आइए देखें आज़मगढ़, उत्तर प्रदेश के मुहम्मद शाहिद आजमी का पत्र। उन का प्रश्न है, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रथम राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन थे। अब तक कितने और कौन कौन से नेता इस पद पर कार्य कर चुके है।
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की प्रथम राष्ट्रीय कांग्रेस जुलाई, 1927 में पूर्वी चीन के शंघाई शहर में हुई। तब 12 व्यक्ति ही कांग्रेस में शरीक थे। प्रोफ़ेसर छन तू-श्वू पार्टी के महा सचिव चुने गये। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी में वे प्रथम सर्वोच्च नेता थे। इस के बाद छ्वी छू-बाई,श्यांग चुंग-फ़ा,वांग मिंग,माउ त्से-तुंग,ह्वा क्वो-फ़ंग,हू याउ-बांग,चाओ जी-यांग और च्यांग जे-मिन यह पद संभाल चुके है। वर्तमान में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का महा सचिव है हू जीन-थाउ। जुलाई, 1922 में, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की दूसरी राष्ट्रीय कांग्रेस आयोजित हुई। इस में 195 पार्टी सदस्यों के प्रतिनिधियों की हैसियत से12 व्यक्ति शरीक हुए। प्रोफ़ेसर छन तू-शू को पार्टी की केन्द्रीय कमेटी का कार्यकारी अध्यक्ष चुना गया।
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी और क्वोमिनतांग पार्टी तानाशाही का तख्ता उलटने के उद्देश्य से साझीदार बने, और दोनों ने उत्तरी अभियान क्रांति का आरम्भ किया और इस में सफलता भी पाई। पर 12 अप्रैल, 1927 को, क्वोमिनतांग ने धोखे से चीनी कम्युनिस्ट पार्टी पर हमला कर बड़ी संख्या में उस के सदस्यों की हत्या कर दी। इस स्थिति में भी प्रोफ़ेसर छन तू-शू को क्वोमिनतांग दोस्त दिखी। क्वोमिनतांग की इस प्रतिक्रांतिकारी कार्रवाई से कम्युनिस्ट पार्टी को बचाने के लिए 12 जुलाई, 1927 को छन तू-शू को पदच्युत कर दिया गया, और 7 अगस्त को, छ्वी छू-बाई को पार्टी का महा सचिव नियुक्त किया गया। 1928 में 18 जून से 11 जुलाई के बीच चली पार्टी की छठी राष्ट्रीय कांग्रेस में श्यांग चुंग-फ़ा पार्टी के अध्यक्ष चुने गये। 22 जून, 1931 को, क्वोमिनतांग सेना ने श्यांग चुंग-फ़ा को पकड़ कर गोली मार कर उसकी हत्या कर दी। वांग मिंग पार्टी अध्यक्ष बने। क्वोमिनतांग प्रतिक्रांतिकारी सत्ता के मुकाबले में वे अतिवामपंथी दिशा पर डटे रहे। क्वोमिनतांग सेना के हमलों से अपना आधार क्षेत्र खो बैठने के बाद, कम्युनिस्ट पार्टी ने विवश हो कर लम्बा अभियान शुरू किया। वर्ष 1935 में 15 से 17 जनवरी के बीच क्वेइचओ प्रांत के च्वनई शहर में आयोजित पार्टी के आपात सम्मेलन में वांग मिंग पदच्युत किये गये, और माउ त्से-तुंग पार्टी अध्यक्ष बने। तब से 41 वर्षों तक माउ त्से-तुंग पार्टी अध्यक्ष रहे। 9 सितंबर, 1976 को, माउ त्से-तुंग का निधन हो गया, तो उनके उत्तराधिकारी ह्वा क्वो-फ़ंग पार्टी अध्यक्ष बने। जून 1981 में, पार्टी की 11 वीं केन्द्रीय कमेटी का पांचवां अधिवेशन हुआ। अधिवेशन में हू याओ-बांग को पार्टी अध्यक्ष चुना गया। 16 जनवरी 1987 को, हू याओ-बांग ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया, और चाओ जी-यांग को पार्टी महा सचिव चुना गया। वर्ष 1989 में च्यांग जे-मीन पार्टी महा सचिव बने। वे इस पद पर 2002 तक काम करते रहे। गत वर्ष पार्टी की 16 वीं राष्ट्रीय कांग्रेस में हू याओ-बांग को पार्टी महा सचिव चुना गया। इस तरह वर्ष 1921 में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना से अब तक के 82 वर्षों में कुल 9 व्यक्ति पार्टी अध्यक्ष के पद पर काम कर चुके हैं। वे हैं छन तू-शू,छ्वी छू-बाई,श्यांग चुंग-फ़ा,वांग मिंग,माउ त्से-तुंग,ह्वा क्वो-फ़ंग,हू याओ-बांग,चाओ जी-यांग,च्यांग जे-मीन।
वर्तमान पार्टी महा सचिव हैं हू जीन-थाउ।
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