पाठ 22 वस्त्र दुकान में

 सीआरआई हेतु बातें
 

चीनी संस्कृति में लाल रंग सर्वाधिक पसंद किया जाता है और इस रंग का सांस्कृतिक महत्व है और चीनी लोग लाल रंग को शुभ, मंगल और खुशी का सूचक भी मानते हैं। उदाहरण के लिए चीन के सभी पर्व, उत्सव के दिन, लाल लालटेन टांगी जाती हैं और लाल रंग के झंडे फहराए जाते हैं। शादी ब्याह के मुहुर्त के समय दुल्हन लाल रंग के वस्त्र और जूते पहनती है और लाल कपड़ों से सुसज्जित पालकी में बैठती है। लाल रंग सफलता का भी द्योतक होता है। इसलिए यदि किसी को लोकाचार में सफलता मिलती है, तो चीनी लोग उसे走红(zǒu hóng) यानी “लाल हो गया” कहते हैं। जो व्यक्ति ऊपर के अधिकारी का विश्वासपात्र बन गया है, उसे红人(hóng rén) यानी “लाल आदमी” कहा जाता है और व्यापार में मुनाफ़े के बंटवारे को分红 (fēn hóng) यानि “लाल बंटवारा” कहा जाता है। महिलाओं के मूल्यवान परिधान को 红妆 (hóng zhuāng) यानी “लाल वस्त्र” एवं खूबसूरत नारी को 红颜 (hóng yán) अर्थात “लाल हुलिया” कह कर संबोधित किया जाता है। मेरी जानकारी में भारत में भी चीन की तरह लाल रंग शुभ, कल्याण का द्योतक है। इसलिए शादी के अवसर पर दुल्हन लाल जोड़ें में सजती है, क्यों ठीक है न। लेकिन लाल रंग के प्रति पश्चिम की मान्यता चीन से अलग है। पश्चिमी लोग लाल रंग को आग या खून के रूप में देखते हैं। जैसे वे हिंसक व बर्बर शासन को “Red in tooth and claw” और खूनी प्रतिशोध को रेड रेवेंज कहते हैं और हवाई हमले की चेतावनी को रेड अलर्ट कहते हैं।