युरोशियाई विदेशमंत्रियों का 11वां सम्मेलन 11 नवम्बर को नई दिल्ली में उद्घाटित हुआ। एशिया-युरोप सम्मेलन के 51 सदस्य देशों के प्रतिनिधियों ने इसमें भाग लिया, जिनमें 34 विदेशमंत्री शामिल थे। चीनी विदेशमंत्री वांग ई भी सम्मेलन में उपस्थित थे।
भारतीय विदेशमंत्री सलमान खुर्शीद ने उद्घाटन समारोह में भाषण देते हुए कहा कि विभिन्न सदस्य देशों के बीच सहयोग मज़बूत किया जाएगा। आशा है कि मौजूदा सम्मेलन में राजनीतिक वार्ता के अलावा ज्यादा ठोस परिणाम निकलेगा। मौजूदा सम्मेलन का मुख्य विषय"निर्माण और विकास सेतू की स्थापना"है। दो दिवसीय सम्मेलन में विभिन्न देशों के विदेशमंत्री मुख्य रूप से एशिया और युरोप के आर्थिक वृद्धि और अनवरत विकास, गैर-पारंपरिक सुरक्षा खतरे तथा अन्य समान रुचि वाले क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचार विमर्श करेंगे। 12 नवम्बर को सम्मेलन की समाप्ति पर संयुक्त वक्तव्य जारी किया जाएगा।
(श्याओ थांग)