सीजीटीएन सर्वेक्षण:"ग्लोबल साउथ" के लिए रीढ़ की भूमिका निभा रहा चीन
2024 जी20 शिखर सम्मेलन का विषय "एक न्यायसंगत दुनिया और एक टिकाऊ ग्रह का निर्माण" है। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के विचार में, जी20 के सदस्य सभी विश्व और क्षेत्रीय शक्तियां हैं, जिन्हें बड़ी शक्तियों की जिम्मेदारियों को अपनाना चाहिए और सभी देशों के विकास, मानव जाति के लाभ और पूरी दुनिया की प्रगति के लिए एक अनुकरणीय भूमिका निभानी चाहिए।
चाइना मीडिया ग्रुप (सीएमजी) के अधीन्स्थ सीजीटीएन ने दुनिया भर के नेटिज़न्स के लिए एक सर्वेक्षण जारी किया। इससे पता चला है कि उत्तरदाताओं ने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के दावों से अत्यधिक सहमति व्यक्त की। उन्होंने विश्व आर्थिक विकास को बढ़ाने और वैश्विक आर्थिक प्रशासन सुधारने में चीन के सकारात्मक योगदान के बारे में सकारात्मक बात की।
सर्वेक्षण में, 80.9 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि जी20 एक ऐसा मंच है, जिस पर सभी पक्ष बहुपक्षीय सहयोग को मजबूत करते हैं और विकास के अवसरों को साझा करते हैं। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की अनिश्चितताओं और चुनौतियों से निपटने के लिए सभी पक्षों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। जो देश सम्बंधित चुनौतियों से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं, वे "ग्लोबल साउथ" के देश हैं। इस सम्बंध में, 67.1 प्रतिशत उत्तरदाताओं को उम्मीद है कि जी20 शिखर सम्मेलन में विकास मांगों पर ध्यान दिया जाएगा और अंतर्राष्ट्रीय मामलों में "ग्लोबल साउथ" के देशों की भूमिका व प्रभाव को प्रभावी ढंग से बढ़ाया जाएगा। जबकि 73.4 प्रतिशत उत्तरदाताओं को उम्मीद है कि जी20 के सदस्य "ग्लोबल साउथ" देशों में आम चिंता वाले जलवायु शासन के मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को सक्रिय रूप से बढ़ा सकेंगे और वैश्विक अर्थव्यवस्था के हरित परिवर्तन को बढ़ा सकेंगे।
इस सर्वेक्षण में, 92.8 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि चीन ने वैश्विक शासन में "ग्लोबल साउथ" के देशों के प्रतिनिधित्व व आवाज को बेहतर बनाने में महान योगदान दिया है। 91.4 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि चीन "ग्लोबल साउथ" के देशों के विकास, पुनरोद्धार और आम समृद्धि को बढ़ाने में रीढ़ की भूमिका निभा रहा है। नेटिज़न्स ने चीन के योगदान को पूरी तरह से मान्यता दी कि लैटिन अमेरिका में, विशेष रूप से दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी क्षेत्र में, उभरती अर्थव्यवस्थाओं के विकास के लिए चीन का काम प्रशंसा का पात्र है।
पता चला है कि यह सर्वेक्षण सीजीटीएन के अंग्रेजी, स्पेनिश, फ्रेंच, अरबी और रूसी प्लेटफार्मों पर जारी किया गया है। 24 घंटों के भीतर 7,469 नेटिजनों ने मतदान में भाग लिया और अपनी राय व्यक्त की।