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बल्लिया बिहार के उदय बीर प्रसाद ने हमें लिखे पत्र में कहा कि वर्ष 2003 में सी .आर .आई ने हिन्दी सेवा की एक और बढ़ोत्तरी भारतीय समय के अनुसार साढे छै से साढ़े सात तक की , साथ ही कार्यक्रमों में अनेक परिवर्तन तथा समाचारों , सामायिक घटनाओं के बारे में नवीन जानकारियां तथा ताजापन स्वागत योग्य रहा । भारत चीन की आपसी मैत्री , संबंध , आर्थिक व्यापारिक सहयोग में बढ़ोतरी वर्ष 2003 की उपलब्धियां रही ।अब वर्ष 2004 की भी हम श्रोताओं को अपेक्षा है कि इस वर्ष भी भारत चीन की मैत्री संबंध , व्यापारिक साझेदारी तथा सी .आर .आई तथा श्रोताओं के बीच आपसी मैत्री मील की पत्थर साबित होगी ।
आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के समी ने हमें लिख कर कहा कि श्रोता वाटिका अंक तीन ,तिथि अक्तूबर 2003 मिल गया है , जिस के प्रभारी संपादक श्याओ थांग जी थी , उन्हें भी हम श्रोताओं की ओर हार्दिक बधाई हो । इस अंक में श्याओ थांग जी की यादें है , जिन को शब्दों में नहीं लिखा जा सकता , वो अमृतसर का स्वर्ण मंदिर और दुनिया के एक अजूबे ताज महल और तो और यह बनारस की नगरी को देख कर औसा लगा और दुख भी हुआ कि आप हम से इतने करीब आकर भी हम से नहीं मिल सके । हम को यह चीज सताए जा रही है कि हम उस वक्त कहां थे , हम को पता तक न चल सका , इस बात को लेकर मैं अपने आप को कोस कर रहा हूं और कोई बात नहीं होनी को कौन टाल सकता है । आप की याद हमारे साथ है और आप फोटो श्रोता वाटिका पर देख कर सभी सदस्य बहुत खुश हैं और आगे भी आप लोगों से इसी तरह जुड़ा रहा हूं ।
भाई समी ने आगे लिखा है कि तेरह वर्षों से सी .आर .आई का कार्यक्रम सुन रहा हूं , लेकिन कभी ऐसा नहीं लगा कि आप तक गया हूं , लेकिन आज श्रोता वाटिका पाकर अपना फोटो देख कर ऐसा महसूस हुआ कि आप लोग कितने महान हैं कि हम जैसे लोगों को श्रोता वाटिका में जगह दे कर अपनी महानता का परिचय किया है , अब आप लोगों से यही उम्मीद करता हूं कि आप इस बार हम को फस्ट पैज देकर हमारी 13 साल की मेहनत को सम्मानित करेंगे , क्यों कि 13 हो कर सी .आर .आई से जुड़े और इन 13 सालों में एक बार भी नहीं मिला ।
सांस्कृतिक जीवन कार्यक्रम के अन्तर्गत श्री छन चे मिन की भारतीय संगीत और चीन भारत सांस्कृतिक धरोहर को पूर्णतः जीवित रखने पर समीक्षा दिलचस्प व सार्थक था । छन ने भारतीय संगीत की महत्व व परिचय को बड़े रोचक ढंग से प्रस्तुत किया है , उन की भारततीय शास्त्री गीत के राग एवं ताल की समावेश को बड़े स्टीक ढंग से प्रस्तुत किया है , यह कार्यक्रम सुन कर दिल बाग बाग हो उठा है ।
दीपक कुमार दास ने यह भी लिखा कि चीन का भ्रमण के अन्तर्गत पश्चिम चीन के कुम्बुंग मंदिर और महासूत्र भवन की जानकारी ज्ञानवर्धक है , कुम्बुंग मंदिर का वर्णन काफी अच्छा लगा , इस के चारों ओर फुलों की बगीचा ने दिल को जीत लिया है ।महासूत्र भवन की रोचक वाकई हमें वहां जाने को दिल करने लगा है , आप की प्रस्तुति ने हमें काफी मनोरंजन दिया है ।
खेल जगत के तहत चीन के फुटबाल विकास पर समीक्षा काफी दिलचस्प और सार्थक थी . चीन का फुटबाल इतिहास का विषय सुन कर काफी ज्ञान प्राप्त हुआ है । चीन विश्व कप खेलों में काफी मेहनत से आगामी विश्व कम जीत सकता है ।
आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के आपूसाद सलीमी ने हमें लिख कर कहा कि सी .आर . आई के उद्घोषकों की संख्या अधिक है , दिल्ली ब्यूरो में जो नई अद्घोषिका आई हुई है , वह बहुत जिम्मेदारी से रिपोर्टिंग आदि कर रही है । हिन्दुस्तान में सी .आर .आई के संवाददाताओं की संख्या केवल एक है , अंतः आप से निवेदन है कि संवाददाताओं की संख्या बढ़ाएं ।
सीतामढ़ी बिहार के धर्मेंद्र झा ने हमें पत्र लिख कर कहा कि हिन्दी सेवा में कार्यरत सभी लोगों को मेरा एवं फ्रेंडस रेडियो लिस्नर्स क्लब के सभी सदस्यों की तरफ से सादर प्रणाम । साथ ही आप लोगों के साथ साथ पूरे चाइना रेडियो इंटरनेशनल परवार को नव वर्ष 2004 की ढेरों बधाई एवं शुभकामनाएं । आशा है कि इस नव वर्ष में आपस सभी लोग स्वस्थ रह कर सी .आर .आई के प्रसारण को और अधिक प्रभावशाली बनाने का सफल प्रयास करेंगे एवं वर्ष 2004 में सी .आर .आई अन्तरराष्ट्रीय प्रसारण जगत में एक अलग पहचान बनाने में सफल होगा । साथ ही हमें पूर्ण विश्वास है कि इस नुतन वर्ष में सी .आर .आई उच्च से उच्चतम स्थान प्राप्त करने में निश्चित ही सफल होगा ।
हम सभी क्लब के सदस्यगण आप के द्वारा प्रसारित सभी कार्यक्रमों को एकदम नियमित रूप से सुन कर उस से अत्यधिक ज्ञान व जानकारी प्राप्त करते हैं ।आप के प्रोग्रामों से हमें विश्व के साथ साथ चीन के बारे में अत्यधिक जानकारी प्राप्त होती है । आप के द्वारा अब तीन बार कार्यक्रमों का प्रसारण करना अच्छी बात है , लेकिन तीनों प्रसारण में एक ही कार्य़क्रमों का पुनः प्रसारण ठीक नहीं है , कम से कम दो प्रसारण में अलग अलग रिपोर्टें एवं कार्यक्रमों का प्रसारण शुरू करें , इस से आप के प्रसारण में चार चांद लग जाएगा ।
रामपुर उत्तर प्रदेश के शाह नवाज खान ने हमें लिखे पत्र में कहा कि सी .आर .आई के कार्यक्रम प्रस्तुत करने वालों की आवाज बहुत प्यारी है , उस के हिन्दी सेवा के सभी कार्यक्रम मुझे बहुत अच्छे लगते हैं । चीन का भ्रमण , चीन का संक्षिप्त इतिहास , चीन में सुधार व निर्माण , आज का तिब्बत आदि समस्त कार्यक्रमों से हमारे ज्ञान में वृद्धि होती है । आप की पसंद में हमें अच्छे से अच्छे गीत सुनने को मिलते हैं । मैं ने पिछले चार महीने पहले से आप का कार्यक्रम सुनना शुरू किया है , मेरे पड़ोसी ममें ही आप के एक श्रोता शीराज अहमद ने मुझे सी .आर .आई का कार्यक्रम सुनने का सुझाव दिया है ।
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