना
मेरी आंखें देख सकती है ,तुम्हारा प्यार सच्च या झुठा
मेरा शरीर हवा की तरह हलका है
तुम्हारे प्यार से दू भागा ,
डर है मुझे चोट आए तुम्हारे प्यार से
अगर बीच दूरी होगी
तो दुख दूर होगा, सुख जारी रहेगा
इस प्यार के खेल को अगर नहीं समझेगा
तो चोट जरूर लगेगी ।
मैं तुम से दूर रहूँगा
और मेरा प्यार दिल की तह में समाएगा
आगे चलता रहा , वह प्यार मेरा ।
"तुम्हारे प्यार से दूर "नामक गीत फ़ेइ श्यांग के नए एलबम "जंगली फूल" से चुना गया है। अपने पिछले के गीतों की तुलना में फ़ेइ श्यांग का इस नया एलबम दर्शकों के सामने बिलकुल एक नयी शैली दिखायी गई है । एलबम के सभी गीतों की धुनें इलेक्ट्रोनिक संगीत के आधार पर रची गई हैं और सुनने के काबिले हैं । "जंगली फूल" नामक एलबम के इसी नामक गीत में एक परिपक्व पुरूष में प्रेम के प्रति लाचार की भावना अभिव्यक्त हुई ।
गीत का भावार्थ कुछ इस प्रकार है
तुम्हारा चेहरा पहाड़ी चट्टान जैसी सख्त है
तुम्हारा कंधा नंगे पत्थर के बराबर
मैं तुम्हारी ओर झुक रहा हूँ
झुक रहा हूं ।
मेरी दर्द एक क्षण में मधुर बन गयी
तुम्हारा कमर शीतल चश्मा जैसी है
तुम्हारे पांव से मैं सटा लगा
मैं तुम्हारी ओर झुका रहा ,
झुका रहा ।
मेरी मुस्कुराहट होंठों की नयी चांदनी बनी है
मैं जंगली फूल बनकर तुम्हारे पास खिलना चाहता हूँ
सजाता हूँ तुम्हारी विशाल चोटी को
मैं जंगली फूल बनकर तुम्हारे पास खिलना चाहता हूँ
गर्म करता हूँ तुम्हारे दिल को
क्योंकि प्यार है
किसी का इन्तज़ार नहीं है
प्यार है सुगंधित फूल जैसा
गायब होगा वह एकदम
अगर इस की अच्छी देखभाल नहीं हुई
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