चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता सुश्री चांग छी-य्वे ने शनिवार को पेइचिंग में एक संवाददाता सम्मेलन में प्रश्नों के उत्तर देते हुए जताया कि चीन इस बात का दृढ़ विरोध करता है कि अमेरिकी प्रतिनिधि सदन में कथित थाइवान के साथ संबंध कानून का वादा दोहराने के दो सदनों का सह प्रस्ताव पारित हुआ। चीन सरकार ने इस बात को लेकर अमेरिका के सामने यह मामला गम्भीर रूप से उठा दिया है।
यह पूछे जाने पर कि रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी प्रतिनिधि सदन में 15 जुलाई को पारित कथित थाइवान के साथ संबंध कानून का वादा दोहराने के दोनों सदनों के सहप्रस्ताव की आप की क्या टिप्पणी है।
सुश्री चांग ने बताया कि अमेरिका ने वर्ष 1979 में एकतरफा तौर पर कथित थाइवान के साथ संबंध कानून तैयार किया। यह कानून खुलेआम चीन की प्रभुसत्ता को तोड़फोड़ करता है और चीन के अंदरूनी मामलों में गंभीरता के साथ दखल देता है। चीन हमेशा से इस का विरोध करता आया है। इस से थाइवान जलडमरूमध्य के दोनों तटों की शांति व स्थायित्व और चीन अमेरिका संबंध को क्षति ही नहीं , बल्कि खुद अमेरिका के हित को भी क्षति पहुंचेगी ।
सुश्री चांग ने कहा कि हम ने देख लिया है कि अमेरिका सरकार ने अनेक बार एक चीन की नीति पर कायम रहने, चीन अमेरिका की तीन संयुक्त विज्ञप्तियों का पालन करने और थाइवानी पृथक्तावाद का विरोध करने का अपना रूख दोहराया। हम ने अमेरिका सरकार से अनुरोध किया है कि वह उक्त वादों का पालन करे, स्पष्ट रूप से संसद के उक्त सहप्रस्ताव का विरोध करे, इस के कुप्रभाव को दूर करने के लिए कदम उठाए और थाइवान जलडमरूमध्य की शांति व स्थायित्व और चीन अमेरिका संबंध के संरक्षण के लिए कारगर कदम उठाए।
|