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(GMT+08:00) 2004-04-15 13:01:30    
किसान से एक उद्योग समूह के महाप्रबंधक बनने की यात्रा

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               अल्योस शेचर आस्ट्रिया की एक औद्योगिक कम्पनी के महाप्रबंधक हैं। वे चीन के छिंग हवा समूह के बोर्ड मैनेजर वांग स्ओ बिंग के साथ लौह-इस्पात कारखाने की भट्टी में इस्तेमाल होने वाली अग्निसह ईंट के उत्पादन पर समझौता कर रहे हैं।

अग्निसह ईंट श्री वांग स्ओ बिंग के छिंग हवा समूह का एक विशेष उत्पाद है। श्री वांग ने अपने गांव में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध मैग्नीशियम का प्रयोग कर इस खास ईंट का उत्पादन करना शुरू किया औऱ आज चीन के अधिकतर लौह-इस्पात कारखाने ही नहीं अनेक विदेशी इस्पात कारखाने भी उनके द्वारा उत्पादित इस ईंट का प्रयोग कर रहे हैं । इस तरह उनकी कम्पनी ने देश-विदेश में उच्च गुणवत्ता वाले लौह-इस्पात उत्पादों के निर्माण में भारी योगदान किया है। श्री वांग के इस विशेष उत्पाद ने उनके गांव की भी काया पलट दी है।

श्री वांग स्ओ बिंग कुछ समय पहले तक उत्तरी चीन के ल्याओ लिंग प्रांत के इंग खओ शहर के छिंग हवा वी गांव के एक मामूली किसान भर थे। तब उनका गांव केवल कपास उगाता था और वे गांव के उत्पादन दल के मुखिया थे। हालांकि गांव की कपास की फसल हर साल अच्छी रहती थी तो भी 20 हैक्टर भूमि के लिए 60 लाख की ग्रामीण आबादी को पालना एक कठिन समस्या था। आसपास के गांव छिंग हवा वी गांव की यह कहकर हंसी उड़ाते कि उसके किसान पेट भर नहीं खा पाते और भूखे चूहे दर-दर की ठोकर खाते हैं । इस पर मुखिया श्री वांग स्ओ बिंग ने अपने गांव को खुशहाली दिलाने के लिए बाकी किसानों को साथ लेकर गांव का चूने का पहाड़ तोड़ने की ठान ली। उन्होंने किसानों को मैग्नीशियम खनिज की खुदाई के लिए तैयार किया और इस तरह अपने गांव में एक औद्योगिक कारोबार स्थापित कर डाला। उन्होंने बताया कि 1974 से 1984 तक इस खनिज की खुदाई कर वे गांववासियों को पेट भर भोजन दिलाने में ही सफल न हो गये थे , अपने कारोबार की स्थापना के लिए पर्याप्त पूंजी भी एकत्र कर चुके थे । उनके अनुसार, 1984 से 1993 तक हमने मुख्य तौर से अपने गांव में उपलब्ध संसाधन व देश की खुलेपन की नीति के आधार पर स्थानीय सस्ती श्रमिक शक्ति का उपयोग अग्निसह ईंट के उत्पादन के लिए करना शुरू किया।

श्री वांग ने जब चूने के पहाड़ की खुदाई शुरू की, उस समय चीन में योजनाबद्ध अर्थव्यवस्था लागू थी। ऐसे में वे खुलकर यह उद्यम चलाने में असमर्थ थे, तो भी उन्होंने चूने की खुदाई की कमाई से गांववासियों की भोजन व वस्त्रों की समस्या हल की। 1970 के दशक में जब चीनी किसानों की वार्षिक आय सौ यवान से कुछ अधिक ही थी उनके गाव के लोगों की वार्षिक आमदनी एक हजार तक जा पहुंची थी।

आर्थिक सुधार व खुलेपन की नीति के चलते , श्री वांग का हौसला बढ़ा और उन्होंने गांव में मैग्नीशियम पाउडर का उत्पादन करना शुरू कर दिया । देश की नीति के अनुसार, एक निश्चित संसाधन शुल्क चुकाने के बाद, कारोबार खनिजों की खुदाई का अधिकार पा सकते हैं। मैग्निशियम अग्निसह ईंट के उत्पादन का कुंजीभूत तत्व है। तब देश के विभिन्न स्थानों में उद्योगों का तेजी से विकास हो रहा था और बाजार में अग्निसह ईंट की भारी मांग थी। श्री वांग के मैग्नीशियम पाउडर की मात्रा आपूर्ति की तुलना में कम रहने लगी । सो उन्होंने इस सुअवसर को गिरफ्त में लेकर किसानों की शक्ति को एकजुट कर मैग्नीशियम उत्पादन पर विशेष बल दिया औऱ हर गाववासी व पूरे गांव की आय ऊंची गति से बढ़ने लगी।

कुछ समय बाद श्री वांग को अहसास हुआ कि उनकी आय उत्पादन के अनुपात में कहीं नीची है औऱ बहुत से विदेशी कारोबारों ने उलटे भारी लाभ हासिल किया है। दरअसल कुछ विदेशी कारोबार उनके गांव से मैग्नीशियम पाउडर खरीद कर अपनी उच्च तकनीक से अच्छी गुणवत्ता वाली अग्निसह ईंट बना कर कहीं अधिक उंचे दामों में चीनी उद्योगों को बेच कर भारी मुनाफा कमा लेते थे। इस की चर्चा करते हुए श्री वांग ने कहा, हमारा सौ टन मैग्नीशियम पाउडर का मुनाफा विदेशी कारोबारों के पांच टन ईंटों की विक्री के मुनाफे के बराबर था।विदेशी कारोबारों ने चीन के ही बाजारों में चीनी उद्योगों से भारी मुनाफा कमाया।इसलिए मैंने अपने मैग्नीशियम पाउडर से आधुनिक तकनीक के जरिए खुद अग्निसह ईंट का उत्पादन करने की ठान ली। मैंने सोचा इससे विदेशी कारोबारों के ऊंचे दामों वाली ईंट के बजाये उचित दाम वाली हमारी अग्निसह ईंटों से हमारे अपने बाजारों और उद्योगों को सीधा लाभ मिल सकेगा।

अपने निर्णय को मूर्त रूप देने के लिए उन्होंने 8 करोड़ य्वेन की पूंजी से चीन की सबसे समुन्नत स्तर की अग्निसह ईंट उत्पादन लाइन की स्थापना की और जल्द ही अग्निसह ईंट इस समूह का सर्वमान्य ब्रांड उत्पाद बन गया। श्री वांग के नेतृत्व में छिंग हवा गांव ने मैग्नीशियम से अग्निसह ईंट बनाना शुरू कर एक नये अध्याय की शुरुआत की। उनके द्वारा उत्पादित इन ईंटों की गुणवत्ता ही बेहतर नहीं सिद्ध हुई दाम भी स्वीकार्य रहे । इससे पूर्व में विदेशी अग्निसह ईंटों का प्रयोग करने वाले बहुत से उद्योगों ने श्री वांग के कारखाने की अग्निसह ईंटें खरीदनी शुरू कर दीं।

श्री वांग की अग्निसह ईंटो ने अपनी ऊंची गुणवत्ता से चीन के बाजार पर कब्जा जमाना शुरू किया तो उनकी बढ़ती मांग को देखते हुए श्री वांग ने मैग्निशीयम मिश्रित इन ईंटों के कई नये कारखाने खोले और उनकी कई किस्मों के उत्पादन पर बल दिया। कई सालों तक लगातार उच्च गुणवत्ता वाली अग्निसह ईंटों का उत्पादन कर श्री वांग के छिंगहवा समूह ने अब देश भर में नाम कमाया। उनके कारोबार द्वारा उत्पादित अग्निसह ईंटे आज अमरीका, जापान और रूस जैसे 40 से अधिक देशों को निर्यात होती हैं। इस तरह छिंग हवा समूह का नाम अब विदेशों में भी रोशन होने लगा है। हमारे संवाददाता ने छिंग हवा में देखा कि उसके अनेक परिवार ऊंची-ऊंची इमारतों में रह रहे हैं। इन इमारतों के आगे सुन्दर फूल बगान और सामने सड़कों पर जहां-तहां निजी कारें खड़ी दिखती हैं।

श्री वांग ने छिंग हवा समूह को शेयरों पर आधारित पब्लिक लिमिटड कम्पनी का रूप देने के बाद , गांव के लगभग हर परिवार को उसके एक लाख शेयरों का हिस्सेदार बनाया। इन्हें दूसरे पक्ष को हस्तांतरण कर ये शेयर रखने वाला परिवार 10 लाख य्वेन हासिल कर सकता है। गांव के बहुत से लोग स्टोक बाजार में शेयरों की खरीद व बिक्री के धन्धे में भी शामिल रहे हैं। श्री वांग का कहना है कि वे विदेशी उद्योगों के साथ सहयोग को कमजोर नहीं पड़ने देंगे, बल्कि उसे अधिक प्रगाढ़ कर अपने गांव और देश के जीवन को समृद्धि की एक नयी मंजिल तक पहुंचाने का अपना प्रयास जारी रखेंगे।

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