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(GMT+08:00) 2004-06-30 20:08:29    
चीन के सानश्या बाध के निर्माण में भूवैज्ञानिक विपत्तियों की रोकथाम

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चीन की सब से लम्बी नदी यांगत्सी नदी के ऊपरी भाग पर इस समय दुनिया के सब से बड़े सानश्या बांध का निर्माण किया जा रहा है । लेकिन दुनिया के अनेक बड़े बांधों के निर्माण में से भूकंप जैसी कुछ भूवैज्ञानिक विपत्तियां जुड़ी रही हैं । सानश्या बांध के निर्माण भी इस विषय पर गंभीर विचार चल रहा है कि ऐसी भूवैज्ञानिक विपत्तियों की रोकथाम कैसी की जा सकती है ।

सानश्या बांध का निर्माण वर्ष 1994 में शुरू हुआ ,और वह पूरे 17 साल चलेगा । इस विशाल परियोजना के शुरू होने से पहले चीनी विशेषज्ञों ने इस के सभी पहलुओं पर पूरी गंभीरता से विचार विनिमय किया । सानश्या बांध का निर्माण शुरू होने के साथ इस परियोजना से उत्पंन्न होने वाली सभी भूवैज्ञानिक विपत्तियों की रोकथाम पर भी काम किया जाने लगा । इस के तहत वर्ष 1997 से वर्ष 2003 के बीच चीन सरकार ने सानश्या जलाशय के क्षेत में भूकंप होने की रोकथाम के लिये कुल चार अरब यवान की पूंजी खर्च की । सानश्या बांध दक्षिण पश्चिमी चीन के उप-उष्णदेशीय (semi-tropical) क्षेत्र में स्थित है , इस की प्राकृतिक स्थिति बहुत जटिल है । इतिहास में यहां विभिन्न भूवैज्ञानिक विपत्तियां पैदा होने को है । सानश्या बांध का निर्माण पूरा होने के बाद इस के भरे जाने वाली पानी से जलाशय के आसपास की जमीन व पहाड़ियों पर खासा भारी दबाव होगा । कुछ पहाड़ियों के इस दबाव से गिर जाने की भी आशंका व्यक्त की जा रही है ।

सानश्या जलाशय में एक साल पहले पानी भरना शुरू हुआ । इस बीच सानश्या जल संरक्षण योजना का भूवैज्ञानिक विपत्ति निरीक्षण विभाग इस क्षेत्र में भूस्खलन समेत सैकड़ों भूवैज्ञानिक विपत्तियों की पूर्व चेतावनी देने में सफल रहा , और इस तरह जलाशय के क्षेत्र में रह रहे लोगों की जान और माल को होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है और सानश्या बांध की सुरक्षा की गारंटी की जाती है ।

यह एक तथ्य है कि विश्व में अनेक विशाल जलाशयों के निर्माण से भूकंप आये । क्योंकि पानी के भंडारण से जलाशय के नीचे की जमीन पर दबाव पड़ता है , और इस से भूकंप आये । लेकिन आज तक दुनिया में केवल दो ही बार ऐसे भूकंप से किसी जलाशय और बांध को अपूर्ण रूप से क्षति हुई , उन में एक वर्ष 1962 में पूर्वी चीन के सिंआनच्यांग नदी पर निर्मित बांध था , और दूसरा था भारत का एक बांध । लेकिन दुनिया में आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ कि भूकंप से कोई पूरा बांध गिर पड़ा ।

चीनी भूवैज्ञानिक विश्वविद्यालय के प्रोफेसर वांग चिन के अनुसार चीन का सानश्या बाध भूकंप संवेदी क्षेत्र से दूर है , इस बांध के निर्माण से भूकंप आने का बहुत बड़ा खतरा नहीं है । श्री वांग के मुताबिक सानश्या बांध के नीच ग्रैनिट (granite) की एक समूची चटान है , और इस के अतिरिक्त सानश्या बांध पर कटर पैमाने पर 7 डिग्री के भूकंप से बचने में समर्थ है । इसलिये सानश्या बांध के निर्माण से पहले तो कोई विनाशक भूकंप नहीं आएगा , और यदि ऐसे भूकंप आने की आशंका हुई , तो भी बांध सहीसलामत रहेगा । लेकिन सानश्या जल संरक्षण योजना का भूवैज्ञानिक विपत्ति निरीक्षण विभाग , इस क्षेत्र में पानी भरने के बाद संभावित प्राकृतिक विपत्तियों की पूर्व चेतावनी देने के लिये बहुत से उन्नत निरीक्षण यंत्रों से लैस है । चीन सरकार भी सानश्या बांध के निर्माण से जुड़ी भूवैज्ञानिक विपत्तियों के प्रति काफी सजग है , और इन विपत्तियों की रोकथाम के लिए सभी संभव कदम उठा रही है ।