आज के इस कार्यक्रम में हम रोहतास बिहार के सुनील केशरी, सीताराम केशरी और डी डी साहिबा
के पत्र शामिल कर रहे हैं। उन्होंने चीन केसंगीत के वर्तमान सुपर स्टार के बारे में विस्तार से जानकारी देने का अनुरोध किया है। चलिए, हम आप की जिज्ञासा शांत करने की कोशिश करते हैं।
चीन के संगीतमंच पर इस समय सुपर स्टार के रूप में ल्यू ह्वान का नाम लिख जा सकता है। सन् 1986 में एक टीवी सीरियल के कथानक गीत《नौजवान का संकल्प》के कारण ल्यू ह्वान का नाम तुरंत देशभर में मशहूर हो गये। इस के बाद ल्यू ह्वान हर वर्ष लगातार बेहतर गीत पेश कर रहे। उन के गायन को पॉप और क्लासिक दोनों क्षेत्रों के आधिकारिक व्यक्तियों ने मान्यता दी है, वे बहुत लोकप्रिय भी है। चीन के संगीत के इतिहास में ल्यू ह्वान मील का एक पत्थर है।
इस वर्ष 19 मार्च को पेइचिंग के राजधानी जिमनाजियम में ल्यू ह्वान की एक विशेष संगीत सभा आयोजित हुई थी। उन का एक सपना इस दिन सच हुआ। गायक बनने के बाद के 18 वर्षों में यह उन का ऐसा पहला शो था जिस के टिकट दस दिन पहले ही बिक गए।
ल्यू ह्वान का जन्म 26 अगस्त, 1963 को उत्तरी चीन के थ्येनचिन शहर में हुआ। 1985 में राजधानी पंइचिंग के अंतरराष्ट्रीय संबंध संस्थान के फ्रांसीसी भाषा विभाग से स्नातक हुए और आज चीनी विदेश अर्थतंत्र एवं व्यापार विश्वविद्यालय में प्राध्यापक हैं। छात्रावस्था में उन्हें दो बार राजधानी की उच्चशिक्षासंस्थाओं की गीत प्रतियोगिताओं में पुरस्कार से सम्मानित किया गया। स्नातक होने के बाद वे कॉलेज में पढ़ाने के साथ संगीतमंच पर भी सक्रिय रहे। 《नवचंद्र》,《सज्जन》《मेरे दिल में है सूर्य》,《बारबार की पूछताछ》जैसे उन के गीतों ने हजारों लोगों को आकर्षित किया।
1994 के 11 वें एशियाड और प्रथम पूर्वी एशियाड के लिए उन्होंने 《एशिया का महान दर्शन》और《एशिया का पुनरुत्थान》 जैसे गीत तैयार किए। दोनों गीतों का उच्च मूल्यांकन किया गया। जनवरी 1994 में उन्होंने न्यूयार्क जाकर मशहूर कर्नेगी (Carnegie) नाट्यशाला में गायन किया और बड़ी सफलताएं पाई। 2 अक्टूबर 1994 को जापान के हिरोशिमा एशियाड के उद्घाटन समारोह में भी उनके प्रदर्शन का बड़ा स्वागत हुआ।
संगीत के सृजन में भी ल्यू ह्वान की प्रतिभा व्यक्त हुई है। वर्ष 1990 में उन्हें संगीत सृजन और अभिनय के लिए दो पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। वर्ष 1993 में टीवी सीरियल 《पेइचिंगवासी न्यूयार्क में》का कथानक गीत 《बारबार की पूछताछ》तथा संगीत के सृजन और कथानक गीत गाने के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म व टीवी सीरियल संगीत पुरस्कार मिला। वर्ष 1994 में उन्हें सब से लोकप्रिय गायक की उपाधि प्रदान की गई। अगस्त, 1995 में उन्हें रूमानियाई अंतरराष्ट्रीय संगीत प्रतियोगिता की मूल्यांकन कमेटी का सदस्य चुना गया। वर्ष 1996 में चीन के सर्वश्रेष्ठ दस गायकों की सूची में उन का नाम था। वर्ष 1997 में उन का गाया प्राचीन उपन्यास 《झील के विद्रोही》पर आधारित टीवी सीरियल का कथानक गीत 《सज्जन》 बहुत लोकप्रिय हुआ। इस वर्ष उन का पहले एलबम जारी हुआ।
वर्ष 2000 में अमेरिका में सोनी द्वारा प्रकाशित《 संगीत के सौ वर्ष》संस्मरण ग्रंथ में एकमात्र ल्यू ह्वान का ही नाम और उन के द्वारा गाए गए गीत 《लाइलाज है यह प्रेम》शामिल हुआ।
इस वर्ष, उन के दो गीत《फिर से रोजी की खोज 》《मेरे दिल में है यह संसार》चीन के दस सर्व श्रेष्ठ गीतों में शामिल हुए। वर्ष 2001 में उन के तीन गीत 《नौजवान का संकल्प》《बारबार की पूछताच》और《सज्जन》एक साथ चीन के दस सर्व प्रिय गीत की सूची में चुने गए।
वर्ष 1999 से 2002 के बीच उन्होंने मास्को के क्रेमलिन, लंदन के सहस्राब्दी महल, एथेंस के रक्षक किली और जोहनसबर्ग के थिएटर में 《चीन पर लगे चार चांद》 नामक प्रोग्राम पेश किया। वर्ष 2003 की तीसरी संगीत तालिका में उन्हें आजीवन लोकप्रिय होने का पुरस्कार मिला।
ल्यू ह्वान ने सिंगापुर, जापान, फ्रांस, इटली, नीदरलैंड, बेल्जियम, लक्जमबर्ग, पुर्तगाल, आस्ट्रिया अमेरिका, ब्राजील, अर्जेंटीना, पेरू, इक्वेडोर, मोनाको, रोमानिया, हांगकांग, दक्षिण कोरिया, रूस, जर्मनी, ब्रिटेन, यूनान और दक्षिण अफ़्रीका जैसे बीसेक देशों या क्षेत्रों का दौरा कर वहां संगीत सभाए की हैं।
वास्तव में ल्यू ह्वान शौक़िया गायक हैं, क्योंकि वे पेइचिंग के एक विश्वविद्यालय में पश्चिमी संगीत का इतिहास का पाठ्यक्रम पढ़ाते हैं। उन की क्लास छात्रों को इतनी पसंद है कि वे बहुत पहले कंप्यूटर पर इस के लिए नामलिखवाने पर भी सीट नहीं हासिल कर पाते।
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