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(GMT+08:00)
2004-03-01 10:40:42
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चीन में हवा ऊर्जा का प्रयोग
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हवा का भी ऊर्जा के रूप में प्रयोग किया जा सकता है । भारत समेत विश्व के अनेक देशों में पवन चक्कियों से बिजली पैदा की जा रही है ।
प्रशांत महासागर के सामने स्थित चीन में बहुत तेज़ हवाएं बहती हैं । चीन में हवा ऊर्जा 1 अरब 60 करोड़ किलोवाट बतायी जाती है । खासकर चीन के उत्तर पश्चिमी रेगिस्तानी भाग तथा दक्षिण-पूर्वी समुद्रीय द्वीपों में हवा का वेग सब से तेज़ रहता है ।
चीनियों ने प्राचीन समय में ही इस स्वच्छ शक्तिवान और पुनरुत्पादन योग्य ऊर्जा का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था । कोई 1700 साल पहले वे पवनचक्की के जरिये पानी खींचने या अनाज पीसने का कौशल हासिल कर चुके थे । पवनचक्की जैसा प्राचीन कालीन यंत्र आज भी चीन और भारत समेत बहुत से देशों में नज़र आ जाता है और उसे अब तक प्रयोग में भी लाया जा रहा है । पर आज मानव हवा से अधिकांशतः बिजली का उत्पादन कर रहा है ।
1980 के दशक से चीन ने वहा से बिजली पैदा करने वाली सौ से अधिक किस्मों की मशीनों का विकास किया है । इस तरह चीन का पवन विद्युत उद्योग समृद्ध हुआ । आज चीन के सीमांत या पिछड़े क्षेत्रों में सौ किलोवाट की क्षमता की, हवा से बिजली पैदा करने वाली घरेलू मशीन आम चीज़ बन चुकी है , उस का प्रयोग किसान व चरवाहे अपने घरों में रोशन बनाये रखे या टी वी चलाने तक करते हैं । हवा से बिजली पैदा करने की 200 किलोवाट की क्षमता वाली मशीनों से बने बिजलीघर तो कुछ छोटे नगरों और उन के निवासियों तक को बिजली प्रदान कर रहे हैं । उत्तर पश्चिमी चीन के सिंच्यांग वेवूर स्वायत्त प्रदेश के डा-पैन नगर और भीतरी मंगोलिया स्वायत्त प्रदेश की राजधानी हू-ह-हौ-ट से दक्षिणी चीन के क्वांगतुंग प्रांत तक बड़े पैमाने पर पवन विद्युत गृह निर्मित हो चुके हैं , जो स्थानीय विद्युत व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं ।
उत्तर पश्चिमी चीन के सीमांत व पिछड़े क्षेत्रों में पवन विद्युत गृहों की बड़ी भूमिका साबित हुई है । इस क्षेत्र में स्थित भीतरी मंगोलिया , छींगहाई और सिंच्यांग स्वायत्त प्रदेश के चरवाहों के बीच छोटे पैमाने वाले ऐसे बिजली घर बहुत लोकप्रिय हैं । इन क्षेत्रों के चरवाहों की बिजली व घरेलू उपकरण चलाने की जरूरत , मुख्य तौर पर हवा से पैदा होने वाली बिजली करती है ।
पता चला है कि चीन में इस समय छोटे हवा बिजली घरों में उपयोग में लाई जाने वाली मशीनों की वार्षिक उत्पादन संख्या दस हजार से अधिक है । कुछ का निर्यात भी किया जाता है । इस के बावजूद डेंमार्क और अमेरिका आदि देशों की तुलना में चीन का पवनविद्युत उद्योग बहुत विकसित नहीं है । बड़े हवा बिजली घरों का निर्माण आयातित सामग्री पर निर्भर है ।
इधर पूर्वी चीन के समुद्रतटीय क्षेत्रों में वायु ऊर्जा का समुद्री परिवहन के मार्गदर्शन में भी इस्तेमाल किया जा रहा है । चीन सरकार का वायु ऊर्जा के प्रयोग पर विशेष ध्यान है , और वह इस के लिये विदेशों से उन्नतिशील तकनीकों के आयात को भी प्रोत्साहित करती है । आशा है कि तकनीकी प्रगति के साथ वायु ऊर्जा का प्रयोग निरंतर बढ़ेगा । हवा ऊर्जा के प्रयोग पर काफी ध्यान रखा है , और चीन ने विदेशों से उन्नतिशील तकनीकों के आयात को प्रोत्साहित किया है । विश्वास है कि तकनीकी प्रगतियों के साथ साथ हवा ऊर्जा का प्रयोग निरंतर बढ़ता जाएगा ।
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