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(GMT+08:00)
2004-01-08 12:20:52
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सी .आर .आई के हिन्दी प्रसारण पर श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं
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मुरादाबाद उत्तर प्रदेश के मौहम्मद इस्तियाक प्रेमी ने पत्र लिख कर कहा कि आप का पत्र मिला कार्यक्रम के सभी दोस्तों को हमारा आदाब , हम आप के नियमित श्रोता हैं , सी .आर .आई के सभी कार्यक्रम बहुत ही हम ध्यानपूर्वक अथवा मन लगा कर सुनते हैं । जैसे आप का पत्र मिला , आप की पसंद , चीनी भाषा सीखाना , आज का तिब्बत और समाचार आदि । आप से अनुरोध है कि श्रोताओं के पत्रों पर आधारित पत्र मित्रता कार्यक्रम शुरू करें ।
औरेया उत्तर प्रदेश के काल्क प्रसाद कीर्ति प्रिय ने अपने पत्र में लिखा है कि आज का प्रसारण दिनांक 13 जून 2003 का बहुत सुन्दर और ज्ञानवर्धक लगा । सांस्कृतिक विरासत में मंगोलियाई यांगसी कुंग को पार करके युद्ध करते थे , जिस से जनता कुछ पहाड़ों पर कला बनाने और लिपि कला में अपना काम करती रहे , यह य्वान राज्यकाल रहा ।
इसी तरह विश्व बाल श्रम के विरोध में 12 जून के कार्यक्रम में बताया गया कि दुनिया में करोड़ों बच्चों का श्रमिक और योन शोषण हो रहा है , रिपोर्ट बहुत सुन्दर रही ।
दिनांक तीस जून को चीन का भ्रमण पर रिपोर्ट बहुत पसंद आयी , जिस से पहाड़ों के दृश्य पर रिपोर्ट हुई , दुर्लभ वन्य जीव सरावा जो चार जाति में चीन में पाये जाते हैं , उन पर रिपोर्ट अच्छी लगी ।
सासाराय बिहार के मोहम्मद अशिफ खान ने अपने पत्र लिख कर बताया कि सी .आर .आई के हिन्दी प्रसारण मैं नियमित रूप से सुनता हूं । आप के द्वारा प्रसारित चीनी बोलना सीखे , चीन का संक्षिप्त इतिहास , आप की पसंद अच्छे लगते हैं । आप की पसंद कार्यक्रम में मात्र चार ही गीत चार श्रोता की पसंद पर प्रसारित होते हैं , जब की श्रोताओं की संखाय बेशुमार है । फोन पर सभी श्रोताओं को बारी बारी से स्थान दें और उन के विचार सुनें , उन के सुझाव पर अमल करने की कोशिश करें ,आप के प्रोग्राम में कहां कमी है , उसे देखें । आशा है कि आप हमारे सुझाव पर अमल करेंगे । इस में कोई संदेह नहीं है कि सी .आर .आई का हिन्दी विभाग पहले से बेहतर प्रसारण कर रहा है , लोग बी बी सी और वाइस आफ अमरीका व रेडियो जापान आदि को छोड़ कर सी .आर .आई को सुनना शुरू कर दिया । लेकिन कार्यक्रम को बेहतर से बेहतर बनाने में सब की भागीदारी एवं सहयोग का होना बहुत जरूरी है । अच्छे सुझाव को ही स्थान दें ।
आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के मसऊद अहमद आजमी ने लिख कर कहा कि आज कल भारत और चीन की दोस्ती और मजबूत हो गई है , जब से हमारे प्रधान मंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने चीन का दोस्ताना दौर किया , पूरे संसार के मीडिया में छाये रहे हमारे प्रधान मंत्री । दिनांक तीन जुलाई को आप ने हमारा पत्र को कार्यक्रम में शामिल किया , हमें बड़ी खुशी हुई है , पता नहीं , क्यों आप मेरे पत्र को कम अहमियत देते हैं ।
खैर कोई बात नहीं , हम तो सी .आर .आई के हिन्दी प्रसारण के दिवाने हैं , कार्यक्रम सुनते रहेंगे और पत्र लिखते रहेंगें ।
हिन्दी चीनी भाई भाई , रब ने थोड़ी खूब बनाई ।
अपने पैगामें मुहब्बत को सी .आर .आई करे ,
कबूल क्यों कि यही तो है विश्व का महकता हुआ फूल ।
आजमगढ़ उत्तर प्रदेश के शाह नवाज अहमद ने अपने पत्र में लिखा है कि आप को जान कर अत्यधिक प्रसन्नता होगी कि दिनांक पांच जुलाई को क्लब की तीसरी वर्षगांठ बहुत धूमधाम से मनायी गई । समारोह का आरंभ अनसार क्लब के अध्यक्ष मोहम्मद आजमल की एक कविता से हुआ , जो उन्हों ने सी .आर .आई के संबंध में लिखी थी , श्रोताओं ने उन की कविता को बहुत पसंद किया । समारोह में सभी श्रोताओं ने सी .आर .आई के बारे में अपने विचार रखे । संक्षित्प रूप से प्रस्तुत है .
सवाल जवाब कार्यक्रम में प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में दिए जाए , हिन्दी कार्यक्रम की समय सारणी अलग से प्रकाशित की जाए , सामायिक वार्ता कार्यक्रम में अधिक से अधिक रिपोर्ट ली जाए , भारत के सभी श्रोता क्लबों को रिसेप्शन फार्म भेजा जाए , ताकि आप को रिसेप्शन का अनुभव होता रहे । चीनी भाषा सीखने की पुस्तक श्रोताओं को शीघ्र ही भेजी जाए । यदि हो सके तो श्रोताओं को चीनी बोलना सीखें कार्यक्रम के संबंध में टेप कैसट भेजा जाए । श्रोता वाटिका नियमित प्रकाशित किया जाए और खेल जगत कार्यक्रम में चीनी खेलों के संबंध में अधिक से अधिक बताया जाए ।
पाकुर बिहार के उत्तम डब्ल्यु . आर . भगत ने अपने पत्र में लिखा है कि चाइना रेडियो इंटरनेशनल का मैं दस वर्ष पुराना श्रोता हूं । यहां से प्रसारित होने वाले सभी कार्यक्रम सुनता हूं । समय अभाव के कारण मैं कुछ महीनों से पत्र व्यवहार न कर सका । लेकिन आप का प्रसारण सुनना नहीं छोड़ा था । आप लोगों का भेजा गया फोटो मुझे मिल गया है , आप लोगों को देख कर मेरा दिल खुशी से झूम उठा ।
अररिया बिहार के कृष्ण मोहन यादव ने अपने पत्र में कहा कि मैं सी .आर .आई का नियमित श्रोता हूं । 1989 से ही इस के सभी कार्यक्रमों को सुनता आ रहा हूं , और इन में भाग भी लेता जा रहा हूं । यहां से प्रसारित होने वाले सभी कार्यक्रम अच्छे हैं . आप की पसंद , खेल जगत , आप का पत्र मिला , चीन का भ्रमण , विज्ञान शिक्षा व स्वास्थ्य़ मेरा सब से प्रिय कार्यक्रम है . सी .आर .आई के सभी उदघोषक भाई और बहनों की आवाज कार्यक्रम में चार चांद लगा देती है । आप की पसंद कार्यक्रम में बहुत कम समय दिया जा रहा है , अतः आप से विनती है कि आप की पसंद का समय एक घंटा करने की कृपया की जाए , ताकि हम श्रोता भरपूर आनन्द ले सकें ।
बरपेटा अस्साम के रति रनजंन साहा ने अपने पत्र में लिखा है कि आप से श्रोता वाटिका प्राप्त करने पर मैं बहुत खुश हूं और आप का अपने श्रोताओं का ख्याल रखने के तरीके से हम श्रोता बहुत खुश हैं । भारत में सी .आर .आई की जन प्रियता बहुत तेजी से बढ़ रही है और भारत में इस का भविष्य भी उज्जवल नजर आता है । मुझे इंटरनेशनल रेडियो सुनने का शौक बहुत पहले ही है और मुझे सभी रेडियो सेवाओं को लिखना भी बहुत पसंद है । अंत में मैं आप को फिर से धन्यावाद देना चाहूंगा , श्रोता वाटिका के लिए और मुझ से संपर्क बनाए रखने के लिए । सी .आर .आई का हर काम सराहनीय है और आप के ऐसे काम ही इसे हर क्षेत्र में बेहतर बनाने में मदद करता है ।
मुजफ्फरपुर बिहार के दीपक कुमार दास ने सी .आर .आई को लिखे हर पत्र में विस्तार से सी .आर .आई हिन्दी कार्यक्रमो पर अपना मत जताया है , उन की इस अथक कोशिश के लिए उन्हें हार्दिक धन्यावाद । यहां हमारे कार्यक्रमों पर उन की कुछ समीक्षाएं प्रस्तुत है ।
29 मई को जीवन समाज के अन्तर्गत पेइचिंग विश्वविद्यालय में शिक्षण -परिक्षण पर चर्चा हुई , जो काफी रोचकता के साथ ज्ञानवर्धक थी , एशिया में चीन के आधुनिक व तकनीकी शिक्षा में काफी विकास हुआ है , इस कार्य से हम सभी खुश है ।
पांच जून को सामायिक वार्ता के तहत रूस चीन मैत्री संबंधों पर रिपोर्ट सटीक और सार्थक थी , ली इंग की भेंटवार्ता में चीन भारत मैत्री पर चर्चा अच्छा लगा । विगत दिनों चीन भारत मैत्री काफी उन्नती के शिखर की ओर बढ़ रही है , इस की चर्चा विश्व में काफी हो रही है ।
पांच जून को जीवन समाज के अन्तर्गत चुंग शान में सार्स रोग की चर्चा अच्छा लगी , चीन सरकार और चीनी जनता सार्स रोग पर काफी नियंत्रण कर चुकी है , यह काबिले तारीफ है ।
रोहतास बिहार के राकेश रौशन के पत्र में लिखा गया है कि मैं सी .आर .आई हिन्दी विभाग का नियमित और पुराना श्रोता हूं , और इसे सुनते सुनते मैं ने अपने दोस्त के रूप में अपना लिया है और मेरे इस दोस्त में कुछ तो एसा है कि हर कोई इस से और इस के कार्यक्रमों से जुड़ना चाहता है । क्यों कि सी .आर .आई के कार्यक्रमों में कई बातें ऐसी होती है , जो दिल को छू जाती है । जैसे कि कुछ चीनी गीत , आज का तिब्बत ,आप से मिले , चीन की झलक , सवाल जवाब आदि । सी . आर .आई के बारे में हम जितना भी कहें कम है , यों कहे कि सी . आर .आई हर तरह से निपुण है और मैं ने कई घरों में यह देखा है कि सी .आर .आई उन्ही के परिवार का जैसे एक हिस्सा हो ।
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