आज हम कलेर बिहार के मुहम्मद आसिफ खान, बेगम निकहत प्रवीन, किशोरी श्रीवास्तव, अजफर अकेला, तहमीना मशकुर के पत्र देखें। इन दोस्तों ने अपने पत्र में यह पूछा है कि क्या चीन में मेट्रो रेलवे है या नहीं। है तो उसकी दूरी कितनी है।
हां जी, बहनो और भाइयो, चीन में मेट्रो है। अब चीन के पेइचिंग,थ्येनचिन,शंघाई,क्वांगचओ, हांगकांग विशेष प्रशासनीक क्षेत्र तथा थाइवान प्रांत में मेट्रो सेवा उपलब्ध है। इस के अलावा नानचिंग,ऊहान,छांगछ्वेन,शनयांग,ताल्येन,हांगचओ,छंगतू,शीआन,और छुंगछिंग आदि शहर मेट्रो की परियोजनाओं के निर्माण की तैयारी कर रहे है।
चीन में सब से पहले, सन् 1965 में राजधानी पेइचिंग में चीन के प्रथम मेट्रो लाइन का निर्माण शुरू हुआ था। 1969 में रूट 1 की परियोजना पूरी हो गई और आम दरफ़त शुरू किया गया था। इस के बाद, रूट 2 की सेवा भी लागू किया गया। अब पेइचिंग में मेट्रो लाइन की कुल लम्बाई 53.7 किलोमीटर है, और प्रति दिन यात्रियों की संख्या 12 लाख 50 हजार है। 2008 तक मेट्तो की लम्बाई 94.7 किलोमीटर तक पहुंच जाएगी।
थ्येनचिन राजधानी पेइचिंग के निकट है। वह भी एक केन्द्र शासित शहर है। जुन 1970 में इस शहर में मेट्रो का निर्माण शुरू हुआ था। 1984 में निर्माण पूरा हो गया। यह चीन में दूसरी शहरी मेट्रो लाइन है। मेट्रो लाइन की लम्बाई 7.4 किलोमीटर है। अब नई लाइन की परियोजना जोरों पर है। परियोजना पूरी हो जाने के बाद मेट्रो की लम्बाई 26.69 किलोमीटर तक पहुंच जाएगी, और बीसेक स्टेशन स्थापित किए जाएंगे।
हांगकांग में मेट्रो सेवा 1979 में शुरू हुई। अब इस मेट्रो लाइनों के 3 रूट है, और कुल लम्बाई 43.2 किलोमीटर है। हांगकांग में मेट्रो लाइन पर स्टेशनों में प्रगतिशील उपकरण का इस्तेमाल किया जाता है, और हरेक स्टेशन में कम से कम 8 गेट हैं। मुसाफिर आराम से आ-जा सकते हैं। 1994 से हांगकांग मेट्रो में प्रति वर्ष एक अरब हांगकांग डालर का मुनाफा कमा लिया जाता है।
पूर्वी चीन के शंघाई में भी मेट्रो है। सितंबर 1990 में रूट 1 का निर्माण शुरू हुआ था। अप्रैल 1995 में ही मेट्रो की सेवा शुरू हुई। इस रूट पर कुल 16 स्टेशन हैं, और लम्बाई है 21.51 किलोमीटर। रूट 2 की लम्बाई 27.3 किलोमीटर है, और स्टेशन 15 हैं।
दक्षिण चीन के क्वांगचओ शहर में मेट्रो का निर्माण दिसंबर 1995 में शुरू हुआ था। रूट 1 की सेवास, 1998 में शुरू हुई। 18.48 किलोमीटर की लाइन पर 16 स्टेशन हैं। रूट 2 की परियोजना 1999 में शुरू हुई, योजनानुसार 2003 में परियोजना पूरी हो जाएगी, और प्रति दिन यत्रियों की संख्या 4 लाख होंगे। लाइन की लम्बाई 53 किलोमीटर होगी।
थाइवान प्रांत में मेट्रो की परियोजना 1988 में शुरू हुई, और 1995 में पूरी हो गई। मेट्रो लाइन के 5 रूट है, 73.1 किलोमीटर की लाइन पर 70 स्टेशन हैं।
वर्ष 2000 तक, चीन के शहरों में जनसंख्या 46 करोड़ तक पहुच गई। 40 बड़े शहरों की जनसंख्या, दस लाख से पार गई। इन में से 8 की जनसंख्या 30 लाख से पार गयी।
शहरों के यातायात में सुविधाएं प्रदान करने के लिए चीनी राजकीय योजना आयोग ने यह निर्णय लिया है कि नई सदी के शुरू में यानी 2001 से 2005 के बीच के दसवीं पंचसालाना योजना के दौरान, मेट्रो के निर्माण में 2 खरब युवान की धनराशि रखी जाएगी। चीन के बड़े बड़े शहरों में मेट्रो की 33 अधिक नई लाइनों के निर्माण की योजनाएं बनाई गयी, जिन की कुल लम्बाई 650 किलोमीटर होगी।
पेइचिंग की जनसंख्या, 1 करोड़ 28 लाख 50 हजार है, वर्ष 2000 तक पेइचिंग में मोटर गाड़ियों कि संख्या 20 लाख तक पहुंच गई, यही नहीं, प्रति हफ्ते और 3000 नई गाड़ियां रास्ते पर आती हैं। यातायात में सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए म्युनिसिपल सरकार ने मेट्रो के विकास को गति देने का निर्णय लिया। योजनानुसार, पेइचिंग में मेट्रो की 12 लाइनों का निर्माण किया जाएगा, मेट्रो-जाल की कुल लम्बाई 408 किलोमीटर तक पहुंच जाएगी।
दसवीं पंचसालाना योजना के दौरान शंघाई में और दस नई लाइनों के निर्माण की योजना बनाई गई है। इन में से मैकनेटिक ससपेनशन लाइन भी शामिल होगी। वैसे शंघाई में मेट्रो की लम्बाई 200 किलोमीटर से पार करने की संभावना है। इस के अलावा, एक और योजना पूरी हो जाने के बाद शंघाई में मेट्रो की लम्बाई 384 किलोमीटर होगी।
दक्षिण चीन के क्वांगचओ में रूट 1 और रूट 2 के अलावा और तीन लाइनों के निर्माण की योजना बनाई गई। 2010 तक , क्वांगचओ शहर में 130 किलोमीटर वाले मेट्रो जाल बनाया जाएगा।
इस के अलावा क्वांगचओ के निकट शनचन शहर में मेट्रो की परियोजना लागू करने के लिए 10 अरब 50 करोड़ युवान की धनराशि लगाएगी। अब परियोजना का पहला चरण, जोरों पर है। मेट्रो की लम्बाई 19.48 किलोमीटर होगी। वर्ष 2004 में आमद रफ़त शुरू हो जाएगी।
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