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(GMT+08:00) 2004-07-01 15:35:17    
तिब्बती छात्र तानचनतावा की सुन्दर अभिलाषा

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मित्रो ,तिब्बती छात्र तानचनतावा ने हाल ही में हमारे संवाददाता को बताया कि उस के लिए सब से बड़ी खुशी की बात यह रही कि 31 मई को उसने पेइचिंग के चीनी विज्ञान व तकनीक भवन में आयोजित एक मिलन समारोह में भाग लिया। चीनी राष्ट्राध्यक्ष श्री हू चींथो समेत बहुत से नेता भी इस मिलन समारोह में उपस्थित हुए। तानचनतावा ने बताया कि उस ने आगे बढ़ कर अपने आदरणीय दादा हू चींथो को बच्चों की ओर से उपहार अर्पित किया। मित्रो, चीनी राष्ट्राध्यक्ष श्री हू चींथो को तिब्बती बच्चों की ओर से जो उपहार मिला वह था चीनी बाल प्रगतिशील दल का प्रतिनिधि लाल साफा । यह साफा चीन लोक गणराज्य के राष्ट्रीय झंडे का एक भाग माना जाता है ।12 वर्षीय तानचनतावा न कहा, हू चींथो दादाजी ने बड़े स्नेह के साथ मेरा नाम पूछा ।मैं ने जब उन्हें अपना नाम बताया तो दादा जी ने फिर पूछा कि तुम कहां से आये हो। मैं ने बताया कि मैं तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की कुंपूचांता कांउंटी के शिवान प्राइमरी स्कूल से हूं। तो उन्हों ने कहा कि मैं जानता हूं कुंपूचांता कांउंटी तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के लीनची प्रिफेक्चर में है । मित्रो 20 वर्ष पहले श्री हू चींथो को तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की जन सरकार में काम करने का मौका मिला था । आज तक तिब्बती जनता उन्हें बहुत याद करती है । उस का कहना है कि श्री हू चींथो ने तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के विकास के लिए बहुत से काम किये और उन की कोशिश से स्वायत्त प्रदेश के तेज विकास की बेहतर स्थिति तैयार हुई। मित्रो तानचनतावा ने बताया कि इस मिलन समारोह में उस ने अपने प्रिय दादाहू जी के साथ खेल भी खेले और उन की मदद से एक बड़ी गेंद भी उठायी। तब दादा हू जी ने उससे प्यार से कहा कि एकता ही शक्ति है । दादा जी की इस बात से 12 वर्षीय तानचनतावा को भारी प्रेरणा मिली । उस का कहना है कि उन की यह बात मुझे याद है और मैं इसे आगे भी याद रखने की कोशिश करूंगा । तानचनतावा एक तिब्बती किसान परिवार का बेटा है ।पिछले पांच वर्षों से वह चीनी जन मुक्ति सेना की नौ सेना की मदद से स्कूल में पढ़ रहा है। वह चीनी जन मुक्ति सेना का इसके लिए आभारी है ।तानचनतावा ने कहा, मुझे स्कूल में बड़ी लगन से पढ़ना होगा ताकि बड़ा होने पर मैं भी चीनी जन मुक्ति सेना के सदस्यों की ही तरह देश की सेवा कर सकूं। तिब्बती छात्र तानचनतावा का कहना है, बड़ा होने पर मैं देश के विकास की कोशिश करूंगा और चीनी जन मुक्ति सेना के सदस्यों की ही तरह निर्धन बच्चों को मदद दूंगा।

कुछ समय पहले हम ने अपने कार्यक्रम में आप को तिब्बती प्राइमरी स्कूल के छात्र तानचनतावा की कहानी सुनायी शायद आप को याद हो । इधर के वर्षों में तिब्बती और हां जातियों की एकता और मित्रता साल दर साल सुदृढ़ हुई है। इस वर्ष की पहली जून को अंतराष्ट्रीय बाल दिवस की खुशी मनाने के लिए चीन की राजधानी पेइचिंग समेत बहुत से शहरों में तरह-तरह की गतिविधियां आयोजित रहीं जिन में तिब्बती बच्चों ने भी भाग लिया । 30 और 31 मई को पेइचिंग में एक विशेष खेल समारोह आयोजित किया गया ।इस समारोह में भागीदारी की एक खास शर्त यह रखी गयी थी कि केवल चीन के शिवान प्राइमरी स्कूलों के छात्र-छात्राएं ही इस में भाग ले सकते हैं। मित्रो ,इधर चीन भर में निर्धन बच्चों के लिए केवल सामाजिक शक्तियों पर निर्भर अनेक प्राइमरी स्कूल कायम किये गये हैं ।इन स्कूलों को शिवान स्कूल नाम दिया गया है। चीनी भाषा में शिवान शब्द का अर्थ होता है आशा । आप जानते हैं कि आज का बच्चा कल का देश निर्माता होता है और बच्चे देश की आशा भी होते हैं । आंकड़े बताते हैं कि अब चीन भर में सौ से अधिक शिवान प्राइमरी स्कूल चल रहे हैं। चीन के तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में भी अनेक शिवान प्राइमरी स्कूल कायम हैं जो बड़े लोकप्रिय हुए हैं । गत मई माह के अंत में चीन भर के 37 शिवान प्राइमरी स्कूलों से चुने लगभग एक हजार छात्र-छात्राओं ने पेइचिग में हुए इस खेल समारोह में भाग लिया। 20 से अधिक तिब्बती छात्र-छात्राओं की भी इसमें भागीदारी थी । पेइचिंग में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश से आये ये बच्चे हिमालय विश्रामगृह में ठहरे। सुश्री ल्यू हवी की मुलाकात इन तिब्बती छात्रों से हुई । चानचनतावा समेत तिब्बती छात्रों नेखुशी खुशी अनेक तिब्बती गीत गाये ।उन में से एक गीत का नाम हम एक परिवार के हैं ।गीत के बोल हैं कि तिब्बती जाति और हां जाति एक परिवार की दो बेटियां हैं। हमारी मां चीन है ।चीन हमारी मां है ।तिब्बती बच्चो के गाये गीत बहुत बढ़िया हैं ।हम उन के गाये गीतों पर सुन्दर कार्यक्रम तैयार किये हैं । आप का हमारे कार्यक्रम के सुनने पर स्वागत करते हैं । मित्रो,तिब्बती छात्र 12 वर्षीय तानचनतावा का कहना है कि वह एक तिब्बती किसान परिवार का बेटा है ।पिछले पांच वर्षों से वह चीनी जन मुक्ति सेना की नौ सेना की मदद से स्कूल में पढ़ रहा है। वह चीनी जन मुक्ति सेना का इसके लिए आभारी है ।तानचनतावा ने कहा, मुझे स्कूल में बड़ी लगन से पढ़ना होगा ताकि बड़ा होने पर मैं भी चीनी जन मुक्ति सेना के सदस्यों की ही तरह देश की सेवा कर सकूं। तिब्बती छात्र तानचनतावा की अभिलाषा है कि बड़ा होने पर मैं देश के विकास की कोशिश करूंगा और चीनी जन मुक्ति सेना के सदस्यों की ही तरह निर्धन बच्चों को मदद दूंगा।