• हिन्दी सेवा• चाइना रेडियो इंटरनेशनल
China Radio International
चीन की खबरें
विश्व समाचार
  आर्थिक समाचार
  संस्कृति
  विज्ञान व तकनीक
  खेल
  समाज

कारोबार-व्यापार

खेल और खिलाडी

चीन की अल्पसंख्यक जाति

विज्ञान, शिक्षा व स्वास्थ्य

सांस्कृतिक जीवन
(GMT+08:00) 2003-12-04 16:21:30    
चीन के विकास में विज्ञान व शिक्षा की भूमिका

cri
इधर 20 सालों में चीन के अर्थतंत्र व समाज की बड़ी गति से विकास हो पाया है । चीन के विकास में विज्ञान व शिक्षा की भूमिका सर्वविदित है । चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने वर्ष 1995 में प्रथम बार विज्ञान व शिक्षा के जरिये देश का उद्धार करने की रणीति प्रस्तुत की । उसी साल सितंबर में आयोजित पार्टी की केंद्रीय कमेटी के एक अधिवेशन में राष्टीय अर्थतंत्र और सामाजित विकास की योजना पर विचार विमर्श के दौरान , प्रथम बार यह नारा प्रस्तुत किया गया कि विज्ञान व तकनीक के जरिये देश का उद्धार किया जाए , और विज्ञान व शिक्षा को अर्थतंत्र के साथ जोड़ने को बढ़ावा दिया जाए । फिर वर्ष 1997 में आयोजित पार्टी की 15वीं राष्टीय कांग्रेस में यह नारा एक बार फिर दोबारा गया । यानी , देश के विकास में विज्ञान व शिक्षा को महत्वपूर्ण स्थान दिया जाए । पूरे राष्ट की सांस्कृतिक व तकनालाजीकल स्तर को उन्नत किया जाए । विज्ञान व तकनीक प्रथम उत्पादन शक्ति होने के विचार पर डटकर देश की संश्रित शक्ति के वृद्धि और जन जीवन की उन्नति के प्रति विज्ञान व तकनीक के भारी प्रभाव का मूल्यांकन किया जाए ।

चीनी सामाजिक विज्ञान अकादमी के आधुनिक चीन अनुसंधानशाले के प्रोफेसर ली चंग वू ने हमारे संवाददाता के साथ कहा कि चीन हमेशा विज्ञान व तकनीक को महत्व देता रहता है । वर्ष 1950 में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने विज्ञान की ओर अभियान बढ़ो का नारा पेश किया था । फिर वर्ष 1978 में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने विज्ञान व तकनीक प्रथम उत्पादन शक्ति होने का विचार घोषित किया । और पार्टी की तीसरी पीढ़ी वाले नेता दल ने विज्ञान व तकनीक के जरिये देश का उद्धार करो का ध्वज फहराया । इन में हम देख पाते हैं कि विज्ञान व तकनीक की भूमिका के प्रति चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का ध्यान बढ़ता जा रहा है ।

पहले चीन लोगों की आर्थिक विकास में विज्ञान व तकनीक की भूमिका के प्रति जानकारी सीमित रही । हालांकि वर्ष 1980 से वर्ष 1995 तक चीन के आर्थिक विकास की लम्बी छलांग हुई , पर वह मुख्य तौर पर आर्थिक पैमाने के विस्तार तथा बड़ी मात्रा के संसाधनों व सस्ता श्रम के प्रयोग के आधार पर कायम था । लेकिन इन के दौरान चीन के आर्थिक विकास में विज्ञान व तकनीक की भूमिका उतनी बड़ी नहीं रही , और तकनालाजीकल आविष्कार भी कम रहे ।

पिछली शताब्दी के 9वें दशक में चीन ने विश्व में तकनीकी क्रांतिकारी के रूझान पर विचार कर विज्ञान व शिक्षा के जरिये देश का उद्धार करने का नारा पेश किया । इस दौरान चीन के दो प्रधानमंत्री श्री ली फंग और श्री जू रूं की ने अलग अलग तौर पर राष्टीय विज्ञान कार्य नेतृत्व दल के प्रधान का पद संभाला । प्रधानमंत्री जू रूं की ने वर्ष 1998 में अपना पद संभालने के बाद ही घोषित किया कि उन की सरकार का सब से बड़ा मिशन विज्ञान व शिक्षा के जरिये देश का उद्धार करना ही है ।

वर्ष 1996 में शुरू हुई चीन की 9वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान चीन सरकार ने विज्ञान व तकनीक के विकास में कुल 2 खरब 30 अरब यवान की पूंजी लगायी , जो 8वीं पंचवर्षीय योजना की दुगुनी थी ।