दक्षिण-पश्चिमी चीन के स छुआन, कुए च्ओ और हूनान प्रांतों में लोगों की खाने की मेजों पर हमेशा लाल मिर्च देखने को मिलती है। इन प्रांतों में रहने वालों की नजर में मिर्च बहुत मूल्यवान है। मिर्च में विटामिन ही नहीं होते, कोलैस्ट्रॉल कम करने, मोटापा घटाने और सौन्दर्य बढ़ाने की खूबियां भी होती हैं।
कुए चओ प्रांत की चुअन इ काउंटी के किसान वर्षों से मिर्च उगाते आ रहे हैं। अनुकूल मौसम के चलते वहां पैदा होने वाली मिर्चें मोटी ही नहीं होतीं सुर्ख लाल रंग के साथ बहुत अच्छा स्वाद भी लिये होती हैं। इन मिर्चों का नेपाल, भारत, म्येनमार, थाएलैंड, जापान, रूस और अमरीका आदि देशों को निर्यात भी होता है। इस तरह हर साल कुए चओ मिर्चों का भारी निर्यात करता है।
मिर्चों के विशाल बाजार पर नजर रखने वाले बहुत से किसानों ने स्थानीय सरकार की मदद से मिर्च उत्पादन को मुख्य धन्धे के रूप में अपना लिया। इस उद्यम के विकास को सही दिशा देने के लिए चुअन इ काउंटी ने विशेष तौर पर मिर्च उत्पादन उद्योग कार्यालय की स्थापना भी की। सुश्री छन वए शू इस कार्यालय की निदेशक हैं। उन्होंने इस की चर्चा में कहा कि हमारी पूरी काउंटी में 20 हजार हैक्टर भूमि में मिर्च उगाई जाती है। स्थानीय किसानों ने इस के जरिए अपनी उत्पादन व जीवन पद्धति को नया रूप दिया है। वे मिर्च की फसल काटने के बाद उसे गोदाम में सुरक्षित रखते हैं और बच्चों की शिक्षा और मकान की मरम्मत जैसी जरूरतों के समय उसे बाजार में बेच देते हैं। इससे वे अच्छा पैसा कमाते हैं। इसीलिए मिर्च को अब यहां किसानों का लाल बैंक पुकारा जाने लगा है।
चुअन काउंटी में मिर्च का एक विशेष थोक बाजार स्थापित है। कुछ सालों के विकास के फलस्वरूप यह अब फलने-फूलने लगा है। मिर्च की फसल के समय हमारे संवाददाता ने लाल-लाल मिर्चों से लदी गाड़ियों को इस थोक बाजार में उमड़ते देखा। तब बाजार में कई किसान मिर्चों को उनकी किस्मों के हिसाब से अलग-अलग श्रेणियों में बांटने और बांधने-बंद करने में व्यस्त थे। लाखों टन मिर्च चीन और विश्व के विभिन्न स्थानों को जा रही थी। पता चला कि इस थोक बाजार का वार्षिक सौदा 60 हजार टन के आसपास रहता है और विक्री होती है 40 करोड़ य्वेन से अधिक की।
मिर्च का यह व्यवसाय बढ़ते-बढ़ते बाजार से सीधे जुड़ता चला गया। अब इस काउंटी के कई लोग मिर्च के डीलर बन गये हैं। वे किसानों से मिर्च की खरीदते हैं और उसे अन्य प्रांतों के बाजारों को बेच देते हैं। श्री यांग श्याओ युंग का परिवार मिर्च की खेती में लगा काउंटी का एक मशहूर किसान परिवार है। हमारे संवाददाता की जब इस परिवार से भेंट हुई उस समय वह अपने घर की तब्दीली में व्यस्त था। श्री यांग ने बताया कि वे अब एक छोटे मकान से बड़ी चौड़ी व खूबसूरत इमारत में जा रहे हैं और उन्होंने इस बदलाव का श्रेय लाल बैंक को ही दिया। उन्होंने बताया कि मैं पिछले 10 सालों से मिर्च उगा रहा हूं। हमारी बस्ती की इधर काया ही पलट गयी है। पहले यहां केवल एक सड़क थी, अब 10 से अधिक सड़कें बिछ चुकी हैं। सरकार भी हमें मदद दे रही है। हमने पूरा दिमाग मिर्च की खेती में लगा दिया है। हमारी काउंटी के किसानों का जीवन स्तर अब खुशहाली के प्रारम्भिक स्तर तक जा पहुंचा है।
श्री यांग अब मिर्च उगाने वाले से उसके व्यापारी बन चुके हैं। अच्छी फसल वाले साल में वे कई लाख किलोग्राम का सौदा तक पटा लेते हैं। मिर्च की खरीद की गारंटी के लिए उन्होंने जिन लगभग 100 लोगों को अपने यहां नौकरी पर रखा है उन का वेतन ही एक लाख य्वेन से ज्यादा है। आज वे अपनी बस्ती में उद्योगपति के रूप में जाने जाते हैं।
बाजार की नवीनतम सूचना पाने के लिए श्री यांग कम्प्यूटर का प्रयोग करते हैं। सरकारी बेब साइट से वे चीन के मिर्च बाजार की पूरी स्थिति को सही वक्त पर आंक सकते हैं।
काउंटी सरकार ने बाजार की विस्तृत सूचना के लिए 1992 से प्रति दिन अपनी वेब साइट पर देश के मिर्च उद्योग व मिर्च के भाव की सूचना देना शुरू किया। इस के अलावा, स्थानीय सरकार ने 200 से अधिक सदस्यों वाले एक विशेष सेवा दल का भी गठन किया है, जो किसानों व ग्राहकों के लिए मिर्च की प्रोसेसिंग, पैकेजिंग और परिवहन जैसी सेवाओं को सुविधाजनक बनाता है। इससे मिर्च के व्यापार में लगे व्यापारियों के लिए मिर्चों की विक्री,परिवहन औऱ पैसों की वसूली आदि मामले निपटाना सुगम होता है।
मिर्च उद्योग ने इधर विशाल रूप धारण कर लिया है। कुए चओ प्रांत चीन का प्रमुख मिर्च उत्पादन क्षेत्र बन चुका है। प्रांत में देश-विदेश के मिर्च व्यापारियों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। कई मशहूर चीनी मिर्च प्रोसेसिंग उद्यमों ने इसे भारी महत्व दिया है। उन्हों ने यहां अनेक मिर्च प्रोसेसिंग कारखानों का निर्माण किया है और बेहतर गुणवत्ता वाली मिर्चों के उत्पादों को बाजार में प्रवेश दिलाया है। इस समय कुए चओ की चुअन इ काउंटी के 30 प्रतिशत किसान मिर्च उद्योग से जुड़े हुए हैं। श्री यांग जैसे मिर्च व्यवसायी परिवारों की संख्या यहां 1500 से अधिक है।
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