शी चिन फिंग के चीनी कम्युनिस्ट पार्टी(सीपीसी) के महासचिव बनने पर 15 नवंबर को कई देशों व पार्टियों के नेताओं ने उनके नाम पर तार व पत्र भेजकर बधाई दी।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बधाई संदेश में कहा कि सीपीसी के महासचिव निर्वाचित होने पर मैं शी चिनफिंग को बधाई देता हूं। गत फ़रवरी में आपकी अमेरीका यात्रा सफल रही। हमने अमेरिका-चीन के संबंधों के भविष्य के बारे में सक्रिय तथा रचनात्मक वार्ता की। मुझे उम्मीद है कि भविष्य में हमारे बीच धनिष्ठ सहयोग होगा, ताकि अमेरिका और चीन के साझेदारी संबंध आगे बढ़ सकें। खासकर दोनों देशों के व्यावहारिक सहयोग के तहत क्षेत्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था और सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियों का निपटारा किया जाएगा। ताकि दोनों देशों की जनता को लाभ पहुंचे और देश की शांति व समृद्धि को बढ़ावा मिल सके।
संयुक्त रूस पार्टी के अध्यक्ष और रूसी प्रधानमंत्री दिमित्री मेदवेदेव ने भी शी चिनफिंग के सीपीसी महासचिव बनने पर बधाई दी है। बधाई संदेश में कहा गया कि सीपीसी के नेतृत्व में देश के निर्माण के लिये चीनी जनता ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। मुझे विश्वास है कि सीपीसी की 18वीं राष्ट्रीय कांग्रेस में पारित प्रस्तावों का पालन करने से चीन और समृद्ध होगा। मुझे आशा है कि दोनों देशों की आवाजाही और अधिक गहरी होगी और द्विपक्षीय संबंधों को नई पहचान मिलेगी। इसके साथ ही मैं आपके साथ दोनों पार्टियों के बीच सहयोग मज़बूत करने के लिये कोशिश करने को तैयार हूं।
जर्मनी के सामाजिक लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष गैब्रिएल ने अपने बधाई संदेश में कहा कि सीपीसी की 18वीं राष्ट्रीय कांग्रेस भविष्य में चीन के विकास और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में चीन की भूमिका के लिये विशेष अहमियत रखती है। उम्मीद है कि चीन साहस के साथ इस रास्ते पर आगे बढ़ेगा और चीनी जनता के हित में काम करेगा। इसके साथ ही हमें सीपीसी के बीच वार्ता और आदान-प्रदान बढ़ाने की उम्मीद है।
इसके अलावा अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष यानी बोनी, यूक्रेन, बेलारुस, आर्मेनिया, बहरीन, तुर्की, मलेशिया, थाईलैंड, कज़ाखस्तान, पुर्तगाल आदि देशों की पार्टियों के नेताओं ने भी शी चिनफिंग के नाम से तार भेजकर बधाई दी।
(लिली)