"365 मील लंबा रास्ता"नामक गीत सबसे पहले 1990 के दशक में चीन के थाईवान प्रांत के मशहूर गायक वन चांग ने गाया । गीत में जन्मस्थल छोड़कर बाहर जाने वाले लोगों की अपनी जन्मभूमि के प्रति गहरी याद अभिव्यक्त हुई है ।
गीत का भावार्थ कुछ इस प्रकार है
सुबह होने पर भी हूं उनींदा
लेकिन नहीं रोक सकता
आगे चलते कदम
इतने वर्षों में हर कठिनाई को दूर कर
जा रहा हूँ जन्मभूमि की ओर
हर बरस के 365 दिन बिता रहा हूँ
एक-एक कर
हर दिन तय कर रहा हूं एक मील का रास्ता
365 मील लंबा रास्ता तय हो रहा है
वर्ष की चार ऋतुओं से गुज़र कर
और 365 लंबे रास्ते से
आ रहा हूं जन्मभूमि के नज़दीक
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