आरा बिहार के ब्रजेश कुमार पांडये ने हमें लिखे पत्र में कहा कि जब से आप का संध्याकालीन प्रसारण प्रारंभ हुआ है , हमारे क्लब में आप के कार्यक्रम सुनने वालों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हुई है । आप का संध्याकालीन प्रसारण मीडियम वेब एवं शॉट वेब दोनों पर ही बहुत साफ है , जिस से कार्यक्रम सुनने का आनंद द्विगुणित हो जाता है ।
दिल्ली से हमारी प्रिय प्रस्तुतकर्ता हुंग सान जी की रिपोर्टिंग अच्छी लग रही है । वे महत्वपूर्ण विषयों पर अपनी रिपोर्ट भेजने से नहीं चूकती है ।
चीन का इतिहास कार्यक्रम तो चीन की समृद्ध परंपरा की जानकारी देने का सशक्त माध्यम बन गया है । हमारे क्लब के साथियोमं का अनुरोध है कि जिस प्रकार सी .आर .आई अंग्रेजी सेवा ने प्रश्न एवं उत्तरों का एक बुकलेट तैयार किया है , उसी तरह हिन्दी सेवा का भी प्रकाशन होना चाहिए , ताकि श्रोता चीन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी पढ़ भी सकें ।
श्री ब्रजेश कुमार ने अपने पत्र में यह भी कहा है कि कुछ श्रोता भावावेश में आकर सी .आर .आई को विश्व की सर्वश्रेष्ठ प्रसारण संस्था का खिताब देते हैं , लेकिन वास्तविकता क्या है , इस से आप सभी विद्वान प्रस्तुतकर्ता भली भांति अवगत हैं । मैं कहना चाहता हूं कि सी .आर .आई में अभी बहुत सुधार बाकी है और इसे हेतु आप को वैसे श्रोताओं पर विशेष दृष्टिपात करना होगा , जो आप के कार्यक्रमों पर अपनी बेबाक राय लिखते हैं । आलोचनाओं को विशेष प्रश्रय दीजिए , निंदक नियरे राखिए की तर्ज पर ।
बालांगिर उड़ीसा की इच्छावती महापात्र ने हमें लिखे पत्र में कहा कि चीन में निर्माण व सुधार कार्यक्रम सुना , ग्रीन हाउस द्वारा सब्जी और अच्छी टोमाटोर उगा कर बहुत लाभान्वित हुई , चिन फङ जी के द्वारा यह प्रस्तुति अच्छी लगी । किन्तु पेड़ पौधे मनुष्य के प्रति विभिन्न रोग और क्षति देता है । तो चीन में यह ग्रीन हाउस द्वारा पर्यावण पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है , क्या शिकायत सुने ।
इच्छावती महापात्र हमारी नियमित श्रोता हैं और समय समय पर हमें लिखती भी रहती है । चीन में सब्जी उगाने के लिए सर्दियों में गर्म क्वारी बनाए जाते हैं , इस में सब्जियों की खेती से पर्यावरण पर कोई असर नहीं पड़ता है । यहां चर्चित ग्रीन हाउस का अर्थ वह ग्रीन हाउस से नहीं है , जिस के कारण प्रदूषित गैस निकलती है और पर्यावरण को क्षति पहुंचाती है । सही बताये , तो सर्दियों में सब्जी उगाने के लिए गर्म क्वारी स्थापित होती है । इच्छावती महापात्र जी , आप की अच्छी राय के लिए आप को बहुत बहुत धन्यावाद ।
भागलपुर बिहार के आकाश अग्र चौधरी ने हमें पत्र लिख कर कहा कि मैं विश्व के सभी रेडियो स्टेशनों से संपर्क बनाए रखता हूं तथा रखने का प्रयास करता रहता हूं , ताकि क्लब के सदस्यों को प्रचुर सामग्री व जानकारी से अवगत कराता हूं ।यद्यपि मेरा क्लब पंजीकृत नहीं है , इसलिए मैं चाहता हूं कि आप मेरे क्लब का पंजीकरण कर पंजीकृत रसीद भेजने की कृपा करें ।
फिलहाल मैं केवल हिन्दी सेवा के दो कार्यक्रम नियमित रूप से सुनता हूं , वे हैं चीन का भ्रमण तथा चीन में निर्माण और सुधार ।
चौधरी भाई का हम हमारे श्रोता के रूप में हार्दिक स्वागत करते हैं , आप का क्लब हमारे कंप्युटर लिस्ट में शामिल हुआ है । हमारी आशा है कि आप नियमित रूप से सी .आर .आई हिन्दी प्रसारण सुनते रहेंगे और उन के बारे में अपनी राय लिखेंगे ।
विराट नगर नेपाल के श्रोता भाई श्री अमजद अली ने हमें लिख कर कहा कि हिन्दी सर्विस से जुड़े हुए उन सभी श्रोताओं को अमजद अली का नमस्कार और सी .आर .आई के सभी उद्घोषक उद्घोषिका और संपादक और सभी साथियों को मेरा प्यार भरा नमस्कार । सी .आर .आई से प्रसारण होने वाले सभी कार्यक्रम मुझे बेहद पसंद है । और सी .आर .आई से ज्ञान विज्ञान कार्यक्रम हम सभी श्रोता सुनते हैं । सी .आर .आई से मुझे भेजा गया श्रोता वाटिका पत्रिका प्राप्त हुआ ,यह पाकर बेहद खुश हूं और आने वाले दिनों में भी मुझे और मेरे क्लब के सदस्यों को सामग्री भेजते रहेंगे । आशा है कि हमारे पत्रों को भी कार्यक्रमों में शामिल करेंगे , आप के सभी कार्य़क्रम एक से एक सुनने पर सुहागा है । अंत में चंद्रमा जी को मेरे दिल से नमस्कार और सी .आर .आई के सभी भाषा के उद्घोषकों और उद्घोषिकाओं को मेरा प्यार भरा नमस्कार ।
अमजद अली नेपाली होने पर भी नियमित रूप से हमारा हिन्दी प्रसारण सुनते हैं और हमारे साथ पत्र व्यवहार करते हैं , इस से हम बहुत प्रभावित हुए है और हमारे प्रसारण का बड़ा महत्व भी महसूस हुआ है । इस के लिए हम आप जैसे श्रोताओं को लाख धन्यावाद देते हैं , श्रोता वाटिका जब निकली है , जरूर आप को भेजी जाती है , यदि किसी बार छूट हुई , तो आप हमें लिख कर बताए , हम अवश्य आप को भेज देंगे । भारतीय श्रोताओं के पत्रों की भांति हम नेपाली , पाकिस्तानी तथा बंगला देश के श्रोताओं के पत्रों को भी कार्यक्रमों में शामिल करने की कोशिश करते हैं , ताकि इन देशों के हिन्दी भाषी श्रोताओं के बीच भी विचारों का आदान प्रदान हो सके और आपस में दोस्ती कायम हो ।
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