
पलही , जून अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस है । समूचे चीन के बाल-बच्चे पूरी खुशी के साथ अपना यह त्योहार मनाते हैं । धिएटर में बाल-फ़िल्में प्रदर्शित होते हैं , टेलिवेजों के कार्यक्रम में बच्चों के लिए भिन्न भिन्न प्रकार के प्रोग्राम प्रस्तुत किया जातै है । त्योहार के दौरान सभी पार्क बच्चों के लिए खुला होता है, और रेस्तरांओं में बच्चों के लिए विशेष खाना भी तैयार रहा है । इस सुअवसर पर आप सुनेंगे कुछ बाल गीत । पहले सुनिए "हमारा आनंद दिवस" नामक गीत।
गीत कहता है:
सामने उड़ रही हैं चड़िया,
कानों में गुनगुना रही है हवा।
वसंत की तरह के बगीचे में आ रहे हैं हम ,
घास मैदान पर खेल रहे हैं हम ।
लाल स्कार्फ़ और रंगबिरंगे वस्त्र पहने,
फूलों की तरह खिलते हैं हम ।
गाते नाचते बाल दिवस की खुशियां मना रहे हैं हम ।
प्यारे आंकल, प्यारी आंटी,
आईए , हम एक साथ इस की खुशियां मनाएं ।
हम सभी विश्व के सब से खुश बच्चे हैं ,
इस से और ज्यादा सुन्दर होता है संसार।
हम अपनी मातृभूमि को धन्यवाद देते हैं कि उस ने हमें सुखमय जीवन दिया।
चड़ियों की तरह आकाश में स्वतंत्रता से उड़ते अपनी आशा की ओर बढ़ रहे हैं हम ।
नाचते गाते हमारे बाल दिवस की खुशियां मनाते हैं हम ।
शायद रकोई भी अपने बचपन की खुशी कभी नहीं भूल सकता । तब हम खूब खेलते थे , गाते थे नाचते थे । बचपन की दुनिया हमारे लिए कितनी सुन्दर थी और हम बड़े होने की प्रतिक्षा में थे । और अब जब हमें कभी बचपन की याद आती है, तो हम अपने बच्चों के जीवन की बहतरी के लिए कोशिश करते हैं , हमारी आशा है कि सभी का बचपन सुख से बीते ।
बचपन की याद आ ही गई है , तो सुनिए "सुनहरा बचपन" नामक गीत ।
गीत का भावार्थ इस प्रकार है:
लाल स्कार्फ़ और रंगबिरंगे वस्त्र पहने
हम पार्क में आते हैं ,
खुशी के साथ गाने गाते हैं और नाचते हैं ।
कौन हमें सुनहरा बचपन देता है ?
कौन हमारा पालन-पोषण करता है ?
वह हमारे अध्यक्ष माओ और प्रिय कम्युनिस्ट पार्टी ही है ।
सूर्य की किरणों में हम खेलते हैं ,
फूलों की खुशबू में सुखमय जीवन बिताते हैं हम ।
खुशी खुशी हम बड़े हो रहे हैं ।
भविष्य में हम अपनी मातृभूमि के निर्माण में योगदान करेंगे ।
हम विश्व में सब से खुश बच्चे हैं ,
हमारा बचपन बहुत सुनहरा है ।
आगे आप सुनिए "पानी पर तैरे छोटी सी नाव" नामक बाल समूह गान ।
गीत का बोल इस प्रकार है:
हम चलाते हैं नाव के चप्पू ,
छोयी सी नाव तैरती है लहर की बाहों में ।
झील के पानी में पड़ती है सफेद पवित्र पगोडे की परछाई ।
चारों ओर है हरेभरे पेड़ और धिरी लाल रंग की दीवार ।
छोटी सी नाव झूमे पानी पर ,
ठंडी हवा उसे भेंट में देती है ताजगी ।
सूरज की किरणों में चमकते है पायनीर ,
दस्ते के लाल साफे ।
पानी के नीचे मछली छिप कर सुनती है हमारा मधुर गीत।
हम गाएंगे , खेलेंगे मस्ती से ,
क्लास के बाद हम जीएंगे , मज़ा लेंगे ,
आज के जीवन का सुख ।
छोटी सी नाव तैरे पानी पर ठंडी हवा लेकर आती है ,
खुशबू और ताजगी ।
यह गाना आज से कोई तीस साल पहले हर चीनी बच्चे की ज़ुबान पर था । यह गीत सुनकर मुझे बचपन याद आ जाता है । तब हम भी स्कूल में यह गाना गाते थे और क्लास के बाद खूब मज़े लेकर खेलते थे । बचपन में कितना आनंद था । यह गीत चीन में इतना मशहूर है कि हर कोई चाहे बड़ो हो या छोटा , इसे गा सकता है । बच्चों का यह आज तक प्रिय है ।
अब पेश है एक और गीत , नाम है: "गाना और मुस्कुराहट"।
गीत का भावार्थ कुछ इस प्रकार है:
मेरा गीत तुम्हारे घर लौट जाए ,
और तुम्हारी मुस्कुराहट मेरे यहां ठहर जाए ।
कल यह गीत विश्व की सभी जगहों तक जा पहुंचे।
कल यह मुस्कुराहट विश्व का सुख व शांति बना जाए ।
हम में से हरेक व्यक्ति का अपना अपना बचपन होता है । हमारी आशा है कि विश्व के सभी देशों के बच्चों का बचपन सुखमय हो । हम वयस्कों को बच्चों के बढ़ने के लिए अच्छा वातावरण प्रदान करना चाहिए । इस के लिए विश्व में शांति और स्थिरता की जरूरत है । शांति और स्थिर विश्व में सभी बच्चे अच्छी तरह आगे बढ़ सकते हैं । उम्मीद है कि वे और विश्व के सभी बच्चे आनंदमय जीवन बिताएंगे, स्वस्थ रहेंगे और जल्द से जल्द बड़े होंगे । कल का विश्व उन के हाथों में है ।
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