• हिन्दी सेवा• चाइना रेडियो इंटरनेशनल
China Radio International Friday   Jul 25th   2025  
चीन की खबरें
विश्व समाचार
  आर्थिक समाचार
  संस्कृति
  विज्ञान व तकनीक
  खेल
  समाज

कारोबार-व्यापार

खेल और खिलाडी

चीन की अल्पसंख्यक जाति

विज्ञान, शिक्षा व स्वास्थ्य

सांस्कृतिक जीवन
(GMT+08:00) 2004-07-05 16:48:22    
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी

cri

फ़ैजाबाद उत्तर प्रदेश के राम कुमार रावत, गीतादेवी रावत, अमित कुमार रावत, दीपक रावत, ललित रावत, मनीष कुमार रावत, प्रिंस प्रियांसू, रवि कुमार ग्रोवर और राम किशोर राम ने अपने पत्र में चीन की राजनीतिक पार्टियों के बारे में जानने की उच्छा व्यक्त की है। उन की जिज्ञासा आज के कार्यक्रम में हम चीन की राजनीतिक पार्टियों की विस्तृत जानकारी दे कर शांत करने की कोशिश रहे हैं।

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी चीन की सत्तारूढ़ पार्टी है। पर उस के अतिरिक्त चीन में और 8 राजनीतिक पार्टियां हैं, वे हैं चीनी कोमिनतांग पार्टी की क्रांतिकारी कमेटी, चीनी डेमोक्रेटिक लीग, चीनी डेमोक्रेटिक राष्ट्रीय निर्माण सोसाइटी, चीनी डेमोक्रेसी संवर्धन सोसाइटी, चीनी किसान एवं मजदूर डेमोक्रेटिक पार्टी, चीनी चीकुंग पार्टी, च्युसान सोसाइटी और थाइवान डेमोक्रेटिक स्वशासन लीग। इन सब की स्थापना जापानी आक्रमण विरोधी युद्ध काल में या राष्ट्रीय मुक्ति युद्ध काल में हुई और ये लोकतांत्रिक पार्टियां कहलाती हैं।

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी चीन के मजदूर वर्ग का हिरावल दस्ता होने के नाते चीनी जनता और चीनी राष्ट्र का हिरावल दस्ता भी है। वह चीनी विशेषताओं वाले समाजवादी कार्य का नेतृत्वकारी केन्द्र है, चीन की प्रगतिशील उत्पादक शक्ति के विकास का निर्देशन करती है और चीन की प्रगतिशील संस्कृति की दिशा और व्यापक चीनी जनता के मूल हितों की प्रतिनिधि भी है।

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी कीचरम कल्पना और अंतिम लक्ष्य कम्युनिज़्म को साकार करना है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के घोषणापत्र में स्पष्ट रूप से निर्धारित है कि उसके मार्गदर्शक मार्क्सवाद, लेनिनवाद, माउ त्से-तुंग विचारधारा, तंग श्याओ-फिंग के सिद्धांत और "तीन प्रतिनिधित्व " वाली महत्वपूर्ण विचारधारा हैं।

   चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना जुलाई, 1927 में हुई। वर्ष 1921 से 1949 के बीच, उसने साम्राज्यवाद, सामंतवाद और नौकरशाही पूंजीवाद के शासन का तख्ता उलटने और चीन लोक गणराज्य की स्थापना के लिए चलते अत्यंत कठोर संघर्ष में चीनी जनता का नेतृत्व किया ।

नए चीन की स्थापना के बाद, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने राष्ट्र की स्वतंत्रता और सुरक्षा के लिए, चीनी समाज को नव जनवादी समाज से समाजवादी समाज में सफलतापूर्वक बदलने और बड़े पैमाने पर योजनाबद्ध समाजवादी निर्माण का आरम्भ करने के लिए देश की सभी जातियों की जनता का नेतृत्व किया। इस तरह चीन के आर्थिक व सांस्कृतिक कार्य में अभूतपूर्व प्रगति हुई।

वर्ष 1956 में चीन में निजी उत्पादक साधन व्यवस्था का समाजवादी सुधार पूरा हुआ। इस के बाद अनुभवों की कमी के कारण चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से समाजवादी निर्माण के कार्य में कुछ गलतियां हुई। वर्ष 1966 से 1976 के बीच उस ने देश भर में "महान सांस्कृतिक क्रांति" छेड़ने की गंभीर गलती की।

अक्तूबर 1976 में "सांस्कृतिक क्रांति"समाप्त हुई और चीन का विकास नई ऐतिहासिक मंजिल पर चढ़ा। वर्ष 1978 के अंत में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 11 वीं केन्द्रीय कमेटी का तीसरा पूर्णाधिवेशन आयोजित हुआ। तत्कालीन चीनी नेता तंग श्याओफिंग ने अधिवेशन में आर्थिक सुधार और विदेशों के लिए खुले द्वार की नीति पेश की। नए चीन की स्थापना के बाद का यह अधिवेशन चीन के लिए गहरा व दूरगामी बदलाव लाने वाला माना गया है। वर्ष 1979 में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने सुधार और खुले द्वार की नीति अपनानी शुरू की।

तब से चीन ने राष्ट्रीय अर्थतंत्र और सामाजिक विकास में उल्लेखनीय कामयाबियां प्राप्त कीं, और देश की स्थिति में भारी काया-पलट हुआ। नए चीन की स्थापना के बाद से देश की स्थिति सब से उम्दा रही है और जनता का भी बड़ा कल्याण हुआ।

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी विदेशों के साथ संबंधों के विकास और चीन की खुले द्वार की नीति व आधुनिकीकरण के निर्माण के अनुकूल अंतरराष्ट्रीय परिस्थिति तैयार करने में सक्रिय है। अंतरराष्ट्रीय मामलों में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी स्वतंत्र, स्वावलंबी और शांतिपूर्ण विदेश नीति पर डटी रही है, चीन की स्वतंत्रता और प्रभुसत्ता की हिफाजत करती है, प्रभुत्ववाद और बल की राजनीति का विरोध करती है और विश्व शांति के संरक्षण व मानवजाति की प्रगति को आगे बढ़ाने में सक्रिय है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी दूसरे देशों की प्रभुसत्ता के समादर और प्रादेशिक अखंडता, एक दूसरे का अतिक्रमण न करने और एक दूसरे के अंदरूनी मामलों में दखल न देने, समानता और आपसी लाभ व शांतिपूर्ण सहअस्तित्व के पांच सिद्धांतों के आधार पर विश्व के सभी देशों के साथ संबंधों के विकास में लगी है।

स्वतंत्रता, पूर्ण समानता, आपसी सम्मान और एक-दूसरे के अंदरूनी मामलों में दखल न देने के चार सिद्धांतों के आधार पर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी विश्व के सभी देशों की राजनीतिक पार्टियों के साथ दोस्ती बनने में सक्रिय है। अब चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का 120 से ज्यादा देशों की तीन सौ से अधिक पार्टियों के साथ मैत्रीपूर्ण संपर्क है।

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी एक ऐसा एकीकृत समूह है, जो अपने कार्यक्रम और चार्टर के तहत लोकतांत्रिक व केन्द्रित राजनीतिक व्यवस्था के नियमों से गठित है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के चार्टर के अनुसार ऐसे चीनी मजदूर, किसान, सैनिक, बुद्धिजीवी या अन्य सामाजिक वर्गों के प्रगलिशील सदस्य, जिनकी उम्र 18 साल के ऊपर हो, जो पार्टी के प्रोग्राम और चार्टर को मान्यता देते हों, और पार्टी की शाखा में शामिल होकर पूरी सक्रियता के साथ काम पार्टी के प्रस्ताव का पालन करने और समय पर उसकी फीस चुकाने को तैयार हों, पार्टी की सदस्यता पा सकते हैं।

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के केन्द्र स्तरीय संगठन में राष्ट्रीय कांग्रेस, केन्द्रीय कमेटी, केन्द्रीय राजनीतिक ब्यूरो, ब्यूरो की स्थाई कमेटी, केन्द्रीय सचिवालय, केन्द्रीय फौजी आयोग और केन्द्रीय अनुशासन कमेटी शामिल हैं। राष्ट्रीय कांग्रेस पांच सालों में एक बार आयोजित होती है। राष्ट्रीय कांग्रेस के बाद चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की सर्वोच्च नेतृत्वकारी संस्था केन्द्रीय कमेटी है।

  इस समय चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के करीब 7 करोड़ सदस्य हैं और पार्टी के मौजूदा महा सचिव श्री हू जीन-थाउ हैं।

Post Your Comments

Your Name:

E-mail:

Comments:

© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040