6 से 10 जून तक पहला चीन-दक्षिण एशिया मेला खुनमिंग शहर में आयोजित होगा, जिससे दक्षिण-पश्चिमी चीन के सीमांत क्षेत्र के खुलेपन के लिए एक नया मंच प्रदान किया जाएगा और चीन एवं दक्षिण एशिया के विकास में नई जान फूंकी जाएंगी। इसके साथ दोनों पक्षों के व्यापार को नया अवसर भी मिलेगा।
चीन और दक्षिण एशिया के बीच व्यापार को आगे बढ़ाने, चीन और भारत के दो बड़े बाजारों के बीच घनिष्ठ संपर्क को बढ़ावा देने, चीन, भारत, म्यांमार और बांग्लादेश के बीच सहयोग की व्यवस्था के विकास को मजबूत करने के लिए इस वर्ष चीनी प्रधानमंत्री ली ख छ्यांग और भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने समान रूप से चीन, भारत, म्यांमार और बांग्लादेश के आर्थिक कॉरिडोर का निर्माण करने का प्रस्ताव किया, ताकि चीन और भारत के दो बड़े बाजारों के बीच घनिष्ठ संपर्क बनाया जा जा सके। चीन, भारत, म्यांमार और बांग्लादेश का आर्थिक कॉरिडोर चीन के यून्नान प्रांत और विदेशों के बीच सहयोग और समान जीत के लिए वार्ता की खिड़की और विकास की व्यवस्था है।
दक्षिण एशिया की कुल जनसंख्या 1 अरब 70 करोड़ है। हर वर्ष परंपरागत और नवोदित औद्योगिक उत्पादों की आवश्यकता की वृद्घि दर 3 प्रतिशत से भी अधिक रही। चीन और दक्षिण एशिया के बाजारों के बीच द्वार के रूप में युन्नान प्रांत ने दक्षिण एशिया के विभिन्न देशों के साथ व्यापक सहयोग संबंध की स्थापना की।
(वनिता)