COP29 में राष्ट्र एकजुट होकर युद्ध विराम और जलवायु कार्रवाई की वकालत कर रहे हैं
अज़रबैजान के बाकू में चल रहे COP29 संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन महासभा में लगभग 130 राष्ट्रों ने एकता का उल्लेखनीय प्रदर्शन करते हुए जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई को प्राथमिकता देने के लिए वैश्विक युद्ध विराम का आह्वान किया है। यह सामूहिक अपील बढ़ते वैश्विक तनावों के बीच पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने की तात्कालिकता को रेखांकित करती है।
महासभा के अध्यक्ष ने एक बयान जारी कर युद्ध विराम के लिए नवंबर को नामित महीने के रूप में रेखांकित किया। यह पहल दो महत्वपूर्ण लक्ष्यों को पूरा करती है: सैन्य अभियानों के पर्यावरणीय नुकसान को कम करना और जलवायु कार्रवाई पर वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देना। इस प्रस्ताव को व्यापक समर्थन मिला है, जिसमें 1,000 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय संगठन, निजी उद्यम, गैर-सरकारी संगठन और प्रभावशाली सार्वजनिक हस्तियाँ इस मुद्दे पर अपनी आवाज़ उठा रही हैं।
इस बयान में सैन्य गतिविधियों के महत्वपूर्ण पर्यावरणीय प्रभाव पर प्रकाश डाला गया, जिसमें खुलासा किया गया कि इस तरह के ऑपरेशन सालाना वैश्विक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का 5.5% हिस्सा हैं। अधिवक्ताओं का तर्क है कि अंतर्राष्ट्रीय जलवायु समझौतों द्वारा निर्धारित महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए इन उत्सर्जनों को रोकना महत्वपूर्ण है।
बता दें कि 11 नवंबर से शुरू होकर 22 नवंबर तक चलने वाला COP29 सम्मेलन राष्ट्रों और संगठनों को जलवायु परिवर्तन के लिए व्यावहारिक समाधानों पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
(वेइतुंग)