पिछले 20 वर्षों के विकास से पूर्वी चीन के चे च्यांग प्रांत के निजी शिक्षा व्यवसाय को बड़ी जीवनी शक्ति मिली है औऱ वह चीन के शिक्षा जगत का चमकता सितारा बन गया है। आइये वहां पहुंचकर देखें उसके निजी शिक्षा व्यवसाय की वर्तमान स्थिति।
हांगचओ शहर की छिएन थांग नदी के किनारे खड़ा हवा मए मिडिल स्कूल गैर सरकारी उद्योगों द्वारा प्रदत्त 30 करोड़ य्वेन की धनराशि से स्थापित बोर्डिंग स्कूल है। इस की स्थापना 2001 में हुई । 50 हजार वर्ग मीटर के क्षेत्रफल में स्थित इस स्कूल में किंडरगार्टन से लेकर 12 वीं कक्षा तक की पढ़ाई होती है। इस समय वहां चे च्यांग प्रांत के अलावा शांगहाए, च्यांग सू और फू चिएन जैसे पड़ोसी प्रांतों व शहरों के करीब 2000 छात्र हैं।
हवा मए स्कूल में प्रवेश करते ही आप को कतारों में खड़ी हरियाली से ढकी इमारतें दिखेंगी व स्कूल के बच्चों के मुख पर आप मुस्कान झलकती पाएंगे। वहां सातवीं कक्षा में पढ़ रही चुंग दी ने हमें बताया कि हवा मए में पढ़ने में उसे बड़ा मजा आता है।
इस स्कूल में आने के बाद मैं पहले से अधिक खुशमिजाज हो गई हूं, विशेषकर अंग्रजी सीखने के बाद। इस से पहले मै डरपोक व खामोश लड़की थी। अंग्रजी के अध्यापक ने हमें बोलने की हिम्मत सिखाई और मुझे बोलने के कई मौके मिला।
छठी कक्षा की छात्रा चांग वए ने कहा कि उसके माता-पिता उसमें इस स्कूल की पढ़ाई के बाद आए परिवर्तनों को लेकर बड़े प्रसन्न हैं। पहले मैं बडी चुप रहती थी। तब मेरी अंग्रेजी, चीनी व गणित भी इतनी अच्छी नहीं थी। इस स्कूल में अंग्रेजी की पढ़ाई में मैंने तरक्की पाई और अब मैं अपने सहपाठियों के साथ घुलमिलकर रहने लगी हूं। अध्यापक हमसे दोस्तों जैसा बर्ताव करते हैं।
हवा मए मिडिल स्कूल की उप प्रधानाचार्य सुश्री चांग मए हुंग का मानना है कि स्कूल के छात्रों में बदलाव आने का कारण स्कूल द्वारा निर्धारित नयी शिक्षा अवधारणा व शिक्षा पद्धति ही है। उन्हों ने कहा हमने चीनी स्कूलों के केवल छात्रों के परीक्षा में प्राप्त अंकों पर महत्व देने व उन्हें किताबें रटाने के तरीकों को तोड़ दिया है औऱ बदले में व्यक्तिगत गुणवत्ता के विकास वाली शिक्षा पर बल दिया है। सुश्री चांग ने बताया
हमने संगीत, खेलकूद, कला व कम्प्यूटर के पुराने पाठ्यक्रमों की जगह छात्रों की शिक्षा के आकलन को उनके प्रदर्शन से जोड़ने का तरीका अपनाया है। प्यानो की परीक्षा के दिन हम बच्चों के मां- बाप को आकलन दल में शरीक होने का निमंत्रण देते हैं। छात्र अभिभावकों के आगे प्यानो वादन की अपनी कला का जिस तरह प्रदर्शन करते हैं उसकी सभी बच्चों के मां-बापों ने प्रशंसा की है। ठीक उसी तरह चित्रकला की परीक्षा में दूसरी कक्षा के छात्राओं ने जब खूबसूरत रंगों से बनाये अपने चित्र प्रदर्शित किये तो उन सभी के मां-बाप ने दांतों तले उंगली दबा ली।
वर्तमान में हवा मए मिडिल स्कूल के संगीत पाठ्यक्रम में प्यानो वादन, वृन्दगान व संगीत आस्वादन जैसे विषय शामिल हैं, जबकि खेलकूद में रोलर स्केटिंग, उ शु, तैराकी व बास्केटबाल और चित्रकला में परम्परागत चित्रकारी, उभरवां चित्रकला व रेखांकन। सुश्री चांग ने इस सब की जानकारी देते हुए कहा
हम अपने छात्रों को कृतज्ञता का पाठ भी पढ़ाते हैं। इसमें कक्षा में उन्हें धन्यवाद शब्द का प्रयोग करने की आदत डालने को प्रेरित किया जाता है। उन्हें अपने माता-पिता, अध्यापकों, दोस्तों यहां तक कि प्रकृति व जीवन के भी धन्य होने की शिक्षा दी जाती है। हमने पाया कि आज के बच्चों में आम तौर पर जिम्मेदारी की भावना का अभाव है। वे समाज और दूसरे लोगों के प्रति कुछ ज्यादा स्वार्थी हैं और कृतज्ञता का ज्ञापन बहुत कम करते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारा स्कूल छात्राओं के बीच अंकों की स्पर्धा भी चलाता है। अंकों के मुताबिक उन्हें विभिन्न उपाधियों से सम्मानित किया जाता है। पढ़ाई में विशेष सफलता प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को भी पुरस्कृत किया जाता है।
उप प्रधानाचार्य सुश्री चांग ने कहा कि किसी भी स्कूल को देश व विश्व का अव्वल नम्बर का स्कूल बनने के लिए अव्वल नम्बर के अध्यापकों की जरूरत होती है। हवा मए स्कूल अध्यापकों की भी कड़ी परीक्षा लेता है और उनके ज्ञान व शैक्षिक अनुभवों से उनकी गुणवत्ता की परख करता है। हवा मए की उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा ने देश-विदेश के लोगों को आकृष्ट किया है, यहां तक कि इसने अन्तरराष्ट्रीय शिक्षा जगत का ध्यान भी खींचा हैं। अब तक यह मिडिल स्कूल अमरीका, कनाडा, ब्रिटेन, आयरलैंड और आस्ट्रेलिया आदि दसेक देशों के विद्यालयों और अन्य शिक्षा संस्थाओं के साथ सहयोग संबंध कायम कर चुका है और इन देशों में उसने अपने छात्र पढ़ने के लिए भी भेजे हैं। हवा मए मिडिल स्कूल के कोई 60 से अधिक छात्र पढ़ने के लिए विदेश जा चुके हैं।
वास्तव में हवा मए मिडिल स्कूल चे च्यांग प्रांत के 10 हजार गैर सरकारी विद्यालयों का आदर्श प्रतिनिधि है। पिछले बीस सालों में चे च्यांग के गैर सरकारी विद्यालयों का उल्लेखनीय विकास हुआ है। निजी व सरकारी उद्योगों तथा पूंजीपतियों और सरकारी-गैर सरकारी शिक्षा संस्थाओं द्वारा प्रदत्त सहायता से वे दिनोंदिन फलते-फूलते जा रहे है। निस्संदेह ये गैर सरकारी स्कूल देश के आर्थिक व सामाजिक विकास में बेहतरीन योगदान कर रहे हैं।
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