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2004-02-24 14:51:33
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अफ्रीकी जनता की सेवा में चीनी चिकित्सा दल
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पिछले 40 सालों में चीन ने 60 से अधिक देशों की सहायता के लिये वहां अपने चिकित्सा दल भेजे । चीनी चिकित्सा दलों ने चीन और अन्य विकासशील देशों के बीच मैत्री व सहयोग को आगे बढ़ाने में बड़ी भूमिका अदा की और कर रहे हैं ।
50 वर्षीय डाक्टर हाओ यूंग त्सन का संबंध चीन के नींगशा ह्वूई स्वायत्त प्रदेश से है । वे वर्ष 1933 और 1999 में दो बार पश्चिमी अफ्रीकी देश बेनिग गये । चीनी चिकित्सा दल में काम करने के दौरान उन्हों ने अपने बढ़िया काम के लिये बेनिन का सर्वोच्च पदक भी हासिल किया । बेनिन में अपनी अविस्मरणीय अनुभव की याद करते हुए श्री हाओ ने कहा कि बेनिन पहुंचने के तुरंत बाद मैं ने रोगियों के कैंसर काटने जैसे बड़े औपरेशन करने शुरू किये । स्थानीय डाक्टरों ने मेरा बहुत सम्मान किया । वे मेरे सभी सुझाव संजीदगी से सुनते । मुझे आज भी अफ्रीका बहुत याद आता है । अगर मौका मिला , तो मैं फिर एक बार वहां जाना चाहूंगा ।
अल्जीरिया की राजधानी अल्जीयर्स के मुस्ताफा अस्पताल में संवाददाता ने एक रोगी इब्राहीम से बातचीत की , जो पिछले कई महीनों से मुंह के लक़वे से ग्रस्त था । अपने मर्ज़ के बारे में उन्हों ने कहा कि मैं इस मर्ज़ के इलाज के लिये अनेक अस्पताल गया । लेकिन कारे इलाज बेकार रहे । दोस्तों से चीनी चिकित्सा दल का परिचय मिला , तो मैं यहां आया । केवल पांच बार के उपचार के बाद मेरी स्थिति बेहत्तर हो गयी । मैं चीनी चिकित्सकों का बहुत आभारी हूं ।
अफ्रीका के अलावा चीनी चिकित्सा दलों के पैर कुछ एशियाई व लातिन अमेरिकी देशों की जमीन पर भी पड़े । 5 साल पहले एक चीनी चिकित्सा दल लातिन अमेरिकी देश गयाना गया । सुश्री तींग च्ये इस दल की महिला सदस्य की हैसियत से गाइना की राजधानी जोर्ज टाउन के सार्वजनिक अस्पताल में काम करने गयी । सुश्री तींग च्ये ने कहा कि जोर्ज टाउन के इस अस्पताल में इलाज के उपयोगी आने वाले संयंत्रों का इस सीमा तक अभाव था कि उस के नेत्र विभाग में केवल एक माईक्रोस्कोप था । ऐसी स्थिति में डाक्टरों को कहीं अधिक पेशेवर हुनर की आवश्यकता होती थी । अपनी कहानी सुनाते हुए सुश्री तींन च्ये ने कहा कि अस्पताल में मैं ने एक बच्चे की आंख का औपरेशन किया । औपरेशन के सफल होने के बाद बहुत से रोगी मेरे पास औपरेशन की तारीख मांगने आये ।
बीते 40 सालों से अधिक के समय में असंख्य चीनी चिकित्सकों ने अपने परिजनों को छोड़कर अंतर्राष्टीय भावना के साथ विकासशील देशों की जनता की सेवा की । आंकड़े बताते हैं कि चीनी चिकित्सा दलों ने कुल 24 करोड़ रोगियों का इलाज कर दिया और विकासशील देशों के लिये तीन हजार स्थानीय चिकित्सकों का प्रशिक्षण दिया ।
चीन स्थित अफ्रीकी देश जिबूटी के राजदूत श्री ओडोवा ने कहा कि जिबूटी में काम कर रहे सभी चीनी चिकित्सक बहुत बढ़िया हैं । हम उन के बड़े आभारी हैं । जिबूटी एक छोटा देश है। हमें चीन की सहायता पाकर बहुत खुशी है ।
चीन ने वर्ष 1964 में अपना प्रथम चिकित्सा दल तंज़ानिया भेजा । आज भी इस देश में 40 चीनी चिकित्सक काम कर रहे हैं । तंजानिया के चीन स्थित राजदूत श्री संघा ने कहा कि मैं एक शब्द में चीनी चिकित्सकों के प्रति अपना आभार नहीं व्यक्त कर सकता हूं । कुछ दिन पहले मैं ने तंजानिया में चीनी चिकित्सा दल की एक फिल्म देखी । फिल्म देखते देखते मेरी आंखों से आंसू बहने लगे । तंजानिया चीन द्वारा दी गयी सहायता पर बहुत आभारित है ।
अब चीन के 1100 चिकित्सक दुनिया के 40 देशों में काम कर रहे हैं । इन के अलावा अन्य 20 से अधिक देशों ने चीन से चिकित्सा दल भेजने का अनुरोध पेश किया । चीन की उप प्रधानमंत्री सुश्री वू ई ने कहा कि इधर 40 सालों में चीन द्वारा विकासशील देशों की सहायता के लिये भेजे गये चिकित्सकों की संख्या दुनिया में सब से बड़ी है । चीन की चिकित्सा सहायता से विकासशील देशों के स्वास्थ्य स्तर को उन्नत किया गया है । चीन और इन विकासशील देशों के बीच सहयोगी संबंधों का भी लगातार विकास होता रहा है ।
चिकित्सा दल भेंजने के अतिरिक्त चीन ने अब विकासशील देशों के साथ व्यापक सहयोग करना शुरू किया है । उन में जड़ी-बूटियों का संयुक्त उत्पादन करना , चिकित्सा उपयोगी यंत्रों के निर्माण के क्षेत्र में सहयोग करना तथा संयुक्त पूंजी वाले अस्पतालों की स्थापना आदि शामिल है ।
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