चीनी विदेश मंत्रालय ने चीन-अमेरिकी नेताओं की मुलाकात का परिचय दिया

2024-11-17 18:01:42

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 16 नवंबर को पेरू की राजधानी लीमा में एपेक नेताओं के अनौपचारिक सम्मेलन में भाग लेने के दौरान निमंत्रण पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ मुलाकात की। चीनी विदेश मंत्रालय ने 17 नवंबर को सम्बंधित जानकारी दी।

बता दें कि यह एक साल बाद शी चिनफिंग और बाइडेन के बीच फिर एक मुलाकात है। दोनों पक्षों ने पिछले चार सालों में चीन-अमेरिका सम्बंधों की प्रक्रिया का सिंहावलोकन किया और अनुभव का सारांश किया। दोनों पक्षों ने समान दिलचस्पी वाले अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मामलों पर खुल कर, गहन और रचनात्मक वार्ता की। इससे चीन-अमेरिका सम्बंधों के विकास के लिये दिशा दिखायी गयी।

वर्तमान मुलाकात में दोनों नेताओं ने सहमति कायम की। दोनों पक्ष आपसी सम्मान करेंगे, शांतिपूर्ण सह-अस्तितव करेंगे, संपर्क कायम रहेंगे, मुठभेड़ की रोकथाम करेंगे, संयुक्त चार्टर को कायम रखेंगे, समान हितों वाले क्षेत्रों में सहयोग करेंगे और द्विपक्षीय सम्बंधों में मौजूद प्रतिस्पर्धी कारकों पर जिम्मेदारी से नियंत्रण करेंगे।

वहीं, दोनों नेताओं ने मतभेद वाले मुद्दों पर भी चर्चा की। शी चिनफिंग ने कहा कि एक चीन की नीति और चीन व अमेरिका की तीनों संयुक्त विज्ञप्ति द्विपक्षीय सम्बंधों का राजनीतिक आधार है। इस पर कायम रहने की आवश्यकता है। चीन दक्षिण चीन सागर पर अपनी प्रभुसत्ता और समुद्री अधिकारों व हितों की दृढ़ता से रक्षा करता है। अमेरिका को राष्ट्रीय सुरक्षा की अवधारणा का सामान्यीकरण नहीं करना चाहिए और इसके बहाने से अन्य देशों पर दुर्भावनापूर्ण प्रतिबंध व दमन भी नहीं करना होगा। चीन खुद अंतर्राष्ट्रीय साइबर हमलों का शिकार है। चीन सभी प्रकार के साइबर हमलों का विरोध करता है। चीन शांतिपूर्ण तरीके से यूक्रेन मामले का समाधान करना चाहता है और जटिल स्थिति को शिथिल करने के लिये प्रयास करता है। चीन कोरियाई प्रायद्वीप में युद्ध या अस्थिरता नहीं होने देगा और अपनी रणनितिक सुरक्षा व मूल हितों को खतरे में पड़ने के समक्ष चुप नहीं बैठेगा।

(ललिता)

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