पश्चिम देशों के फ़ास्ट-फ़ूड रेस्तरां की तुलना में चीन में फ़ास्ट-फ़ूड उद्योग थोड़ी देर में उभरा है। अप्रेल 1987 में अमरीका के कैन्टेकी चिकन या के.एफ़.सी. फ़ास्ट-फ़ूड रेस्तरां ने चीन में अपनी पहली शाखा खोली, आधुनिक फ़ास्ट-फ़ूड की विचारधारा तब से चीन में फैलने लगी। यह शायद चीन के खाने पीने की आदतों से संबंधित है। चीनी लोग आम तौर पर रेस्तरां जाकर एक टेबल पर भरपूर सब्ज़ी-मीट आदि पकवानों का आर्डर करते हैं और एक टेबल पर एक साथ बैठकर खाते हैं, बातचीत करते हैं, भोजन का आनन्द उठाते हैं। आज के चीन के बड़े व मझौले शहरों में आप जहां-तहां कैन्टेकी चिकन और मैकडॉनल्ड्स फ़ास्ट-फ़ूड रेस्तरां देख सकते हैं, इस के साथ ही अनेक चीनी फ़ास्ट-फ़ूड रेस्तरां भी देखे जा सकते हैं, इन्होंने आधुनिक तेज़ रफ़्तार वाला जीवन जीने वालों के लिए बहुत सी सुविधाएं प्रदान की हैं। वर्तमान में चीन में फ़ास्ट-फ़ूड उद्योग विकास के अपने प्रारम्भिक काल में है, अभी वह एक बड़े पैमाने वाला उद्योग नहीं बना है। लेकिन समुद्रतटीय शहरों व भीतरी इलाकों के कुछ बड़े व मझौले शहरों में, पर्यटन वाले शहरों व विकसित आर्थिक क्षेत्रों में फ़ास्ट-फ़ूड रेस्तरां काम के लिए बाहर जाने वालों, पर्यटकों व वाणिज्य आवाजाही के लिए इधर-उधर जाने-वाले लोगों व वेतनभोगी वर्गों, छात्रों तथा सैर सपाटा करने वाले लोगों के भोजन की एक अच्छी जगह व एक अनिवार्य मांग बन चुका है।