चीन सरकार तकनीकी विकास का लाभ उठाकर सामान्य जन जीवन में सुधार लाने का प्रयास जारी रखे हुए है । चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने दस सालों से पहले विज्ञान व तकनीक के जरिये देश के उद्धार का नारा दिया । इधर के वर्षों में चीन सरकार ने उन्नतिशील तकनीकों के विकास में भारी पूंजी लगाकर सामान्य जीवन स्तर को उन्नत करने में उल्लेखनीय प्रगति प्राप्त की है ।
इधर के सालों में कम्प्यूटर और इंटरनेट के विकास ने जन जीवन पर बड़ा प्रभाव डाला । एक दशक पहले पेइचिंग के अधिकांश दफतरों में लोग आम तौर पर कलम से लिखते थे । पर आज कम्प्यूटर और इंटरनेट के विस्तार से चीनी दफतरों में कामकाज का ढंग बिल्कुल अलग हो गया है । कम्प्यूटर और इंटरनेट का प्रभाव जन जीवन के हर कोने पर दिख रहा है । उदाहरण के लिये हमारे चाइना रेडियो इंटरनेशनल के कर्मचारी हर रोज इंटरनेट का प्रयोग करते हैं , हम कम्प्यूटर से हिन्दी में भी लेख खबरें लिखते हैं , स्टूडियो में डिकिटल व्यवस्था से प्रोग्राम तैयार करते हैं , और इंटरनेट से श्रोता दोस्तों के साथ संपर्क रखते हैं ।
चीन सरकार भी अपने कामकाज में सूचना तकनीक का अधिकाधिक इस्तेमाल करने का अथक प्रयास कर रही है । आंकड़ों के अनुसार अब देश की कांऊटी स्तर की सत्तर प्रतिशत सरकारों ने इंटरनेट पर अपने वेबसाइट खोल दिये हैं । चीनी इंटरनेट सूचना केंद्र के अनुसार इस साल तक चीन में कुल चार करोड़ अट्ठावन लाख से अधिक लोग इंटरनेट का प्रयोग कर रहे होंगे , इस से चीन , अमेरिका और जापान के बाद दुनिया के तीसरे स्थान पर हो गया है । चीन के इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं में शहर के निवासियों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों के किसान भी शामिल हैं । पेइचिंग के उपनगरीय क्षेत्र में रहने वाली सुश्री वांग चेवन यैन इंटरनेट के जरिये अपने फार्म के उत्पाद तक बेचती हैं । उन्हों ने कहा कि इस साल मेरे फार्म में नाश्पाती का उत्पादन तीन सौ टन रहा , मैं ने इंटरनेट पर यह खबर प्रसारित की , तो केवल दस दिनों में हमारी सारी नाश्पाती बिक गयी ।
सुश्री वांग ने नब्बे करोड़ नामक एक वैबसाइट , जो विशेष तौर पर चीन के नब्बे करोड़ किसानों की सेवा करता है , के जरिये अपनी नाश्पाती की सूचना लोगों तक पहुंचाई । चीन में नब्बे करोड़ किसान हैं , उन की सेवा को समर्पित यह वैबसाइट रोज भिन्न भिन्न किस्मों की जानकारियां प्रदान कर रहा है । इधर के वर्षों में सूचना तकनीक का तेजी से विकास हुआ है । दस साल पहले एक सेलफोन का दाम दस हजार यवान , यानी लगभग पचास हजार रुपये था , जो अधिकांश लोगों की वार्षिक आय के बराबर था । पर आज सेलफोन का दाम सिर्फ एक हजार यवान के पास है , और इसे हरेक आदमी खरीद सकता है । फिर सेलफोन का आकार भी छोटा हुआ है , और इस की गुणवत्ता भी बहुत सुधरी है ।
दक्षिणी चीन के चूंग-तु शहर के एक बाजार में सब्जी बेचने वाले किसान च्यांग च्वन कहते हैं कि मैं बाहर से यहां काम करने आया हूं । अब शहर में हरेक के पास सेलफोन प्राप्त है । मैं अपने सेलफोन पर किसी भी समय साथियों के साथ व्यापार की चर्चा कर सकता हूं । और इस से मेरे दोस्तों के साथ संबंध भी घनिष्ठ हुए हैं ।
आंकड़ों के अनुसार 10 सालों पहले चीन में केवल 1 करोड़ टेलिफोन सेट थे , पर गत अगस्त में यह संख्या 38 करोड़ दर्ज की गयी , जो दुनिया में प्रथम स्थान पर रही । इस में टेलिफोन और सेलफोन का भाग आधा आधा रहा है । उधर टीवी व रेडियो प्रसारण के विकास ने चीन के सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के जीवन में भारी परिवर्तन ला खड़ा किया है । गांव गांव में टीवी व प्रसारण की चीन सरकार की योजना के लागू होने से, देश के सीमांत क्षेत्रों में रहने वाले 7 करोड़ लोगों को टीवी व रेडियो प्रसारण की सेवा प्राप्त हुई । किसान टीवी व रेडियो के जरिये कृषि उपयोगी जानकारी भी पाने लगे हैं । उत्तरी चीन के हपेइ प्रांत के किसान च्यांग रे श्यांग का कहना है कि मैं ने टीवी के विज्ञान व तकनीक कार्यक्रम से बहुत सी नयी जानकारियां प्राप्त की हैं । अब मुझे कीटाणु नाशक दवा के प्रयोग में पहले से ज्यादा कौशल हासिल है ।
तकनीकी विकास से चीनियों का जीवन स्तर भी बहुत उन्नत हुआ है । चीन के कृषि तकनीक विशेषज्ञों ने इन कुछ सालों में सात सौ से अधिक किस्मों के उत्पादों का अनुसंधान किया । अब चीन के शहरों में लोग साल के किसी भी मौसम में सभी फल व सब्जी प्राप्त कर सकते हैं । इस के साथ ही चीन के वैज्ञानिकों ने सूचना तकनीक , जीन अनुसंधान और अंतरिक्ष उड्डयन आदि के क्षेत्रों में भी भारी प्रगति प्राप्त की । तकनीकी प्रगति का अंतिम लक्ष्य जन कल्याण ही होता है । चीनी विज्ञान व तकनीक मंत्रालय के प्रवक्ता श्री शी तींग ह्वान ने कहा कि वैज्ञानिक अनुसंधान का उद्देश्य , देश की समृद्धि और जन जीवन की उन्नति ही है । देश की दसवीं पंचवर्षीय योजना यानी सन वर्ष दो हजार एक से पांच तक , के दौरान चीन सरकार की तकनीकी प्रगति की योजना में कृषि उत्पादों की प्रोसेसिंग , प्रदूषित जल के निपटारे , खाद्य पदार्थ की सुरक्षा की गारंटी तथा साफ ऊर्जा के इस्तेमाल आदि के महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है । इंन विषयों में तकनीकी प्रगति से जन जीवन स्तर और उन्नत ही हो जाएगा ।
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