
दस से ज्यादा साल पूर्व फेई श्यांग नामक एक गायक चीन में बहुत मशहूर था , अमरीका में रह रहे चीन के थाईवानी गायक फ़ेई श्यांग द्वारा गाए गए गीत तत्काल चीन के संगीत क्षेत्र में अत्यन्त लोकप्रिय रहा था । "जन्मभूमि का बादल" नामक गीत फ़ेई श्यांग ने वर्ष 1987 में चीनी केंद्रीय टी.वी.स्टेशन द्वारा आयोजित वसंत त्योहार समारोह में प्रथम बार गाया । उन की भावोतेजक आवाज से करोड़ों चीनी लोग बेहद प्रभावित हो गए थे, इसी गीत गाने से फ़ेई श्यांग चीन में रातों रात मशहूर हो गए थे ।
गीत का भावार्थ कुछ इस प्रकार है
आसमान में तैर रहा है जन्मभूमि का बादल
वह मेरा आह्वान कर रहा है, लगातार
हल्की हवा बहती है मेरे पास
कोई आवाज़ मुझे पुकार रही ।
वापस आओ, वापस आओ
दूर दराज न भागो , मेरा पुत्र
तुम्हारी जन्मभूमि में जल्दी लौटो ।
वापस लौटने का रास्ता लम्बा बहुत है
थके कदमों के साथ मैं इसी पर चलता रहा
हल्की हवा बहती है मेरे पास
जन्मभूमि की मिट्टी की सोंध लगी है मुझे
वापस जाऊंगा, वापस जाऊंगा
मैं जन्मभूमि की ओर जा रहा हूँ
दूर से आने में मुझे इतना थकान लगा
जन्मभूमि की हवा ने ,
जन्मभूमि के बादल ने
मेरी चोटों की मरहम लगाया
फ़ेई श्यांग सर्वतोमुखी रूप में विकसित कलाकार है । उन की सौष्ठव छवि, भावोद्वेलित आवाज़ और सुरज किरणों की तरह मुस्कुराहट लोगों को आकृष्ट करता है, इस लिए चीन में फ़ेइ श्यांग के बहुत से दीवाने हैं ।
चीन के थाईवान प्रांत में जन्मे फ़ेइ श्यांग को बचपन से ही संगीक पर बड़ा शौक था । होई स्कूल से स्नातक के बाद फ़ेई श्यांग ऑपेरा सीखने के लिए अमरीका गया । 21 वर्ष की उम्र में उस ने थाईवान वापस कर एक टी.वी. धारावाहिक के अभिनय में भाग लिया , और संयोग से गायन मंच में भी प्रवेश कर गये । फ़ेइ श्यांग का प्रथम एलबम "आया ठहरा है तुम्हारी खिड़की के नीचे" जब बाजार में आया , तो इस का भारी धूम मचा । इस के बाद उस ने लगातार और 8 एलबम जारी किए , इस से फ़ेइ श्यांग थाईवान और दक्षिण पूर्वी एशिया में बहुत लोकप्रिय हो गया । आगे सुनिए फ़ेइ श्यांग के प्रथम एलबम का प्रमुख गीत"तुम्हारी खिड़की के नीचे आया ठहरा "
गीत के बोल इस प्रकार है
चांदनी फैली है रुपहली
तुम्हारा खिड़की के बाहर ,
तुम्हारे मनमानस पर खटखटाता हूँ
तुम्हारे प्यार की चाह ।
हर रात आया करता हूँ
तुम्हारी खिड़की के नीचे ,
इन्तजार रहा हूँ ,तुम्हारी
खिड़की खुलेगी ।
मैं आया करता हूँ
तुम्हारी खिड़की के नीचे ,
न नींद आती है चांद की जैसी
रात भर तुम से मिलने की चाह में
आसमान में टिमटिमा रहे सितारे
मेरा प्यार जाने ।
वह तुम्हारे दिल को घोलेगा ,
जो मुझे हार नहीं मानने दे ।
वर्ष 1986 में फ़ेइ श्यांग ने दक्षिण चीन के क्वांग चो शहर में भीतरी इलाके में अपना प्रथम एलबम प्रकाशित किया, और इस तरह फ़ेइ श्यांग चीन की मुख्य भूमि में प्रवेश करने वाला प्रथम थाइवानी गायक बन गया । वर्ष 1987 के वसंत त्यौहार में फ़ेइ श्यांग ने चीनी केंट्रीय टी.वी द्वारा आयोजित समूचे देश स्तरीय समारोह में दो गीय गाये । एक था"जन्मभूमि का बादल", जो आप ने अभी सुन लिया था । दूसरा था "सर्दियों की आग"नामक गीत । इन दो गीतों से फ़ेइ श्यांग चीन की मुख्य भूमि में तुरंत ही मशहूर हो गया । इस के बाद के तीन सालों में फ़ेइ श्यांग ने क्रमशः 5 एलबम जारी किए और मुख्य भूमि के 12 शहरों में गायन सभा आयोजित कीं । फ़ेइ श्यांग की सभी 63 गायन सभाएं सफल रही , जो चीनी पोप गीत मंच पर एक रिकोर्ड बन गयी।
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