चीनी विदेशमंत्री वांग ई ने नई दिल्ली में आज युरोशियाई 11वें विदेशमंत्री सम्मेलन में भाषण दिया।
उन्होंने बल देते हुए कहा कि भूमंडलीकरण और सूचनाकरण की पृष्ठभूमि में एशिया और युरोप का भाग्य दिन-ब-दिन घनिष्ठ होता जा रहा है। दोनों पक्षों का समान विकास विश्व में बहुध्रुवीकरण प्रक्रिया के लिए लाभदायक ही नहीं, बल्कि वैश्विक शक्ति के संतुलन के लिए भी मददगार सिद्ध होगा। इससे विश्व में संतुलित और सतत वृद्धि की प्राप्ति को आगे बढ़ाया जायेगा और विश्व ज्यादा शांतिपूर्ण, स्थिर और समृद्ध होगा।
उन्होंने आगे कहा कि एशिया और युरोप के समान विकास को बखूबी अंजाम देने के लिए दोनों पक्षों के ज्यादा घनिष्ट सहयोग की आवश्यकता है। राजनीतिक क्षेत्र में पारस्परिक विश्वास, आर्थिक क्षेत्र में एक दूसरे की आपूर्ति, सांस्कृतिक क्षेत्र में एक दूसरे की सहिष्णुता से एशिया और युरोप के सहयोग के लिए ज्यादा बड़े मौके मिलेंगे। एशिया और युरोप के बीच सहयोग के प्रमुख हैं, पहला, व्यापार और पूंजी निवेश के क्षेत्र में ज्यादा सुविधाओं को मज़बूत किया जाए। दूसरा, आपसी संपर्क, स्वच्छ ऊर्जा, पारिस्थितिकी संरक्षण, सूचना तकनीक और शहरीकरण जैसे क्षेत्रों में ज्यादा वास्तविक सहयोग बढ़ाया जाए। तीसरा, आधूनिक तकनीकी सुविधा का प्रयोग कर एशिया और युरोप के बीच मानविकी आदान-प्रदान के विषयों और तरीकों का विस्तार किया जाए।
(श्याओ थांग)