खानपान और पौष्टिकता के बारे में चीनी लोगों और पश्चिमी लोगों की मान्यता भिन्न है। आम तौर पर पश्चिमी लोग खाने-पीने में पौष्टिकता पर अधिक ध्यान देते हैं। इस मान्यता के कारण वे सब्जी कच्ची खाते हैं, न सिर्फ टमाटर, ककड़ी और सलाद, बल्कि बन्दगोभी, प्याज और फूलगोभी भी कच्ची खाते हैं। क्योंकि आग पर पकाने से अधिक विटामिन बर्बाद हो जाते हैं। किन्तु, चीनी लोग यह मान कर चलते हैं कि खाना पीना प्राकृतिक देन है, अत: स्वाद सर्वोपरि है। मतलब, चीनी लोग आहार को तरह-तरह की पाक कलाओं और मसालों से स्वादिष्ट बनाने पर ज्यादा महत्व देते हैं। किन्तु खाद्य पदाथों को गर्म करने, तलने और भूनने की प्रक्रिया में उन की पौष्टिकता कमोवेश बर्बाद हो सकती है। इसलिए आधुनिक युग में चीनी पाक कला में पौष्टिकता और स्वाद दोनों पक्षों पर ध्यान देते हुए खाना बनाने पर जोर दिया जाता है। यह एक प्रकार का खाद्य संस्कृति में सुधार कहा जा सकता है।