एड्स एक भयानक रोग होने की वजह से सारी दुनिया का दुश्मन बना है , और एड्स के विरुद्ध सभी देश समान प्रयास कर रहे हैं । वर्ष 1980 में एड्स का पता होने से आज तक दुनिया में कुल 5 करोड़ 70 लाख लोगों को एड्स का विषाणु लगा है , और उन में 2 करोड़ लोग इसी बिमारी से मर चुके हैं । इधर वर्षों में चीन में भी एड्स का तेज विस्तार आता जा रहा है । यहां एक आंकड़ा है कि अब चीन में लगभग 10 लाख लोगों को HIV यानी एड्स का विषाणु लगा हुआ है ।
एड्स के खिलाफ चीन सरकार ने सिलसिलेवार कदम उठा लिये हैं , और पूंजी व चिकित्सकों के प्रशिक्षण में भारी शक्ति डाली । पर एड्स के खिलाफ चीन सरकार ने जो कदम कर लिया है , वह काफी नहीं है । इसी संदर्भ में अंतर्राष्टीय सहयोग करने की बड़ी आवश्यकता भी है ।
चीन में एड्स का मुकाबला करने के लिये न केवल देश भर की सभी शक्तियों की भागीदारी है , इसी संदर्भ में हमें जोरों से अंतर्राष्टीय सहयोग करना चाहिये । इस के अलावा चीन को विदेशी सहायता भी बहुत चाहिये । आशा है कि हम एड्स का मुकाबला करने में विदेशों के साथ वैज्ञानिक अनुभवों का ज्यादा आदान प्रदान कर सकेंगे ।
अब चीन , अंतर्राष्टीय संगठनों तथा विदेशों के साथ कुल सौ से अधिक सहयोग परियोजनाएं कर रहे हैं । जिन का अधिकांश चीन और अमेरिका के बीच की जा रही हैं । चीनी संश्रित एड्स विरोधी अनुसंधान योजना वर्ष 2002 में उद्घातित हुआ , जो उन में सब से बड़ी परियोजना है । अमेरिका ने इस पांच सालों तक चलने वाली योजना में कुल 1 करोड़ 50 लाख अमेरिकी डालर की पूंजी पेश की है । योजना के अतह एड्स का निरीक्षण तथा एड्स विरोधी दवा तथा रोगांड का अनुसंधान आदि शामिल हैं ।
चीन के कुछ कालेजों में यौन शिक्षा को एक महत्वपूर्ण विषय मानने का रुझान उभरा है । हाल ही में पेइचिंग विश्वविद्यालय ने अपने छात्रों को यौन संबंधों की जानकारी देने के लिये सिलसिलेवार गतिविधि आयोजित की ।
चीन में कुछ समय पूर्व तक यौन शिक्षा आम तौर पर प्रौढ़ों के दायरे तक सीमित थी । छात्रों के पास यौन शिक्षा पाने के मौके कम थे । कुछ कालेजों में छात्रों के बीच यौन संबंधों की मनाही का नियम भी था । लेकिन कालेज छात्र आम तौर पर 18 से बाइस साल वाले हैं , उन के बीच प्यार होना और यहां तक कि यौन संबंध होना भी सहज बात है । सवाल यह है कि अगर इन छात्रों को यौन संबंधों के बारे में सही जानकारी नहीं हुई , तो वे उन के बुरे परिणामों के भी शिकार हो सकते हैं । इसीलिये चीन के चिकित्सा विभाग छात्रों में यौन शिक्षा के प्रचार को बहुत महत्व मानते हैं ।
पेइचिंग विश्वविद्यालय में आयोजित यौन शिक्षा साप्ताह के दौरान परिसर भर के सूचना पर्दों पर यौन संबंधों की जानकारी देते बहुत से फोटो व लेख आदि प्रदर्शित रहे । छात्रों में यौन शिक्षा की प्रचार पुस्तिकाएं भी बांटी गयी । इस गतिविधि में यौन शिक्षा के क्षेत्र के कुछ मशहूर विशेषज्ञों ने भी छात्रों को व्याख्यान दिये और उन की जिज्ञासा शांत की ।
यौन शिक्षा के और आगे प्रचार प्रसार के लिये पेइचिंग विश्वविद्यालय के 30 छात्रों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है । वे स्वयंसेवक की हैसियत से कालेज छात्रों में यौन शिक्षा का प्रचार प्रसार करेंगे । चीनी परिवार नियोजन शिक्षा केंद्र के एक अधिकारी के अनुसार , चीन के अन्य कालेजों में भी यौन शिक्षा का प्रचार प्रसार किया जाएगा , ताकि यौन विज्ञान सभी छात्रों को लाभ पहुंचा सके ।
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